फार्म प्रशासन के भेदभाव पूर्ण अतिक्रमण अभियान से ग्रामीणों में रोष
रसूखदार रहे अतिक्रमण अभियान के दायरे से कोसों दूर,
कोतवाली महरौनी अंतर्गत ग्राम करौंदा का है मामला
ललितपुर (उ०प्र०) 23 जनवरी 2020
तहसील व कोतवाली महरौनी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम करौंदा की बस्ती में फार्म प्रशासन द्वारा सड़क किनारे भेदभाव पूर्ण अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया, जहां गरीबों के घरों के सामने अतिक्रमण अभियान की धार तेज रही, वहीं रसूखदारों को अतिक्रमण के दायरे से बाहर रखा गया। इसके चलते ग्रामीणों में बेहद रोष देखने को मिल रहा है।
बता दें कि पशुपालन एवं कृषि फार्म के वाहनों के आवागवन हेतु सड़क पर बाहर परेशानियों का सामना करना पड़ता था, क्योंकि ग्रामीणों की शुरुआती दौर से सड़क किनारे जानवरों का बांधना एवं अतिक्रमण करना आम बात रही है। जिसके चलते फार्म प्रशासन द्वारा दो दिनों से लगातार अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाया गया। जिसमें सड़क किनारे रखी सामग्री को मशीनों के माध्यम से हटाया गया, और चबूतरों को भी मिटाया गया। बताते चलें कि सड़क किनारे रखे खोके-डिब्बों को भी हटाया गया। इसके चलते तमाम ग्रामीणों का कहना है कि वह फार्म प्रशासन के अतिक्रमण हटाओं अभियान के पक्षधर हैं
परंतु फार्म प्रशासन द्वारा जो भेदभाव रवैया के चलते हटाये गए अतिक्रमण से वह बेहद असंतुष्ट देखने को मिल रहे। इस संबंध में महिलाओं समेत दर्जनों बस्ती वालों का कहना है कि फार्म प्रशासन द्वारा केबल गरीब-असहायों तक ही अतिक्रमण की तेज धार रही, शेष रसूखदारों पर किसी भी तरह का अतिक्रमण नहीं चलाया गया। न ही उन्होंने विधिवत तरीके से सड़क एवं फार्म की भूमि की नाम-तौल की गई। बिडम्बना की बात यह कि वगैर नाप के ही फार्म प्रशासन द्वारा ग्राम करौंदा की बस्ती में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला दिया गया। जिससे बस्ती वालों में बेहद रोष देखा गया। इस संबंध में ग्रामण बताते हैं कि फार्म प्रशासन ने सिर्फ खौफजदा करने हेतु अभियान चलाया है
क्योंकि तथ्यों के आधार पर अतिक्रमण नहीं हटाया गया। इस मौके पर पशुपालन एवं कृषि प्रक्षेत्र फार्म सैदपुर प्रबंधक उपेंद्र सिंह, खेती इंचार्ज भुवनेश कुमार, कुम्हेडी पुलिस चौकी इंचार्ज नरेंद्र सिंह सेंगर, एसआइ वलजीत सिंह यादव, कॉन्स्टेबल नूरमुहम्मद, अंकित साहू के अलावा भारी पुलिस बल एवं बस्ती वाले उपस्थित रहे।
2- लेखपाल के कहने पर कटवाई कृषि फार्म प्रशासन ने गेंहूँ की खड़ी फसल, कोतवाली महरौनी क्षेत्र के ग्राम करौंदा का है मामला
राजस्व विभाग व फार्म प्रशासन ने किसान के अरमान किये खाक।।
ललितपुर। तहसील व कोतवाली महरौनी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम करौंदा में शासन की धज्जियां उड़ाते हुए एक किसान की खड़ी गेंहूँ की फसल को लेखपाल के कहने पर कृषि फार्म सैदपुर प्रशासन ने दिनदहाड़े दर्जनों मजदूरों से कटवा दी। जिसके चलते किसानों में बेहद रोष देखने को मिल रहा है। बता दें कि ग्रामसभा व अम्बेडकर पार्क की भूमि में एक किसान ने अपनी लागत लगाकर गेंहू की फसल तैयार की थी, लेकिन गांव में तैनात लेखपाल के कहने पर कृषि फार्म सैदपुर के मैनेजर उपेंद्र सिंह एवं खेती इंचार्ज भुवनेश के आदेशानुसार उनकी दर्जनभर लेवर द्वारा खेत मे खड़ी हरि फसल को कटवा दिया।
