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गांव में कैराना कोतवाल की जबरदस्त एंट्री! धर्मेंद्र सिंह ने नशे और साइबर अपराध पर बोला हमला, कहा– “अब चुप रहने का समय नहीं”

कैराना। क्षेत्र में कानून व्यवस्था के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारियों को भी पूरी ईमानदारी से निभा रहे कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने गुरुवार को ग्राम भूरा और गोगवान में ग्रामीणों के बीच पहुंचकर एक प्रेरणादायक जागरूकता बैठक की। उन्होंने नशे के बढ़ते प्रभाव और साइबर अपराधों के नए-नए तरीकों पर खुलकर बातचीत की। कोतवाल ने ग्रामीणों को चेताते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब समाज को चुप बैठने की बजाय इन बुराइयों के खिलाफ खड़ा होना होगा।

कोतवाल धर्मेंद्र सिंह ने साफ कहा कि नशा एक ऐसा ज़हर है जो व्यक्ति की सोच, शरीर और भविष्य तीनों को धीरे-धीरे खत्म कर देता है। उन्होंने कहा कि नशे के कारण युवा अपनी ज़िंदगी बर्बाद कर रहे हैं, परिवार बिखर रहे हैं और समाज में असंतुलन फैल रहा है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे खुद को नशे से दूर रखें और अपने साथियों को भी जागरूक करें। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि पुलिस हमेशा उनके साथ है और इस मुहिम में हरसंभव सहयोग देने को तैयार है।

इसके अलावा साइबर अपराधों पर बोलते हुए कोतवाल ने कहा कि आजकल अपराधी मोबाइल फोन और इंटरनेट के ज़रिए लोगों को निशाना बना रहे हैं। फर्जी कॉल, लिंक, ओटीपी, सोशल मीडिया हैकिंग जैसे मामले तेजी से बढ़े हैं। उन्होंने लोगों को सख्त हिदायत दी कि वे किसी अनजान कॉल या लिंक पर विश्वास न करें, बैंक की जानकारी किसी को न दें और अगर कोई संदिग्ध गतिविधि हो, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें। उन्होंने साइबर हेल्पलाइन नंबर की जानकारी भी दी और बताया कि किसी भी साइबर अपराध की सूचना जितनी जल्दी दी जाए, उतनी जल्दी कार्रवाई संभव होती है।

ग्रामीणों का मिला भरपूर समर्थन

बैठक में दोनों गांवों के सैकड़ों लोग मौजूद रहे, जिनमें महिलाओं और युवाओं की भी अच्छी भागीदारी रही। ग्रामीणों ने इस जागरूकता अभियान को "समाज सुधार की दिशा में मजबूत क़दम" बताते हुए कोतवाल धर्मेंद्र सिंह की मुक्त कंठ से सराहना की। गांव भूरा के एक बुजुर्ग किसान ने कहा—

> “हमने आज तक किसी पुलिस अफसर को इतनी संवेदनशीलता और गंभीरता से बात करते नहीं देखा। उन्होंने जो बातें बताईं, वो हमारे बच्चों की ज़िंदगी बचा सकती हैं।”



यह अभियान चलता रहेगा

कोतवाली प्रभारी ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि यह कोई एक दिन का कार्यक्रम नहीं है।

 “यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक हर गांव, हर गली नशा और साइबर अपराध से पूरी तरह सुरक्षित नहीं हो जाता। पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए है, सिर्फ कानून लागू करने के लिए नहीं – समाज को दिशा देने के लिए भी है।”

निष्कर्ष

कोतवाल धर्मेंद्र सिंह की यह पहल सिर्फ एक जागरूकता अभियान नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन की शुरुआत है। उनकी जमीनी सक्रियता और संवाद शैली ने गांव-गांव में विश्वास का माहौल बनाया है, जो आने वाले दिनों में निश्चित ही सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा।

