Advertisement

"कांवड़ मेला 2025 – खाकी की सतर्क निगाह, ड्यूटी से समर्पण तक"

✍️ रिपोर्ट: तसलीम अहमद | ‘सलाम खाकी’ राष्ट्रीय समाचार पत्रिका
📞 #salamkhaki | संपर्क: 8010884848


हरिद्वार की तैयारी, देश की आस्था की जिम्मेदारी

हरिद्वार। सावन के पवित्र महीने में आयोजित होने वाले कांवड़ मेला 2025 को लेकर इस बार सुरक्षा व्यवस्था अभूतपूर्व रूप से चुस्त-दुरुस्त की जा रही है। हरिद्वार में एक ओर जहां शिवभक्तों की भीड़ धीरे-धीरे उमड़ने लगी है, वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन ने संपूर्ण मेला क्षेत्र को डिजिटल निगरानी से लेकर फिजिकल प्वाइंट ड्यूटी तक में बांध दिया है।


11 ड्रोन कैमरे, 16 सुपर जोन, 134 सेक्टर – हर कोने पर सतर्कता

पूरे कांवड़ मेला क्षेत्र को 16 सुपर जोन, 37 जोन व 134 सेक्टरों में विभाजित कर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। 11 आधुनिक ड्रोन कैमरों की मदद से चप्पे-चप्पे की निगरानी की जाएगी। सुरक्षा के इस महासंग्राम में एसपी सिटी को मेला का नोडल अधिकारी, एसपी देहात को ग्रामीण क्षेत्र की व्यवस्था, और एसपी ट्रैफिक को यातायात प्रबंधन की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।


कांवड़ मेले की कमान: अफसर से लेकर जवान तक

एसपी से लेकर कांस्टेबल तक के अधिकारी हर मोर्चे पर तैनात रहेंगे। साथ ही स्पेशल पुलिस ऑफिसर्स (SPOs) की सेवाएं भी ली जाएंगी, जो सामाजिक समन्वय और लोकल इंटेलिजेंस में बड़ी भूमिका निभाएंगे।


“मेले को सफल बनाना हम सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए” – एडीजीपी

एडीजीपी अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय ब्रीफिंग में कहा गया कि यह मेला सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक सामूहिक उत्तरदायित्व है। उन्होंने पिछले अनुभवों से सीख लेकर इस बार की योजना को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए “हर अफवाह को रोकने और हर संकट का त्वरित समाधान” करने का आह्वान किया।


बिंदुवार दिशा-निर्देश और महत्वपूर्ण बातें

✅ किसी भी तरह की भ्रामक अफवाह को फैलने से पहले रोका जाए।
✅ ड्यूटी प्वाइंट पर तैनात पुलिस मूक दर्शक न बने, बल्कि जागरूक प्रहरी के रूप में कार्य करे।
छोटी घटनाएं भी बड़ी बन सकती हैं, अतः उन्हें नजरअंदाज न किया जाए।
✅ भीड़ को नियंत्रण में रखना और तितर-बितर करना पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।
भड़काऊ डीजे गीत, सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट या धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाली गतिविधियों पर विशेष निगरानी रखी जाए।


ट्रैफिक मैनेजमेंट 24x7 निगरानी में

आईजी ट्रैफिक एन.एस. नपच्याल ने कहा कि 24 घंटे ट्रैफिक मॉनिटरिंग, और अन्य राज्यों से संभावित भीड़ का आंकलन लगातार किया जाएगा।

आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप ने अपने पूर्व अनुभव साझा करते हुए कहा कि ट्रैफिक प्लान का सभी स्तरों पर कार्यान्वयन जरूरी है, साथ ही किसी भी गड़बड़ी पर त्वरित प्रतिक्रिया होनी चाहिए।


डीएम मयूर दीक्षित: “संयोजन ही सफलता की कुंजी है”

हरिद्वार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि पुलिस, प्रशासन और अन्य विभागों के बीच समन्वय अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा, “हालातों के अनुसार खुद को ढालते हुए ही हम कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न करा सकते हैं।"


एसएसपी डोबाल की सावधानीपूर्ण अपील

एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने मानसून को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।

