झिंझाना का सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र है जनपद शामली का कोविड लेवल नम्बर 1 होस्पीटल
7 दिन पूर्व झिंझाना के दो मकानों मे रहते मिले थे जमात के 14 लोग , जो करीब 21 मार्च मे दिल्ली निजामुद्दीन मरकज से शामली जनपद के झिंझाना मे आ कर रह रहे थे । ये सभी लोग त्रिपुरा के रहने वाले है ।
सलाम खाकी ऑनलाइन न्यूज़ मीनी मुख्यालय शामली 5 अप्रैल 2020
शुक्रवार 3 अप्रैल को शामली जनपद के झिंझाना कस्बे के राष्ट्रीय शिक्षा सदन इंटर कॉलेज में क्वांरटीन किये गये 14 लोगों के कोरोना की जांव के सैम्पल मेरठ भेजे गये थे ।
31 मार्च को क्वार्टीन किये गये 14 लोग पिछले कुछ दिनों से कस्बे के बिडौली बस स्टैंड के पास और गाड़ी वाला चौक के पास एक मकान में छिपकर रह रहे थे।
यह लोग दिल्ली निजामुद्दीन के मरकज से यहां आए थे । प्रशासन को सूचना मिलने के बाद 31 मार्च को ऊन एसडीएम द्वारा इनकी जांच कराई गई थी जो उस समय नेगेटिव आई थी । मगर पहले इन लोगों को कस्बे के मोहल्ला तलाई के मदरसे में क्वांरटीन किया गया था । मगर जिला प्रशासन के आदेश पर उक्त कॉलेज में क्वांरटीन किया गया था । जहां 3 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी के नमूने सैंपल लेकर मेरठ भेजे थे
फाइल फोटो
गत 3 अप्रैल मे कोरोना जांच के लिए उक्त लोगों के सैम्पल लेकर मेरठ भेजे गये थे । जिनकी जांच रिपोर्ट की सूचना आज रात करीब 9:00 बजे यहां अस्पताल में पहुंची तो सुनते स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया । यह सूचना कस्बे में भी आग की तरह फैल गई इस संबंध में जनपद के जिलाधिकारी जसीत कौर से बात की गई तो उन्होंने इसकी पुष्टि करते हुए बताया 👇
शामली जिला अधिकारी जसजीत कौर ने बताया कि जनपद से कुल 44 लोगों की जांच सैम्पल भेजे गये थे जिनमे 31 की रिपोर्ट आ गयी है उनमे 5 लोग संक्रमित पाये गये जो त्रिपुरा के निवासी है । मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपनी टीम को साथ लेकर झिंझाना पहुंच गए हैं जो संबंधित लेवल वन के अस्पताल में उनको भर्ती कराकर उपचार करायेंगे । बाकी लोगों की जांच रिपोर्ट कल सोमवार में पहुंचने की उम्मीद है ।
जांच का दायरा बढ़ सकता है
जिन दो घरों में यह लोग रहा करते थे आजकल उन्हीं घरों से इनका खाना यहां कॉलेज में पहुंचता हैं । जांच रिपोर्ट में 5 लोगों के पुराना मिलने की वजह से उन लोगों की भी जांच होना जरूरी है जिनके घर से खाना आया करता था या इनके टच में जो लोग रहते थे
सलाम खाकी न्यूज़ ऑनलाइन मीनी मुख्यालय शामली से समाचार संपादक सलेक चन्द वर्मा की रिपोर्ट
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