Advertisement

गोलियों की तड़तड़ाहट से दहला चिलकाना: मुठभेड़ में गोकशी गैंग का कुख्यात सरगना रिहान कुरैशी दबोचा, पैर में लगी गोली— हिस्ट्रीशीटर पर डेढ़ दर्जन से अधिक संगीन मुकदमे, पुलिस की साहसिक कार्रवाई से मचा हड़कंप

सहारनपुर। चिलकाना थाना क्षेत्र के दुमझेंडा-घोड़ापिपली मार्ग पर बुधवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस और गोकशी गैंग के कुख्यात सरगना रिहान कुरैशी के बीच मुठभेड़ हो गई। करीब पंद्रह से अधिक संगीन आपराधिक मुकदमों में वांछित चल रहा हिस्ट्रीशीटर रिहान कुरैशी पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से घायल हो गया, जिसे मौके से दबोच लिया गया। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई, वहीं मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

थाना चिलकाना प्रभारी चन्द्रसेन सैनी को बुधवार तड़के सूचना मिली कि एक कुख्यात अपराधी बाइक से क्षेत्र से गुजरने वाला है। सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस टीम ने दुमझेंडा पुल के पास चेकिंग अभियान शुरू किया। कुछ ही देर में एक बिना नंबर की बाइक पर सवार संदिग्ध आता दिखाई दिया। पुलिस को देखते ही उसने भागने की कोशिश की, लेकिन बारिश के पानी से सड़क फिसलन भरी होने के कारण उसकी बाइक स्लिप हो गई और वह गिर पड़ा।

गिरते ही आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जान की परवाह किए बिना पुलिस ने भी पूरी सतर्कता और साहस का परिचय देते हुए मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई की, जिसमें बदमाश के पैर में गोली लगी। घायल बदमाश को दबोचकर पुलिस ने तत्काल उसे जिला अस्पताल भिजवाया।

गिरफ्तार बदमाश की पहचान रिहान कुरैशी पुत्र इमरान कुरैशी निवासी मोहल्ला मजरहसन थाना चिलकाना के रूप में हुई है। रिहान पर गोकशी, हत्या के प्रयास, गैंगस्टर, अवैध हथियार और अन्य गंभीर धाराओं में डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह थाना चिलकाना का शातिर और घोषित हिस्ट्रीशीटर है।

पुलिस की इस त्वरित और साहसिक कार्रवाई की हर ओर सराहना हो रही है। थाना प्रभारी चन्द्रसेन सैनी के नेतृत्व में टीम ने जिस मुस्तैदी से काम किया, उससे न केवल एक खूंखार अपराधी गिरफ्तार हुआ बल्कि क्षेत्र में सक्रिय अन्य अपराधियों के हौसले भी पस्त हुए हैं। ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है, लेकिन मुठभेड़ के बाद से ही दुमझेंडा और आस-पास के गांवों में दहशत का माहौल है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में अपराधियों के खिलाफ सख्त अभियान जारी रहेगा और किसी भी हाल में अपराध को पनपने नहीं दिया जाएगा। सलाम खाकी से गुलवेज आलम 

मुजफ्फरनगर के थाना भोपा में एसपी ग्रामीण ने अर्दली रूम कर दिए सख्त दिशा-निर्देश, लंबित विवेचनाओं के निस्तारण और अपराध नियंत्रण पर खास जोर

मुजफ्फरनगर। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल ने बुधवार देर रात्रि थाना भोपा में तैनात विवेचकों का अर्दली रूम किया। इस दौरान उन्होंने विवेचकों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि लंबित विवेचनाओं का निष्पक्ष, समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। महिला अपराधों की विवेचना को प्राथमिकता देते हुए शीघ्र कार्रवाई के आदेश दिए गए।

एसपी ग्रामीण ने विवेचकों से महिला अपराध, प्रार्थना पत्रों की स्थिति, वांछित और वारंटी अभियुक्तों की गिरफ्तारी, गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत दर्ज मुकदमों पर विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने सभी से अपराधियों की गिरफ्तारी में तेजी लाने के निर्देश दिए और विशेष रूप से गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई को प्रभावी ढंग से अंजाम देने को कहा।

उन्होंने थाना क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थ, शराब, जुआ और सट्टे पर सख्त रोक लगाने, शातिर अपराधियों व हिस्ट्रीशीटरों के सत्यापन और फ्लाई सीट की प्रविष्टियों को समय से पूर्ण कराने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा क्षेत्र में नियमित पेट्रोलिंग के साथ आमजन से शालीन व्यवहार बनाए रखने पर जोर दिया।

कार्यक्रम के अंत में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने पुलिसकर्मियों से व्यक्तिगत बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं और उनके त्वरित समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।

यह अर्दली रूम न केवल प्रशासनिक समीक्षा बल्कि कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में उठाया गया एक ठोस कदम साबित हुआ। सलाम खाकी से गुलवेज आलम 

मुजफ्फरनगर एसएसपी संजय वर्मा के नेतृत्व में खाकी का जलवा, गली-गली दिखी सुरक्षा की गूंज!

