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कांधला पुलिस ने अवैध तमंचा सहित युवक को दबोचा

कांधला। थाना पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति/वाहन चेकिंग अभियान के दौरान एक युवक को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से अवैध हथियार बरामद किया है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक शामली नरेंद्र प्रताप सिंह के आदेश पर जिलेभर में संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक के निर्देशन और क्षेत्राधिकारी कैराना के नेतृत्व में कांधला पुलिस टीम ने दबिश देकर एक आरोपी को पकड़ लिया। तलाशी में आरोपी के पास से एक तमंचा और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ।

गिरफ्तार युवक की पहचान सुंदर पुत्र लख्मी निवासी ग्राम डुढार, थाना कांधला, जनपद शामली के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में उपनिरीक्षक विक्रम सिंह, कांस्टेबल प्रवेश कुमार और कांस्टेबल पुष्पेंद्र कुमार शामिल रहे।

सूत्रों के अनुसार, एक दिन पहले ही इंटरनेट मीडिया पर एक महिला की तस्वीर हथियार थामे हुए वायरल हुई थी। बताया जा रहा है कि वायरल तस्वीर में नजर आ रही महिला सुंदर की पत्नी ममता है। हालांकि, पुलिस ने महिला पर कोई कार्रवाई न करते हुए उसके पति सुंदर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। रिपोर्ट - गुलवेज़ आलम कैराना

कांधला थानाध्यक्ष सतीश कुमार पहुंचे यमुना प्रभावित गांव, बढ़ते जलस्तर से ग्रामीणों में चिंता!

कांधला। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश का असर अब यमुना नदी पर साफ दिखाई देने लगा है। नदी का जलस्तर तेज़ी से बढ़ने लगा है, जिसके चलते कांधला क्षेत्र के कई गांव प्रभावित होने लगे हैं। इनमें प्रमुख रूप से इस्लामपुर टील और दुंडूखेड़ा गांव शामिल हैं, जहां पानी बढ़ने की आशंका ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।

खतरे की आहट को देखते हुए कांधला थानाध्यक्ष सतीश कुमार मंगलवार को अपनी पुलिस टीम के साथ प्रभावित गांवों में पहुँचे। उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर हालात का जायज़ा लिया और लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को सतर्क रहने की अपील की। पुलिस टीम ने गांव-गांव जाकर लोगों से कहा कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत पुलिस या प्रशासन को सूचना दें।

प्रशासन सतर्क, निगरानी तेज

जानकारी के अनुसार, प्रशासन और पुलिस ने प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी तेज कर दी है। यमुना का जलस्तर यदि और बढ़ा तो राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया जाएगा। नावों और अन्य संसाधनों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। वहीं, ग्रामीणों को ऊँचे स्थानों पर जाने और सुरक्षित जगहों पर ठहरने की सलाह दी गई है।

ग्रामीणों में चिंता

इस्लामपुर टील और दुंडूखेड़ा के ग्रामीणों का कहना है कि यमुना का पानी यदि और बढ़ता है तो खेत और घरों में पानी भर सकता है। किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान की चिंता है क्योंकि कई बीघा खेत नदी के किनारे पर हैं। गांव की महिलाएं और बुजुर्ग बच्चों को लेकर खासे परेशान हैं।

हर पल की रिपोर्टिंग

थानाध्यक्ष सतीश कुमार ने अपनी टीम के साथ गांवों में लगातार गश्त शुरू कर दी है। नदी की धाराओं और पानी के स्तर की पल-पल की जानकारी संबंधित विभागों तक भेजी जा रही है। वहीं, जिला प्रशासन ने भी अलर्ट जारी करते हुए खतरे की आशंका वाले गांवों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि यदि अगले 24 घंटे में बारिश जारी रही तो यमुना का जलस्तर और बढ़ सकता है। ऐसे में नदी किनारे बसे गांवों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होगी।
रिपोर्ट गुलवेज़ आलम कैराना

कैराना में कुख्यात गैंगस्टर इनाम उर्फ धुरी की मुठभेड़ में गिरफ्तारी, मुकीम काला गैंग का थमा आतंक !