📰 नोट:
इस समाचार को अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए इसे सोशल मीडिया पर शेयर करें और नशामुक्त, सुरक्षित समाज बनाने में योगदान दें। सलाम खाकी से गुलवेज़ आलम 
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आगरा पुलिस कमिश्नर की सख्त निर्देश: सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीना पड़ेगा भारी

आगरा पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने वालों के खिलाफ सख्त अभियान शुरू किया है। उन्होंने जनता से सहयोग की अपील की है और कहा है कि यदि कोई सार्वजनिक स्थल पर शराब पीते हुए दिखाई दे तो तुरंत 112 पर सूचना दें।

*कमिश्नर की अपील*

पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने कहा है कि सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीना कानून का उल्लंघन है और इसके लिए जिम्मेदार नागरिक बनना होगा। उन्होंने कहा कि शराब पीने वालों पर कार्रवाई की जाएगी और जो लोग कानून का उल्लंघन करेंगे, उन्हें इसके परिणाम भुगतने पड़ेंगे।

*कार्रवाई का सिलसिला*

आगरा पुलिस ने सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक 405 लोगों पर कार्रवाई की जा चुकी है। पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और जो लोग सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीते हुए पकड़े जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

*निष्कर्ष*

आगरा पुलिस कमिश्नर की सख्त निर्देश और जनता के सहयोग से सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। यह अभियान शहर को सुरक्षित और सभ्य बनाने के लिए जरूरी है। हमें कानून का सम्मान करना चाहिए और सार्वजनिक स्थलों पर शराब पीने से बचना चाहिए।

मुजफ्फरनगर में एसएसपी संजय वर्मा ने जनसुनवाई में दिखाई संवेदनशीलता, महिला सुरक्षा पर दिए कड़े निर्देश

मुजफ्फरनगर। पुलिस प्रशासन की छवि तब निखरती है जब वर्दी में बैठा अधिकारी सिर्फ कानूनी औपचारिकताओं तक सीमित न रहकर आमजन की भावनाओं को भी समझे। ऐसा ही उदाहरण गुरुवार को मुजफ्फरनगर पुलिस कार्यालय में देखने को मिला, जहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने शासनादेशों के अनुपालन में आयोजित जनसुनवाई में जनता की समस्याएं बेहद गंभीरता व संवेदनशीलता से सुनीं।

जनसुनवाई में पहुंचे दर्जनों फरियादियों से सीधे संवाद करते हुए एसएसपी संजय वर्मा ने एक-एक शिकायत को न सिर्फ ध्यानपूर्वक सुना, बल्कि संबंधित अधिकारियों को त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के सख्त निर्देश भी मौके पर ही जारी किए। उनका यह सक्रिय रुख यह दर्शाता है कि वे केवल कुर्सी पर बैठे प्रशासक नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत को समझने वाले जिम्मेदार अफसर हैं।

विशेष रूप से महिलाओं द्वारा की गई शिकायतों को उन्होंने अत्यधिक गंभीरता से लेते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसे मामलों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एक मामले में तो उन्होंने तत्काल क्विक रिस्पॉन्स टीम (महिला विंग) को मौके पर रवाना कर यह साबित कर दियाकि महिला सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा, "महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना हमारा दायित्व ही नहीं, कर्तव्य है। यदि कोई अधिकारी इसमें कोताही बरतता है तो सीधी कार्रवाई की जाएगी।"

जनसुनवाई के दौरान मौजूद लोगों ने एसएसपी संजय वर्मा की प्रशंसनीय कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि इतने वरिष्ठ पद पर बैठा अधिकारी यदि आमजन से इस प्रकार संवेदनशीलता और ईमानदारी से संवाद करे, तो जनता और पुलिस के बीच की दूरी स्वतः खत्म हो जाती है। एक फरियादी ने कहा, "पहली बार ऐसा लगा कि पुलिस सिर्फ कार्रवाई की नहीं, समाधान की भी भाषा बोलती है।"