मुजफ्फरनगर। जनपद में कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा की रणनीति ने कमाल कर दिखाया। बुधवार को जैसे ही पुलिसकर्मी गली-गली, नुक्कड़-नुक्कड़ और बाजारों में पैदल गश्त करते नजर आए, लोगों को न सिर्फ सुरक्षा का एहसास हुआ बल्कि अपराधियों में खौफ की लहर दौड़ गई।

इस व्यापक अभियान के दौरान पुलिस टीमों ने भीड़भाड़ वाले स्थानों, मुख्य बाजारों, चौराहों, संवेदनशील इलाकों, सर्राफा बाजारों और शराब के ठेकों पर विशेष नजर रखते हुए पैदल गश्त की। जहां-जहां पुलिस पहुंची, वहां मौजूद लोगों के चेहरे पर राहत की झलक दिखी। आमजन से संवाद कर पुलिस ने न केवल उनकी समस्याएं सुनीं, बल्कि मौके पर ही समाधान का भरोसा भी दिलाया।

गश्त के दौरान अनावश्यक रूप से घूमने वालों से सख्ती से पूछताछ की गई और संदिग्धों की तलाशी लेकर कड़ी चेतावनी दी गई। एसएसपी संजय वर्मा के स्पष्ट निर्देश हैं कि कोई भी पुलिसकर्मी लापरवाही न बरते, फील्ड में खुद मौजूद रहकर हर गतिविधि पर नजर रखे और अपराध के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए।

जनपद की सीमाओं पर भी अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। अंतर्राज्यीय और अंतर्जनपदीय बॉर्डरों पर संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की बारीकी से जांच की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि जनपद की सरहद में प्रवेश न कर सके।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा की अगुवाई में पुलिस की इस पैदल गश्त ने यह साबित कर दिया कि मुजफ्फरनगर में अब खाकी वर्दी केवल वर्दी नहीं, बल्कि भरोसे और भयमुक्त समाज की प्रतीक बन चुकी है। जनता ने इस अभियान की खुले दिल से सराहना की और कहा कि अगर पुलिस ऐसे ही सक्रिय रहे तो अपराधियों का टिकना नामुमकिन हो जाएगा। सलाम खाकी से गुलवेज आलम

बहन की हत्या कर शव जलाने वाला कातिल भाई चढ़ा पुलिस के हत्थे बुढाना पुलिस की करारी चोट, दिल दहला देने वाले हत्याकांड से उठा पर्दा

बुढ़ाना। रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली इस वारदात ने जिलेभर को हिलाकर रख दिया। लेकिन उससे भी बड़ी बात यह रही कि एसएसपी संजय वर्मा के सख्त निर्देशन और बुढाना पुलिस की सधी हुई रणनीति ने इस गुनाह पर न सिर्फ से परदा उठाया, बल्कि मुख्य आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचाकर कानून का इकबाल बुलंद कर दिया।

घटना थाना बुढाना क्षेत्र के ग्राम उकावली की है, जहां 15 जून की रात एक युवक ने मामूली विवाद में अपनी सगी बहन के सिर पर फावड़ा मारकर उसकी निर्मम हत्या कर दी। इतना ही नहीं, हत्या के बाद आरोपी ने अपने पिता व चचेरे भाई के साथ मिलकर शव को श्मशान में ले जाकर जला दिया, ताकि किसी को भनक न लगे। परंतु अपराधियों की यह साजिश एसएसपी संजय वर्मा की निगाह से बच नहीं सकी।

घटना की सूचना मिलते ही बुढाना पुलिस मौके पर पहुंची और अधजले शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम और डीएनए परीक्षण कराया। प्रमाण मिलते ही पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर पहले ही मृतका के पिता व चचेरे भाई को जेल भेज दिया था। इस मामले का सबसे बड़ा आरोपी यानी मृतका का सगा भाई अर्जुन पुलिस की निगरानी में था, जिसे बुधवार को चंधेड़ी बिजलीघर चौकी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।

एसएसपी संजय वर्मा की सख्ती, चौकसी और अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जनपद में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं। उनकी सूझबूझ और नेतृत्व में अपराधों की तह तक पहुंचना और सटीक कार्रवाई करना अब पुलिस की पहचान बन चुकी है।

इस हाईप्रोफाइल गिरफ्तारी के बाद आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास और गहरा हुआ है। लोग खुलकर कह रहे हैं –
"जिले में अपराध करेगा, तो बच नहीं पाएगा – एसएसपी संजय वर्मा देख रहा है!" सलाम खाकी से गुलवेज आलम