📌 हरकी पैड़ी जीरो ज़ोन में निजी या सरकारी वाहन की अनुमति नहीं।
📌 हर ठेली, फेरीवाले और अतिक्रमण को हरकी पैड़ी क्षेत्र में रोका जाए।
📌 नदी में पुलों से छलांग लगाने वालों पर विशेष निगरानी रहे।
📌 मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता आवश्यक।


संदेश साफ़ है – "खाकी तैयार है, आप सहयोग करें"

कांवड़ मेला 2025 का यह आयोजन केवल शिवभक्तों की आस्था का उत्सव नहीं, बल्कि उत्तराखंड प्रशासन और पुलिस की सजगता, सतर्कता और सेवा भावना का परिचायक भी है।

‘सलाम खाकी’ उन सभी अधिकारियों और जवानों को नमन करता है जो दिन-रात बिना थके इस विराट आयोजन को सुरक्षित, शालीन और सफल बनाने में जुटे हैं।

📞 संपर्क: पत्रकार तसलीम अहमद, 'सलाम खाकी'
#KanwarMela2025 #HaridwarPolice #UPUKJointOperation #SalamKhaki #DroneSurveillance #LawAndOrder #KhakiOnDuty

"कांवड़ यात्रा में डीजे पर शिकंजा – उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश पुलिस का संयुक्त सघन अभियान"

✍️ रिपोर्ट: तसलीम अहमद, 'सलाम खाकी' राष्ट्रीय समाचार पत्रिका

📞 #salamkhaki | संपर्क: 8010884848


नारसन (उत्तराखंड/उत्तर प्रदेश सीमा):
सावन मास की शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा का धार्मिक उत्साह चरम पर है, वहीं कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश पुलिस संयुक्त रूप से सख़्त मोर्चा संभाले हुए है। इस वर्ष डीजे संस्कृति पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसी क्रम में दोनों राज्यों की पुलिस ने मिलकर एक सघन अभियान चलाया जिसमें अवैध, असामान्य रूप से बड़े डीजे सिस्टम और नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

संयुक्त चेकिंग अभियान का नेतृत्व नारसन चौकी प्रभारी उप निरीक्षक हेमदत्त भारद्वाज (कोतवाली मंगलौर, उत्तराखंड) एवं पुरकाजी थानाध्यक्ष उप निरीक्षक जयवीर सिंह (उत्तर प्रदेश पुलिस) ने किया। पुलिस बल ने विशेष रूप से उन इलाकों में चेकिंग की जहाँ बड़े डीजे सेटअप लगाए जा रहे थे।


जारी की गई स्पष्ट गाइडलाइन:

✅ डीजे का साइज निर्धारित मानक के अनुसार ही होना चाहिए।
✅ केवल धार्मिक भजन और शिव भक्ति गीत ही बजाए जा सकते हैं।
❌ किसी भी प्रकार के भड़काऊ, अश्लील या जातीयता फैलाने वाले गानों पर पूर्ण प्रतिबंध।
✅ नियमों का उल्लंघन करने पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की चेतावनी।


डीजे संचालकों को थमाए गए नोटिस:

चेकिंग के दौरान कई डीजे संचालकों को मौके पर ही नोटिस थमाए गए और उन्हें स्पष्ट रूप से नियमों से अवगत कराया गया। पुलिस अधिकारियों ने यह भी चेताया कि यदि आगे इन निर्देशों का उल्लंघन हुआ तो संबंधित लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी जिसमें डीजे ज़ब्ती, जुर्माना और एफआईआर जैसी कठोर धाराएं लग सकती हैं।


खाकी का जिम्मेदार चेहरा:

इस मुहिम में पुलिस का मानवीय और संयमित रवैया भी सामने आया। पुलिस ने केवल सख्ती नहीं बरती बल्कि डीजे मालिकों और आयोजकों को समझाकर सहयोगात्मक तरीके से नियम पालन सुनिश्चित करवाया।


निष्कर्ष:

कांवड़ यात्रा जहां आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है, वहीं शांति, अनुशासन और सामाजिक समरसता भी इसकी पहचान होनी चाहिए। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की पुलिस द्वारा किया गया यह संयुक्त अभियान न केवल कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करता है बल्कि सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की दिशा में भी एक सकारात्मक कदम है।


🙏 'सलाम खाकी' – खाकी को सलाम, जो न केवल सुरक्षा का प्रहरी है, बल्कि समाज में अनुशासन का मार्गदर्शक भी है।