कैराना (शामली)। पश्चिम उत्तर प्रदेश के कैराना कस्बे में देर रात हुई पुलिस कार्रवाई ने अपराधियों और गिरोहों के बीच एक बार फिर यह संदेश भेजा कि कानून के सामने किसी की कोई चलती नहीं। जिले के सबसे खतरनाक गैंगस्टर इनाम उर्फ धुरी, जो मुकीम काला गैंग का नाम लेकर व्यापारियों और आम लोगों को आतंकित करता था, उसको पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया।

इस गिरफ्तारी से न केवल इलाके में सनसनी फैली है, बल्कि यह साबित करता है कि पुलिस की रणनीति, सक्रियता और सही समय पर कार्रवाई किसी भी अपराधी की ताकत को ध्वस्त कर सकती है।


मुठभेड़ का विस्तृत घटनाक्रम

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इनाम धुरी अपने एक साथी के साथ झिंझाना की ओर से आ रहा था। अंधेरे का फायदा उठाकर उसका साथी फरार हो गया, लेकिन इनाम धुरी का पीछा करते हुए पुलिस ने उसे घेर लिया।

जैसे ही वह भागने का प्रयास कर रहा था, पुलिस ने सटीक निशानेबाज़ी कर उसके पैर में गोली लगाई। घायल अपराधी को तुरंत पकड़ लिया गया। मौके से उसके पास से अवैध हथियार, कारतूस और बिना नंबर प्लेट की बाइक बरामद की गई।

एडिशनल एसपी ने बताया कि यह पूरी कार्रवाई पुलिस की रणनीति और तत्परता का नतीजा थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि गिरोह के अन्य सदस्य अभी भी पुलिस की निगरानी में हैं और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।

इनाम धुरी का आपराधिक इतिहास और गिरोह की संरचना

इनाम उर्फ धुरी पर पहले ही 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। उसके खिलाफ हत्या, रंगदारी, लूट, जानलेवा हमला और अवैध हथियार रखने जैसे गंभीर अपराधों के कई मुकदमे दर्ज हैं।

पुलिस की जांच में यह पता चला है कि इनाम धुरी का गिरोह सिर्फ रंगदारी वसूलने तक सीमित नहीं था। यह गिरोह:

छोटे अपराधियों और दबंगों को अपने अधीन कर आतंक का जाल फैलाता था।

इलाके में अवैध हथियारों की सप्लाई करता था।

राजनीतिक दबाव और स्थानीय चुनावों में भय के माध्यम से अपना प्रभाव बनाए रखता था।

अपराध और डर के सहारे जनता और व्यापारियों पर कब्ज़ा जमाने की कोशिश करता था।


विशेषज्ञों का कहना है कि इनाम धुरी जैसे गैंगस्टर अपने आप को शक्तिशाली दिखाने के लिए लगातार हिंसा और धमकी का प्रयोग करते हैं, लेकिन पुलिस की सटीक कार्रवाई उन्हें बेदम कर देती है।


पुलिस की रणनीति और कार्यवाही

एसपी नरेंद्र प्रताप ने बताया कि इस गिरफ्तारी के पीछे लंबे समय से चल रही रणनीति और गहन निगरानी रही। पुलिस ने न केवल इनाम धुरी की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी, बल्कि उसके गिरोह के सहयोगियों की जानकारी भी इकट्ठी की।

“हम अपराधियों को बख्शेंगे नहीं। इनाम धुरी की गिरफ्तारी से यह साबित हुआ कि किसी भी अपराधी को अपनी ताकत या डर के दावों पर बचने का मौका नहीं मिलेगा। उसकी संपत्ति की जांच की जाएगी और अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को जब्त किया जाएगा। गिरोह के अन्य सदस्य भी जल्द ही कानून के कटघरे में लाए जाएंगे।” – एसपी ने कहा।

पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि कैराना में अपराधियों के खिलाफ सतत अभियान जारी रहेगा और हर स्तर पर कानून व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।


अपराधी की मानसिकता और गिरोह की रणनीति

इनाम धुरी का गिरोह हमेशा भय और आतंक के सहारे इलाके में प्रभुत्व बनाए रखता था। पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार, इनाम धुरी:

नई भर्ती और स्थानीय दबंगों के जरिए गिरोह का विस्तार करता था।

रंगदारी वसूलने और छोटे अपराधियों के माध्यम से स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों को डराता था।

किसी भी विरोधी को धमकी या हिंसा के जरिए दंडित करता था।

अपने आपराधिक नेटवर्क को मजबूत बनाने के लिए अवैध हथियार और अपराधी गतिविधियों के अन्य स्रोतों का प्रयोग करता था।


विशेषज्ञों के अनुसार, इस गिरफ्तारी ने पूरे गिरोह की संरचना और संचालन को कमजोर कर दिया है। यह अपराधियों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि उनके नेटवर्क का विस्तार और प्रभुत्व कानून के सामने टिक नहीं सकता।


भविष्य की कार्रवाई और संकेत

पुलिस ने साफ किया है कि इनाम धुरी के गिरोह के अन्य सदस्य और उसके सहयोगी जल्द ही गिरफ्तारी के दायरे में आएंगे। साथ ही, पुलिस उसकी संपत्ति, बैंक खाता और अवैध आय का विवरण भी खंगाल रही है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई एक व्यापक संदेश देती है कि अपराध और धमकियों का स्थान समाज में समाप्त किया जा सकता है।

पुलिस ने यह भी कहा कि आने वाले हफ्तों में कैराना और आसपास के इलाकों में लगातार छापेमारी और निगरानी अभियान जारी रहेंगे। इसका उद्देश्य केवल अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं बल्कि कानून और व्यवस्था का पूर्ण नियंत्रण स्थापित करना है।

कैराना में इनाम उर्फ धुरी की गिरफ्तारी यह साबित करती है कि पुलिस की सक्रियता, गहन योजना और तत्परता से अपराधियों का सफाया किया जा सकता है।

यह मुठभेड़ कानून का शासन स्थापित करने वाली घटना है।

यह अपराधियों और उनके गिरोहों के लिए एक स्पष्ट चेतावनी है।

जिले में अब कानून का राज स्थापित होगा और इनाम धुरी जैसी कुख्यात गैंगस्टरों की दहशत केवल अतीत का हिस्सा बनेगी।

यह गिरफ्तारी न केवल अपराधियों को चेतावनी देती है, बल्कि पूरे क्षेत्र में कानून व्यवस्था और सुरक्षा का संदेश भी देती है।
रिपोर्ट: गुलवेज़ आलम, कैराना

मुजफ्फरनगर में तेज बारिश से पुलिसकर्मियों के मकानों में टपका पानी, हड़कंप! वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा दौड़े पुलिस लाइन

मुज़फ्फरनगर। लगातार बरस रही मूसलाधार बारिश ने आम जनता ही नहीं, बल्कि पुलिस महकमे को भी हलकान कर दिया है। हालात ऐसे बने कि पुलिस लाइन स्थित आवासीय क्वार्टरों में छत से पानी टपकने लगा, नालियाँ भर गईं और सेफ्टी टैंक ओवरफ्लो हो गए। हालात बिगड़ते देख सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा स्वयं पुलिस लाइन पहुँचे और मौके पर खड़े होकर हालात का जायज़ा लिया।

क्वार्टरों का निरीक्षण, परिजनों से खुलकर संवाद

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने सहायक पुलिस अधीक्षक, क्षेत्राधिकारी लाइन, प्रतिसार निरीक्षक और ब्लॉक इंचार्जों के साथ मिलकर पुलिस लाइन के सभी आवासीय क्वार्टरों का निरीक्षण किया। इस दौरान वे खुद पुलिस कर्मियों और उनके परिवारजनों के बीच पहुँचे। परिवारजनों ने खुलकर अपनी पीड़ा सुनाई—कहीं छतों से पानी टपक रहा था, तो कहीं गंदगी और ओवरफ्लो की समस्या ने जीना दूभर कर दिया था।

“पुलिस परिवार की परेशानी मेरी प्राथमिकता”