जेटीसी प्रशिक्षण केंद्र का डीआईजी ने किया निरीक्षण

मुजफ्फरनगर। सहारनपुर परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक अभिषेक सिंह ने  बुधवार को मुजफ्फरनगर के तितावी थाना क्षेत्र स्थित जेटीसी प्रशिक्षण केंद्र (कल्याणकारी इंटर कॉलेज, बघरा) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा भी मौजूद रहे। डीआईजी ने प्रशिक्षण केंद्र पर नवचयनित रिक्रूट आरक्षियों के ठहरने, भोजन, शौचालय, स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान अभिषेक सिंह ने भोजन की गुणवत्ता, बैरिक की साफ-सफाई व समुचित व्यवस्था को लेकर संतोष जताया। उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों की सराहना करते हुए व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के दिशा-निर्देश भी दिए। साथ ही यह भी कहा कि प्रशिक्षण में अनुशासित और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है, ताकि आरक्षीगण न सिर्फ दक्ष बनें, बल्कि प्रेरणा के साथ कार्य कर सकें।

इस अवसर पर डीआईजी अभिषेक सिंह ने एसएसपी संजय वर्मा की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रशिक्षण केंद्र पर की गई व्यवस्थाएं बेहतर दिशा में एक मजबूत पहल हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि संजय वर्मा के नेतृत्व में जिले की पुलिसिंग और भी सशक्त होगी।

निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल, एसपी क्राइम/लाइन इंदु सिद्धार्थ, एसपी ट्रैफिक अतुल कुमार चौबे, सीओ फुगाना ऋषिका सिंह समेत अन्य अधिकारी और कर्मचारीगण मौजूद रहे। सलाम खाकी से गुलवेज आलम 

डीआईजी ने फीता काटकर किया नवनिर्मित सभागार कक्ष का उद्घाटन, बोले—रिक्रूट पुलिसकर्मियों को मिले बेहतर प्रशिक्षण माहौल

मुजफ्फरनगर। रिजर्व पुलिस लाइन में नवनिर्मित और आधुनिक सुविधाओं से युक्त सभागार कक्ष का उद्घाटन बुधवार को सहारनपुर परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी)  अभिषेक सिंह ने फीता काटकर किया। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि यह सभागार रिक्रूट आरक्षियों को एक अनुशासित, सुरक्षित और तकनीकी रूप से समृद्ध प्रशिक्षण देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

डीआईजी अभिषेक सिंह ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि प्रशिक्षण केंद्रों की व्यवस्थाएं जितनी आधुनिक और सुव्यवस्थित होंगी, उसी अनुपात में पुलिस बल की कार्यकुशलता और संवेदनशीलता भी निखरेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि रिक्रूट्स को न केवल शारीरिक और तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाए, बल्कि उन्हें कानून-व्यवस्था बनाए रखने, जनता के साथ समन्वय बनाने और पुलिसिंग के मूलभूत सिद्धांतों को आत्मसात कराने पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।

इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  संजय कुमार वर्मा भी उपस्थित रहे, जिन्होंने प्रशिक्षण को और अधिक व्यावहारिक, अनुशासित और गुणवत्तापरक बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि सभागार कक्ष जैसी व्यवस्थाएं रिक्रूट्स को एक प्रेरक वातावरण देती हैं, जिससे उनमें सेवा भावना, आत्मबल और नेतृत्व क्षमता का विकास होता है।

दोनों उच्चाधिकारियों की उपस्थिति ने न केवल अधीनस्थ अधिकारियों को उत्साहित किया बल्कि यह संदेश भी स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश पुलिस अब प्रशिक्षण के स्तर पर भी नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रही है। सलाम खाकी से गुलवेज आलम 

शामली कमांडर बोले - कार्यवाही हो तो ऐसी,

सुबह हुए मर्डर का खुलासा कर कैराना कोतवाल धर्मेन्द्र चौधरी ने शाम होते होते कातिलों को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया,

कैराना कोतवाली क्षेत्र में ग्राम मामौर में हुई हत्या मामले में पुलिस की त्वरित कार्यवाही हुई हैं,

कैराना कोतवाल चौधरी धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस की शानदार कार्यवाही,

हत्या की वारदात को अंज़ाम देने वाले दो बदमाशो को पुलिस ने मुठभेड़ में किया गिरफ्तार,

एक बदमाश के पैर में लगी गोली, मौके पर पहुंचे एडिशनल एसपी,

कोतवाली पुलिस की त्वरित कार्यवाही को एएसपी ने सराहना,

पुलिस की अविलंब कार्रवाई से गदगद पुलिस कप्तान डॉ रामसेवक गौतम ने कोतवाल को दिया 25 हजार रुपए का नकद इनाम,

नदीम को गोली लगना बताया गया है वहीं प्रकाश में आए फरमान नाम के बदमाश को भी पुलिस ने कांबिंग के दौरान अरेस्ट किया है,

तीसरा बदमाश जिसके ख़ुद ही हत्या के दौरान चोट लगी थी, वो स्वयं ही मेरठ हॉस्पिटल पहुंच कर एडमिट हो गया,

सूचना मिली तो तत्काल कोतवाल चौधरी धर्मेंद्र सिंह ने वहां फोर्स भेजा, और उसको निगरानी में लिवाया।।।