📌 यह रिपोर्ट “सलाम खाकी” राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के पत्रकार तसलीम अहमद द्वारा तैयार की गई है।
📞 संपर्क: 8010884848
#KaanwarYatra2025 #SalamKhaki #UPPolice #UKPolice #DJGuidelines #ShivBhakti #KanwarYatraUpdates



कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर मेरठ में उच्चस्तरीय मंथन – मुख्य सचिव और DGP के स्वागत में जुटा पुलिस महकमा

रिपोर्टर – अरविंद कौशिक, सलाम खाकी राष्ट्रीय समाचार पत्रिका

📍 मेरठ | दिनांक – 08 जुलाई 2025


श्रावण मास की पावन कांवड़ यात्रा केवल आस्था का पर्व नहीं, बल्कि प्रशासनिक सजगता और सुरक्षा की गंभीर परीक्षा भी होती है। इसी को लेकर मेरठ जनपद में दिनांक 08 जुलाई 2025 को उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक (DGP) का भव्य स्वागत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा किया गया। इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा और व्यापक रणनीति को अंतिम रूप देने हेतु एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन भी किया गया।


🌿 स्वागत से सुरक्षात्मक संकल्प तक

मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक महोदय के स्वागत उपरांत, मेरठ पुलिस लाइन में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें ADG मेरठ जोन, DIG

सहारनपुर परिक्षेत्र, DIG मेरठ परिक्षेत्र सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस प्रतीकात्मक पहल के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक उत्तरदायित्व का संदेश भी दिया गया।


🧭 आयुक्त सभागार में गोष्ठी: कांवड़ यात्रा पर फोकस

आयुक्त सभागार, मेरठ में आयोजित इस उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव एवं DGP उत्तर प्रदेश द्वारा की गई। बैठक का उद्देश्य था – श्रावण मास एवं कांवड़ यात्रा 2025 को शांतिपूर्ण, सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराना।

इस गोष्ठी में DIG सहारनपुर परिक्षेत्र श्री अभिषेक सिंह ने विशेष रूप से सहारनपुर मंडल की तैयारी, कानून व्यवस्था की समीक्षा, और कांवड़ यात्रा रूट की बारीकियों को साझा किया।


🔍 पूर्व की घटनाओं से सबक – भविष्य के लिए तैयार

DIG सहारनपुर ने बैठक में बताया कि:

  • पूर्व वर्षों में हुई घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
  • संभावित दुर्घटनाओं और आपात स्थितियों से निपटने के लिए सभी स्तरों पर तैयारियाँ पूरी हैं।
  • रूट डायवर्जन, मेडिकल सहायता, जल व्यवस्था और यातायात नियंत्रण जैसे विषयों पर विशेष बल दिया जा रहा है।

📱 सोशल मीडिया पर विशेष निगरानी

बैठक में सोशल मीडिया की भूमिका को भी अहम माना गया। DIG सहारनपुर ने कहा कि:

"फेक न्यूज, अफवाहें और नकारात्मक नैरेटिव फैलाने वाले अकाउंट्स पर विशेष सतर्कता रखी जा रही है। ऐसे मामलों में तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।"

सोशल मीडिया को मॉनिटर करने के लिए अलग से टीमें गठित की गई हैं, जिससे किसी भी अफवाह का तुरंत खंडन किया जा सके।


🤝 अंतरराज्यीय समन्वय की पहल

कांवड़ यात्रा में उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली से भी श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में DIG सहारनपुर द्वारा इन राज्यों के पुलिस अधिकारियों से समन्वय बनाए रखने की बात पर बल दिया गया, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में भी किसी प्रकार की अव्यवस्था न उत्पन्न हो।


🔚 निष्कर्ष: सजगता, समर्पण और समन्वय

यह बैठक केवल एक प्रशासनिक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि यह एक दृढ़ संकल्प थी कि इस वर्ष की कांवड़ यात्रा न केवल सुरक्षित होगी, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक और शांतिपूर्ण अनुभव भी बनेगी। प्रशासन, पुलिस और तकनीकी तंत्र मिलकर एक ऐसी प्रणाली बनाने में लगे हैं जहाँ आस्था और व्यवस्था दोनों का सम्मान हो।