एसएसपी संजय वर्मा की छवि एक कड़क लेकिन न्यायप्रिय अफसर की है, जो न केवल अपराधियों के खिलाफ सख्ती से पेश आते हैं, बल्कि पीड़ितों की समस्याओं को भी व्यक्तिगत प्राथमिकता से सुनते हैं। उनकी अगुवाई में मुजफ्फरनगर पुलिस ने बीते कुछ महीनों में कई बड़े अभियानों को अंजाम दिया है और अपराधियों के मन में कानून का भय बैठाया है। लेकिन इसके साथ ही उनके द्वारा अपनाई गई जनसुनवाई की यह मानवीय पहल दर्शाती है कि वे सिर्फ एक अधिकारी नहीं, बल्कि एक ऐसे नेतृत्वकर्ता हैं जो जनता की भावनाओं को समझते हैं और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाने के लिए तत्पर रहते हैं।

मुजफ्फरनगर पुलिस मीडिया सेल के अनुसार, इस प्रकार की जनसुनवाई आगे भी नियमित रूप से आयोजित की जाती रहेंगी, ताकि हर वर्ग की आवाज़ सीधे जिले के शीर्ष अधिकारी तक पहुंचे और उन्हें न्याय मिल सके। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा की यह पहल निश्चित रूप से पुलिस व जनता के रिश्तों को और मजबूत करेगी। सलाम खाकी से गुलवेज़ आलम 
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व्यापारियों की सुरक्षा को लेकर सख्त हुईं महिला एसपी, चेताया- “हर कीमत पर होगी सुरक्षा, पर व्यापारियों को भी रहना होगा सतर्क”

मुजफ्फरनगर। जनपद में व्यापारियों और आम नागरिकों की सुरक्षा को लेकर महिला पुलिस अधीक्षक अपराध श्रीमती इन्दु सिद्धार्थ के नेतृत्व में गुरुवार को पुलिस लाइन सभागार में एक महत्वपूर्ण व्यापारी सुरक्षा गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में नगर मजिस्ट्रेट पंकज प्रकाश राठौर, सीएफओ अनुराग कुमार, प्रभारी निरीक्षक सिविल लाइन आशुतोष कुमार, उप निरीक्षक सत्येन्द्र सिंह (खालापार), यातायात प्रभारी इन्द्रजीत सिंह, विद्युत विभाग के एसडीओ राघवेन्द्र कुमार सहित व्यापार मंडल के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

गोष्ठी के दौरान महिला पुलिस अधीक्षक अपराध ने व्यापारियों की समस्याएं गंभीरता से सुनीं और मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को त्वरित एवं प्रभावी समाधान के लिए निर्देश दिए। श्रीमती इन्दु सिद्धार्थ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “मुजफ्फरनगर पुलिस व्यापारियों और जनसामान्य की सुरक्षा के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, वह कानून की पकड़ से नहीं बच सकता।”

महिला एसपी ने कहा कि पुलिस लगातार रात्रि गश्त, निगरानी और संदिग्धों पर पैनी नजर बनाए हुए है, मगर इसके साथ ही व्यापारियों को भी सतर्क रहना होगा। उन्होंने व्यापारियों से अपील की कि वे अपने प्रतिष्ठानों पर सीसीटीवी कैमरे अवश्य लगवाएं, उनकी दिशा और रिकॉर्डिंग की स्थिति की जांच करें, आपसी सहयोग से मार्गों और चौराहों पर भी कैमरे लगवाएं, रात्रि में बाजारों में प्रकाश की व्यवस्था करें, सुरक्षा गार्ड और चौकीदार रखें, और यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति या खतरा महसूस हो तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।

महिला पुलिस अधीक्षक अपराध ने व्यापारियों को साइबर ठगी और डिजिटल फ्रॉड से बचाव के उपाय भी बताए। उन्होंने कहा कि आजकल अपराधी तकनीक का दुरुपयोग कर ठगी कर रहे हैं, ऐसे में सतर्कता और जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने व्यापारियों से अपील की कि किसी भी ऑनलाइन लेनदेन के समय सतर्कता बरतें और किसी ठगी की आशंका होने पर तुरंत पुलिस को जानकारी दें।