समस्याएँ सुनकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा सख़्त दिखे। उन्होंने मौके पर ही प्रतिसार निरीक्षक को आदेश दिया कि विशेष फंड से तुरंत मरम्मत कार्य शुरू कराया जाए और एक-एक समस्या का समाधान बिना देर किए किया जाए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा—
“पुलिस कर्मियों और उनके परिवारजनों को किसी भी प्रकार की असुविधा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनकी सुरक्षा और सुविधा मेरी प्राथमिकता है।”

थानों में भी निरीक्षण अभियान

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने स्पष्ट कर दिया कि केवल पुलिस लाइन ही नहीं, बल्कि पूरे जिले के थानों का भी निरीक्षण होगा। इसके लिए पुलिस अधीक्षक नगर और पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने निर्देश दिए कि लगातार हो रही बारिश के बीच किसी भी थाना क्षेत्र में पुलिस कर्मियों या उनके परिजनों को समस्या का सामना न करना पड़े।

पुलिस महकमे में बना चर्चा का विषय

लगातार बारिश से जहाँ शहरवासी जलभराव से परेशान हैं, वहीं पुलिस लाइन में परिवारजनों की समस्याओं पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा का तुरंत पहुँचना पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिसकर्मियों ने इसे राहत और उम्मीद की किरण बताया है। रिपोर्ट गुलवेज़ आलम कैराना

छुट्टी पर घर आए पुलिसकर्मी की संदिग्ध मौत, गांव में शोक की लहर

शामली/ऊन (1 सितम्बर 2025)।

उत्तर प्रदेश पुलिस का एक जवान, जो छुट्टी पर अपने घर आया था, संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का शिकार हो गया। ऊन तहसील क्षेत्र में बीती रात करीब 11 बजे 32 वर्षीय सिपाही नरेंद्र कश्यप अपने कमरे में मृत पाए गए। घटना से पूरे परिवार में कोहराम मच गया है।

जानकारी के अनुसार, नरेंद्र कश्यप चार दिन पहले थाना झिंझाना के रजाक नगर गांव में अपने ताऊ के निधन पर घर आए थे। सोमवार की सुबह उन्हें अपनी ड्यूटी ज्वाइन करनी थी। मृतक नोएडा के दादरी में डायल 112 पर तैनात बताए गए हैं।

परिजनों ने बताया कि नरेंद्र रात करीब आधा घंटा पहले ही नीचे से ऊपर अपने कमरे में गए थे। कुछ देर बाद वे कमरे में मृत अवस्था में पाए गए। कमरे में उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चे भी मौजूद थे, लेकिन किसी भी तरह की आवाज या विवाद की जानकारी नहीं मिली।

इस बीच, मृतक के पिता रामानंद ने अपनी बहू पर आरोप लगाए हैं, वहीं मृतक की पत्नी कविता ने सभी आरोपों को गलत बताते हुए कहा है कि “मेरे ऊपर लगाया गया आरोप निराधार है”

नरेंद्र अपने पीछे पत्नी के अलावा दो मासूम बच्चों — चार साल का बेटा और दो साल की बेटी — को छोड़ गए हैं। वे 2015 में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए थे और उनकी शादी कोरोना काल (साल 2020) में हुई थी।

फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच की प्रक्रिया जारी है।


📌 बाईट:

  • रामानंद, मृतक का पिता
  • पारिवारिक भाई

✍️ खास रिपोर्ट
शौकीन सिद्दीकी / तल्हा मिर्जा
"सलाम खाकी" राष्ट्रीय समाचार पत्रिका
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यह समाचार मात्र सूचना के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है। इसमें उल्लेखित घटनाएँ पुलिस जांच और परिजनों के बयानों पर आधारित हैं। "सलाम खाकी" किसी भी प्रकार के आरोपों की पुष्टि नहीं करता। पाठकों से निवेदन है कि इस खबर को अफवाह या निष्कर्ष मानकर साझा न करें।

शामली की बागडोर सँभालते ही कप्तान नरेन्द्र प्रताप सिंह गरजे— कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं, अपराधियों की खैर नहीं

शामली। जनपद शामली ने सोमवार को अपने नए पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र प्रताप सिंह का स्वागत किया, लेकिन कप्तान ने पदभार ग्रहण करते ही अपने तेवर से साफ कर दिया कि उनका स्वागत सिर्फ फूल-मालाओं से नहीं, बल्कि सख़्ती और जिम्मेदारी से होगा।