#Shravan2025
#KawadYatra2025
#SaharanpurPolice
#MeerutReviewMeeting
#SalamKhaki
#DIGAbhishekSingh
#SafePilgrimage
#SmartYatra

📞 रिपोर्टर: अरविंद कौशिक – 8010884848
सलाम खाकी राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के लिए विशेष रिपोर्ट

कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारी: सहारनपुर में तकनीकी निगरानी से सुरक्षा के नए आयाम


रिपोर्टर – अरविंद कौशिक, सलाम खाकी समाचार पत्रिका

कांवड़ यात्रा—a श्रद्धा, भक्ति और समर्पण का पर्व। हर वर्ष लाखों श्रद्धालु देशभर से हरिद्वार की ओर कांवड़ लेकर निकलते हैं, और ऐसे विशाल आयोजन को सुरक्षित एवं व्यवस्थित रूप से संपन्न कराना एक बहुत बड़ी चुनौती होती है। इस बार कांवड़ यात्रा 2025 को और अधिक सुरक्षित, स्मार्ट और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में सहारनपुर प्रशासन ने कमर कस ली है।


DIG का निरीक्षण: आधुनिक तकनीक का भरोसा

सहारनपुर परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) महोदय द्वारा नगर निगम सहारनपुर स्थित ICCC (Integrated Command and Control Centre) का निरीक्षण किया गया। यह केंद्र आने वाले कांवड़ मेले के दौरान निगरानी और नियंत्रण का मुख्य आधार बनेगा।

निरीक्षण के दौरान DIG महोदय ने केंद्र की कार्यप्रणाली, निगरानी उपकरणों की गुणवत्ता, और आपातकालीन स्थिति में उनकी प्रतिक्रिया क्षमता की गहनता से जांच की। साथ ही उन्होंने वहां उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी संसाधनों का समुचित और सतर्कता से प्रयोग सुनिश्चित किया जाए


ICCC: सुरक्षा और सुविधा का डिजिटल प्रहरी

ICCC एक आधुनिक डिजिटल हब है जहाँ से सैकड़ों कैमरों, GPS ट्रैकिंग, ट्रैफिक मॉनिटरिंग और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम के जरिए पूरे कांवड़ मार्ग की निगरानी की जाती है। यह न केवल यातायात व्यवस्था को संभालता है, बल्कि किसी भी अप्रिय घटना के समय तुरंत सतर्कता और कार्रवाई का माध्यम बनता है।

इस तकनीक के माध्यम से श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य सहायता, ट्रैफिक नियंत्रण और law & order को बेहतर ढंग से मैनेज किया जा सकता है। DIG महोदय का यह दौरा इस बात का संकेत है कि प्रशासन पूरी तरह गंभीर और सजग है।


मीडिया से संवाद: भरोसे का पुल

निरीक्षण के बाद DIG महोदय ने मौके पर उपस्थित मीडिया एवं प्रेस प्रतिनिधियों से संवाद किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार की कांवड़ यात्रा में जो नई तकनीकी व्यवस्थाएं लागू की जा रही हैं, उनसे न केवल सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि आमजन को एक सुगम और सुविधा से भरपूर यात्रा अनुभव मिलेगा।

मीडिया के माध्यम से उन्होंने आमजन को यह आश्वस्त किया कि प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है, और श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होने दी जाएगी।


निष्कर्ष: तकनीक और तत्परता से भरोसे की राह

कांवड़ यात्रा 2025 के लिए सहारनपुर प्रशासन की तैयारियां एक मिसाल बन रही हैं। ICCC जैसे हाई-टेक सेंटर की सक्रिय भूमिका, और DIG जैसे वरिष्ठ अधिकारियों की प्रत्यक्ष निगरानी इस बात का प्रतीक है कि सुरक्षा और सुविधा दोनों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।

श्रद्धालुओं को अब न केवल भगवान शिव की कृपा का भरोसा है, बल्कि "खाकी" की सुरक्षा और तकनीक की निगरानी का भी पूरा विश्वास है।


#KawadYatra2025
#SaharanpurSmartMonitoring
#ICCC
#SalamKhaki
#DigitalSafety
#FaithAndSecurity