श्रीमती इन्दु सिद्धार्थ की सशक्त और संवेदनशील नेतृत्वशैली ने न सिर्फ व्यापारियों को भरोसा दिलाया, बल्कि यह संदेश भी दे दिया कि मुजफ्फरनगर पुलिस का रवैया अब और ज्यादा सख्त, सजग और जवाबदेह है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों की सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है, क्योंकि “मुजफ्फरनगर पुलिस हर मोर्चे पर सतर्क है और अपराधियों के लिए जनपद की धरती अब सुरक्षित नहीं।”

गोष्ठी के दौरान व्यापारियों ने भी एसपी महोदया की कार्यप्रणाली की जमकर सराहना की और सहयोग का आश्वासन दिया। समापन पर उन्होंने कहा कि पुलिस और व्यापारी अगर साथ खड़े हों, तो अपराध की कोई भी परछाईं बाजारों तक नहीं पहुंच सकती। सलाम खाकी से गुलवेज़ आलम की रिपोर्ट 
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महिला सुरक्षा को लेकर एसएसपी संजय वर्मा का सराहनीय अभियान, मिशन शक्ति फेज-05 के तहत एंटी रोमियो टीमों की बड़ी पहल


मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के कुशल नेतृत्व में जनपद में महिला सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण की दिशा में एक और ठोस कदम उठाया गया। 'मिशन शक्ति फेज-05' के तहत जिले के सभी थानों की एंटी रोमियो टीमों ने व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया।

शहर व देहात के विभिन्न कस्बों, गांवों, बाजारों, सार्वजनिक स्थलों और धार्मिक स्थलों पर महिलाओं और बालिकाओं से संवाद कर उन्हें सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। इस दौरान टीमों ने पंफलेट बांटते हुए हेल्पलाइन नंबरों और महिला कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।

जागरूकता अभियान में खासतौर पर डॉयल-112, वुमेन पावर लाइन-1090, हेल्पलाइन-181, चाइल्ड हेल्पलाइन-1098, सीएम हेल्पलाइन-1076, वन स्टॉप सेंटर-181, 102 स्वास्थ्य सेवा व 108 एंबुलेंस सेवा की उपयोगिता पर जोर दिया गया। साथ ही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, आयुष्मान योजना, महिला शक्ति केंद्र योजना व निराश्रित महिला पेंशन योजना जैसी योजनाओं की जानकारी भी दी गई।

एसएसपी संजय वर्मा के नेतृत्व में मुजफ्फरनगर पुलिस ने न केवल कानून-व्यवस्था को सख्ती से संभाला है, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को लेकर लगातार गंभीर और संवेदनशील रवैया अपनाया है। जनपद की एंटी रोमियो टीमों की सक्रियता और जनसरोकारों से जुड़ी यह मुहिम उनकी दूरदर्शिता और कर्तव्यनिष्ठा का परिचायक है। सलाम खाकी से गुलवेज आलम 
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मुरादाबाद एसएसपी सतपाल अंतिल ने फरियादियों की सुनी पीड़ा, मातहतों को सख्त निर्देश

मुरादाबाद। एसएसपी मुरादाबाद सतपाल अंतिल ने गुरुवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में आए दर्जनों फरियादियों की समस्याएं गंभीरता से सुनीं और संबंधित अधिकारियों को शीघ्र व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को बेवजह थाना से पुलिस कार्यालय के चक्कर न लगाने पड़ें, इसके लिए प्रत्येक थाना प्रभारी जनसुनवाई और महिला हेल्पडेस्क को और अधिक सक्रिय और संवेदनशील बनाए।