पुलिस लाइन सभागार में हुई पहली बैठक में कप्तान ने सभी राजपत्रित अधिकारियों, थाना प्रभारियों और शाखा प्रभारी अधिकारियों को एक-एक कर खड़ा किया और जिले की कानून-व्यवस्था का पूरा हाल जाना। उन्होंने अधिकारियों से सीधे शब्दों में कहा— अब जिले में ढिलाई नहीं चलेगी, जनता को सुरक्षा चाहिए और अपराधियों को डर।

त्योहारों को देखते हुए उन्होंने गश्त, चेकिंग और चौकसी बढ़ाने के सख्त निर्देश दिए। संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखने और असामाजिक तत्वों की धरपकड़ को प्राथमिकता बनाने के आदेश दिए। कप्तान ने यहां तक साफ कर दिया कि जो भी अधिकारी या कर्मचारी ड्यूटी में कोताही बरतेगा, वह खुद कार्रवाई के घेरे में आएगा।

बैठक में कप्तान का अंदाज़ देखकर अधिकारियों में अनुशासन का माहौल साफ झलकने लगा। नरेन्द्र प्रताप सिंह ने यह भी कहा कि पुलिस की छवि जनता की नज़रों में सकारात्मक बने, इसके लिए हर पुलिसकर्मी का आचरण शालीन और मित्रवत होना चाहिए।

पदभार संभालते ही कप्तान नरेन्द्र प्रताप सिंह के तेवरों से साफ संदेश गया है— शामली में अब अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं, कानून का राज चलेगा और जनता बेखौफ होकर सांस लेगी। रिपोर्ट- गुलवेज़ आलम 

पुलिसकर्मी का शव फंदे से लटका मिला, गांव में हड़कंप और शोक की लहर

झिंझाना। रात के सन्नाटे में रजाकनगर गांव में हुई यह घटना से पूरे इलाके में सनसनी मच गई। उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाही नरेंद्र कुमार (32) का शव उनके कमरे में फंदे से लटका पाया गया। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

घटनास्थल का खौफनाक मंजर

पड़ोसी बताते हैं कि रात को घर के अंदर सब कुछ शांत था, लेकिन अचानक पुलिस की गाड़ियों की आवाज और रोशनी से पूरा माहौल बदल गया। लोग घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए, हर कोई यह समझने की कोशिश कर रहा था कि आखिर ऐसा क्या हुआ। घर के कमरे में लगी फांसी ने देख रहे सभी को हैरान कर दिया।

परिवार और निजी जिंदगी

नरेंद्र कुमार की शादी लगभग सात साल पहले मुजफ्फरनगर के बसी गांव निवासी कविता से हुई थी। उनके दो छोटे बच्चे हैं—चार वर्षीय बेटा क्रिश और दो वर्षीय बेटी दीपाली, जो फिलहाल मेरठ में रहते हैं। वर्तमान में उनकी तैनाती दादरी के 112 पुलिस चौकी में थी।

घटना का रहस्य और समयक्रम

पुलिस और परिवार के अनुसार, नरेंद्र कुमार पांच दिन पहले अपने ताऊ के निधन पर गांव आए थे और सोमवार को ड्यूटी पर लौटने वाले थे। अचानक हुई यह घटना पूरे परिवार और गांव वालों के लिए सदमा बन गई। हर कोई इस हादसे की असली वजह जानने के लिए बेचैन है।

पुलिस की जांच

पुलिस ने बताया कि मामले की संदिग्ध परिस्थितियों में गहन जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि किसी भी पहलू को अनदेखा नहीं किया जाएगा और हर तथ्य की जांच हो रही है।

गांव का माहौल और सामाजिक प्रतिक्रिया

घटना की खबर फैलते ही पूरे गांव में शोक और तनाव का माहौल बन गया। पड़ोसी और ग्रामीण परिवार के पास पहुंचकर उन्हें सांत्वना दे रहे हैं। प्रशासन और पुलिस अधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण कर रहे हैं और मृतक के परिवार को हर संभव मदद देने का भरोसा दे रहे हैं।
रिपोर्ट - गुलवेज़ आलम कैराना