📞 रिपोर्टर संपर्क: अरविंद कौशिक – 8010884848

जानसठ के सीओ यतेन्द्र सिंह नागर: निडर नेतृत्व में अपराधियों पर शिकंजा, कांवड़ यात्रा के लिए भी जुटे सक्रिय रूप से

रिपोर्ट: तसलीम बेनकाब, सलाम खाकी समाचार पत्रिका

मुज़फ्फरनगर, 9 जुलाई 2025
मुज़फ्फरनगर ज़िले में यदि कोई पुलिस अधिकारी आज के समय में अपने निडरता, निष्पक्षता और कार्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिए विशेष पहचान बनाए हुए है, तो वह हैं – पुलिस क्षेत्राधिकारी जानसठ यतेन्द्र सिंह नागर। उनके नेतृत्व में जानसठ सर्किल के अंतर्गत आने वाले तीनों थानों – जानसठ, मीरापुर और रामराज – ने अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कर एक मिसाल कायम की है।

🔹 निष्पक्षता और पारदर्शिता की मिसाल

यतेन्द्र सिंह नागर का कार्यकाल जहां-जहां भी रहा, वहाँ उन्होंने अपनी ईमानदार छवि, न्यायप्रिय रवैये और दमदार कार्यशैली से जनता का भरोसा जीता। उनके लिए सबसे अहम है कि हर केस को तथ्यों के आधार पर सही ढंग से वर्कआउट किया जाए, न कि जल्दबाज़ी या दिखावे के लिए फर्जी कार्यवाही की जाए। यही बात वह अपने अधीनस्थों को भी बार-बार समझाते हैं – “समय लगे, कोई बात नहीं, पर सच्चाई से केस खोलो।”

🔹 जानसठ सर्किल में अपराधियों पर चढ़ा शिकंजा

उनके नेतृत्व में तीनों थानों की पुलिस टीमें पूरी मुस्तैदी से ऐसे अपराधियों की कुंडली खंगाल रही हैं, जो वर्षों से कानून से बचते रहे। अब उन पर सटीक रणनीति और सतत निगरानी के ज़रिये शिकंजा कसा जा रहा है।

  • जानसठ, मीरापुर और रामराज थाना क्षेत्रों में अपराधियों की धरपकड़ तेज़ हुई है।
  • सक्रिय पुलिसिंग के चलते अपराध की घटनाओं में गिरावट दर्ज की गई है।
  • थाना प्रभारियों की टीम लगातार ऐसे अपराधियों पर नजर रख रही है जो समाज में भय फैलाने की कोशिश करते हैं।

🔹 कांवड़ यात्रा को लेकर भी सक्रिय मोर्चा

मुज़फ्फरनगर में आगामी श्रावण कांवड़ यात्रा 2025 को लेकर भी सीओ यतेन्द्र सिंह नागर और उनकी टीम पूरी तरह से सक्रिय हो गई है।

  • सभी थानों की टीमें कांवड़ मार्गों की सुरक्षा, यातायात नियंत्रण, निगरानी एवं समन्वय हेतु तैनात हैं।
  • सीओ स्वयं नियमित रूप से मॉनिटरिंग एवं निर्देश दे रहे हैं ताकि यात्रा शांतिपूर्वक सम्पन्न हो।

🔹 जनता और अधीनस्थों में विश्वास

पुलिस क्षेत्राधिकारी यतेन्द्र सिंह नागर न केवल अपने कर्मठ व्यवहार से वरिष्ठ अधिकारियों का विश्वास जीतते हैं, बल्कि उनके अधीनस्थ भी उन्हें एक प्रेरणादायक अधिकारी मानते हैं। उनके नेतृत्व में कार्य कर रही टीम अनुशासन, ज़िम्मेदारी और पारदर्शिता के साथ अपराध नियंत्रण में लगी है।


निष्कर्ष:
सीओ जानसठ यतेन्द्र सिंह नागर की पहचान आज एक निडर, निष्पक्ष और दमदार अधिकारी के रूप में बन चुकी है। उनका कार्य सिर्फ अपराधियों को जेल भेजने तक सीमित नहीं, बल्कि न्यायप्रिय व्यवस्था को जमीनी स्तर तक पहुँचाने का है।
उनके नेतृत्व में जानसठ सर्किल एक सुरक्षित, संगठित और संवेदनशील पुलिस तंत्र की मिसाल पेश कर रहा है।