जनसुनवाई के दौरान एसएसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन शिकायतों का समाधान थाना स्तर पर संभव है, उन्हें प्राथमिकता देते हुए समयबद्ध ढंग से निपटाया जाए। उन्होंने दो टूक कहा कि पीड़ित को राहत देना ही पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है, लिहाजा किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि जनता की शिकायतों के प्रति संवेदनशीलता दिखाएं और हर पीड़ित को न्याय दिलाना सुनिश्चित करें। जनसुनवाई में महिलाओं से जुड़ी शिकायतों को लेकर विशेष गंभीरता दिखाने और महिला हेल्पडेस्क को प्रभावशाली बनाने के भी निर्देश दिए गए।

एसएसपी अंतिल की जनसुनवाई से फरियादियों में भरोसा नजर आया और अधिकांश लोगों ने उम्मीद जताई कि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान होगा। सलाम खाकी से गुलवेज आलम 
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गोलियों की तड़तड़ाहट से दहला चिलकाना: मुठभेड़ में गोकशी गैंग का कुख्यात सरगना रिहान कुरैशी दबोचा, पैर में लगी गोली— हिस्ट्रीशीटर पर डेढ़ दर्जन से अधिक संगीन मुकदमे, पुलिस की साहसिक कार्रवाई से मचा हड़कंप

सहारनपुर। चिलकाना थाना क्षेत्र के दुमझेंडा-घोड़ापिपली मार्ग पर बुधवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब पुलिस और गोकशी गैंग के कुख्यात सरगना रिहान कुरैशी के बीच मुठभेड़ हो गई। करीब पंद्रह से अधिक संगीन आपराधिक मुकदमों में वांछित चल रहा हिस्ट्रीशीटर रिहान कुरैशी पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से घायल हो गया, जिसे मौके से दबोच लिया गया। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई, वहीं मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

थाना चिलकाना प्रभारी चन्द्रसेन सैनी को बुधवार तड़के सूचना मिली कि एक कुख्यात अपराधी बाइक से क्षेत्र से गुजरने वाला है। सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस टीम ने दुमझेंडा पुल के पास चेकिंग अभियान शुरू किया। कुछ ही देर में एक बिना नंबर की बाइक पर सवार संदिग्ध आता दिखाई दिया। पुलिस को देखते ही उसने भागने की कोशिश की, लेकिन बारिश के पानी से सड़क फिसलन भरी होने के कारण उसकी बाइक स्लिप हो गई और वह गिर पड़ा।

गिरते ही आरोपी ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जान की परवाह किए बिना पुलिस ने भी पूरी सतर्कता और साहस का परिचय देते हुए मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई की, जिसमें बदमाश के पैर में गोली लगी। घायल बदमाश को दबोचकर पुलिस ने तत्काल उसे जिला अस्पताल भिजवाया।

गिरफ्तार बदमाश की पहचान रिहान कुरैशी पुत्र इमरान कुरैशी निवासी मोहल्ला मजरहसन थाना चिलकाना के रूप में हुई है। रिहान पर गोकशी, हत्या के प्रयास, गैंगस्टर, अवैध हथियार और अन्य गंभीर धाराओं में डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। वह थाना चिलकाना का शातिर और घोषित हिस्ट्रीशीटर है।

पुलिस की इस त्वरित और साहसिक कार्रवाई की हर ओर सराहना हो रही है। थाना प्रभारी चन्द्रसेन सैनी के नेतृत्व में टीम ने जिस मुस्तैदी से काम किया, उससे न केवल एक खूंखार अपराधी गिरफ्तार हुआ बल्कि क्षेत्र में सक्रिय अन्य अपराधियों के हौसले भी पस्त हुए हैं। ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है, लेकिन मुठभेड़ के बाद से ही दुमझेंडा और आस-पास के गांवों में दहशत का माहौल है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में अपराधियों के खिलाफ सख्त अभियान जारी रहेगा और किसी भी हाल में अपराध को पनपने नहीं दिया जाएगा। सलाम खाकी से गुलवेज आलम