एक तरफ जनपद का किसान लगातार प्रकृति की मार से बर्बाद चल रहा है, वहीं राजस्व विभाग के कर्मचारी शासन की धज्जियां उड़ाते हुए फार्म प्रशासन के मजदूरों से किसानों की खड़ी फसल को कटवाने में लगे हुए हैं। गौरतलब हो कि किसानों के हित में देश व प्रदेश की सरकारें तमाम दावे करने से थक नहीं रही है। दूसरी तरफ देखा जाए तो जनपद ललितपुर की तहसील महरौनी के गांव करौंदा में एक लेखपाल द्वारा कृषि फार्म के मजदूरों द्वारा गेंहू की खड़ी फसल कटवा दी गई। इस संबंध में किसान राजस्व विभाग की कार्यशैली पर तमाम सबालिया निशान खड़े कर रहे हैं।
इस संबंध में गांव के ही जुझार सिंह का कहना है कि
ग्रामसभा की जमीन पर किसान की गेंहू की खड़ी फसल को कटवाने हेतु गांव में तैनात लेखपाल अभिषेक शर्मा ने पशुपालन एवं कृषि फार्म प्रशासन से मजदूरों की मदद से कटवा दी है
जिसके चलते किसान पूरी तरह से बर्बाद हो गया। एक तरफ लगातार प्रकृति की मार से जनपद का किसान बर्बाद चल रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन की दबंगई ने एक किसान की खड़ी गेंहू की फसल दर्जनों मजदूरों से कटवा दी गई है। जो फार्म प्रशासन की बहुत ही निन्दनीय कार्यशैली है। जिन्होंने एक राजस्व विभाग के कर्मचारी के कहने पर किसान के अरमानों को चंद घण्टों में मिटा दिया। इस तरह शासन-प्रशासन इस तरह की मनमानी करता रहेगा, तो भला किसानों के हित में कौन आगे आएगा। इस संबंध में किसान संघ के पदाधिकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे ।
इस मामले में फार्म प्रशासन पर कार्यवाही की मांग करेंगे- जुझार सिंह ग्रामीण
मूसा खान निवासी करौंदा का कहना है कि ग्रामसभा एवं अम्बेडकर पार्क की जमीन पर एक किसान गेहूं की खेती किये था, जिसे फार्म के मैनेजर व खेती इंचार्ज द्वारा लेवर लेजाकर कटवा दी गई है, और गेंहू की खड़ी फसल को कटवाकर विभागीय टैक्टरों में भरकर ले जाया जा रहा था, जिसको ग्रामीणों द्वारा रोका गया और कटी हुई फसल को गौशाला भिजवाने की बात कही। बताते चलें कि फार्म के मैनेजर और खेती इंचार्ज को ग्राम सभा मे खड़ी फसल कटवाने का कोई अधिकार नहीं है। इस संबंध में उच्चस्तरीय कार्यवाही की जाए- मूसा खान ग्रामीण,,,,
गांव में तैनात लेखपाल अभिषेक शर्मा का कहना है कि अम्बेडकर की भूमि में एक किसान गेंहू की खेती बोए हुए था। जिसको प्रशासन के निर्देशानुसार हमने फार्म प्रशासन के मजदूरों की मदद से खड़ी गेंहू की फसल को कटवा दिया है- अभिषेक शर्मा लेखपाल
लेखपाल अभिषेक शर्मा के आदेश पर हमने फार्म की लेवर से किसान की खड़ी गेंहूँ की फसल को कटवाया है। और मजदूरों की मजदूरी के एवज में कटी गेंहू की फसल को फार्म के जानवरों को खिलाने हेतु ले जा रहे हैं- खेती इंचार्ज,,भुवनेश कुमार,,कृषि फार्म सैदपुर।
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