#salamkhaki
📞 रिपोर्ट: तसलीम बेनकाब – 8010884848
“सलाम खाकी – जहां वर्दी के पीछे छुपे फर्ज़ की सच्चाई सामने आती है”

🚨 जब 'खाकी' पर पड़ा दाग: बुलंदशहर में महिला SHO के साथ सिपाहियों की बदसलूकी 🚨

लेखक: ज़मीर आलम, पत्रकार – "सलाम खाकी", बुलंदशहर

📞 #salamkhaki | 8010884848


बुलंदशहर – जिस खाकी वर्दी को कानून का प्रतीक माना जाता है, जब वही वर्दी शर्मनाक हरकतों में लिप्त हो जाए, तो पूरे पुलिस विभाग की छवि पर सवाल खड़े हो जाते हैं। एक ऐसा ही मामला हाल ही में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में सामने आया है, जिसने ‘खाकी’ को शर्मसार कर दिया।

मामला क्या है?

मामला उस समय का है जब बुलंदशहर की महिला थाना प्रभारी (SHO) सिविल ड्रेस में डॉक्टर को दिखाने के लिए निजी वाहन से अस्पताल जा रही थीं। उन्हें क्या पता था कि पुलिस के ही दो सिपाही – अनुज चौधरी और रूधन खोखर – उन्हें रास्ते में रोककर न केवल बदतमीजी करेंगे, बल्कि जान से मारने की कोशिश भी करेंगे।

क्या हुआ मौके पर?

महिला SHO की गाड़ी के आगे इन दोनों कॉन्स्टेबलों ने शराब के नशे में पुलिस की गाड़ी खड़ी कर दी। जब SHO ने उन्हें गाड़ी हटाने को कहा, तो उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए बहस शुरू कर दी। SHO ने स्पष्ट किया कि वह महिला थाने की प्रभारी हैं, लेकिन इसका भी इन दोनों पर कोई असर नहीं पड़ा। उलटे उन्होंने यह कहकर और अपमान बढ़ा दिया — "होगी कोई थाना प्रभारी, जाओ कप्तान को फोन करके बता दो।"

नशे में चूर, जिम्मेदारी से दूर

यह घटना सिर्फ महिला SHO के सम्मान पर हमला नहीं है, बल्कि पुलिस की आंतरिक अनुशासन प्रणाली पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाती है। नशे में धुत सिपाही न केवल अपने कर्तव्यों को भूल बैठे, बल्कि एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ भी वैसा व्यवहार किया जैसा किसी अपराधी से किया जाता है। सोचिए अगर यही हरकत किसी आम महिला के साथ होती, तो उसका क्या हश्र होता?

कार्रवाई क्या हुई?

महिला SHO की शिकायत पर एएसपी ने त्वरित संज्ञान लिया। दोनों सिपाहियों – अनुज चौधरी और रूधन खोखर – को लाइन हाजिर कर दिया गया है और एसएसपी ने उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं।

सवाल उठते हैं...

  • क्या पुलिसकर्मियों की नियमित मेडिकल जांच नहीं होनी चाहिए?
  • शराब पीकर ड्यूटी पर आने वालों पर Zero Tolerance Policy क्यों लागू नहीं होती?
  • क्या महिला अधिकारियों के साथ ऐसा व्यवहार केवल इसलिए होता है क्योंकि वे सिविल ड्रेस में थीं?

"सलाम खाकी" की ओर से सवाल भी, सुझाव भी

👉 खाकी वर्दी में कुछ चुनिंदा लोग जब अनुशासन तोड़ते हैं, तो पूरे विभाग की छवि खराब होती है।
👉 ऐसे मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, जिससे वर्दी की गरिमा बनी रहे।
👉 महिला अधिकारियों के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था और स्पष्ट नियम लागू किए जाएं।


समाप्ति में एक सवाल:
अगर कानून के रक्षक ही कानून को पैरों तले रौंदने लगें, तो फिर आम जनता किससे न्याय की उम्मीद करे?


“सलाम खाकी” ऐसी घटनाओं को सामने लाकर न केवल पुलिस व्यवस्था को जागरूक करना चाहता है, बल्कि सही और अनुशासित पुलिसकर्मियों को भी यह अहसास दिलाना चाहता है कि उनके बीच छुपे कुछ ‘गंदे दाग’ पूरे सिस्टम को कलंकित कर रहे हैं।

📌 रिपोर्टर: ज़मीर आलम, बुलंदशहर
📞 #salamkhaki | 8010884848


अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी है जिसमें खाकी की गरिमा खतरे में पड़ी हो, तो हमें जरूर बताएं। हम आपके साथ हैं।

🔎 24 घंटे में चोरी का खुलासा, ₹5.92 लाख बरामद: “सलाम खाकी” मेरठ पुलिस को सलाम

✍️ मनीष सिंह | सलाम खाकी
📸 संपर्क: 8010884848


मेरठ, थाना ब्रह्मपुरी।
मेरठ की ब्रह्मपुरी पुलिस ने 24 घंटे से भी कम समय में चोरी की बड़ी वारदात का सफल अनावरण करते हुए न सिर्फ आरोपी को गिरफ्तार किया, बल्कि चोरी गई ₹5,92,850 की नगदी भी बरामद कर मिसाल कायम की है।
इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस की सतर्कता, तकनीकी सूझबूझ और मजबूत रणनीति को प्रमाणित कर दिया है — "सलाम खाकी" वाकई सच्चे सिपाहियों को सलाम करता है।


🔹 घटना का संक्षेप विवरण

पीड़ित श्री साहिल हांडा, निवासी 137, आर.के.पुरम, ब्रह्मपुरी मेरठ, Campa Cold Drink के वितरक हैं। उनके घर के सामने ही गोदाम है, जिसमें एक ऑफिस में तिजोरी रखी होती है।
दिनांक 4/5 जुलाई 2025 की रात, अज्ञात चोर गोदाम में घुसे और तिजोरी में रखे ₹6 लाख रुपए तथा कैमरे की DVR चोरी कर ले गए।

इस संदर्भ में मु0अ0सं0 284/2025, धारा 305 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ के आदेशानुसार एक विशेष टीम का गठन कर घटना की तत्काल जांच शुरू की गई।


🔹 चोरी की कहानी, चोर की जुबानी

पुलिस की पड़ताल ने जल्द ही संदिग्ध तक पहुंच बना ली और अभियुक्त विक्की पुत्र शेखर कश्यप, निवासी जैनपुर थाना लोहियानगर (मूल निवासी ग्राम सोहलदा, थाना मुण्डाली), उम्र 26 वर्ष को गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में आरोपी ने बताया:

“मैं पिछले एक साल से साहिल भैया के गोदाम में बेलदारी करता था। कई बार ऑफिस गया तो देखा कि रैक में पैसे पड़े होते हैं। लालच आ गया। कल रात अपनी बहन का लाल लोवर और बालों वाली टोपी पहनकर ऑफिस पहुंचा।
लाइट काट दी, गेट के नीचे से अंदर घुसा, रैक से तिजोरी की चाबी मिली और तिजोरी से पैसे निकाल लिए। DVR भी ले गया ताकि मेरी पहचान न हो। सबूत छिपाने के लिए DVR, लोवर और टोपी खेत की झाड़ियों में फेंक दी और 25-30 गड्डियां लेकर घर चला गया।"


🔹 तेजी से की गई बरामदगी

पुलिस ने अभियुक्त की निशानदेही पर उसके घर से ₹5,92,850 नगद बरामद कर लिए।
इस महत्वपूर्ण बरामदगी के आधार पर केस में धारा 317(2) बीएनएस की बढ़ोत्तरी भी की गई है। अभियुक्त को समय से न्यायालय में पेश किया जाएगा।


🔹 सलाम खाकी: एक भरोसे की वजह

इस सफलता के पीछे पुलिस की कड़ी मेहनत, स्मार्ट इंवेस्टिगेशन और टीम वर्क है।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में ब्रह्मपुरी थाने की टीम ने यह साबित कर दिया कि अपराध चाहे जितना भी शातिर हो, “खाकी” की निगाह से बचना मुश्किल है।


👉 *ऐसे प्रकरण केवल एक केस नहीं होते, ये समाज में यह संदेश देते हैं कि न्याय प्रणाली सक्रिय है और पीड़ित की आवाज़ अनसुनी नहीं होगी