उत्तराखंड में संगठित अपराध पर नकेल कसते हुए STF ने एक बार फिर बड़ा ऑपरेशन अंजाम दिया है। एसटीएफ एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग को बड़ा झटका लगा है। गैंग के सक्रिय सदस्य और 5000 रुपए के इनामी अपराधी आकाश सक्सेना को रुड़की क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
यह गिरफ्तारी न केवल STF की सतर्कता और रणनीति का नतीजा है, बल्कि उत्तराखंड पुलिस के उस व्यापक अभियान का हिस्सा भी है जिसके तहत वांछित, इनामी और संगठित गैंगों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है।
कैसे हुआ पूरे गैंग का पर्दाफाश — मनीष बॉलर केस से शुरू हुई कड़ी
एसटीएफ द्वारा यह कार्रवाई तब तेज हुई जब बीते माह मनीष बॉलर और पंकज अष्टवाल की गिरफ्तारी के बाद जमीनों की फर्जी रेखा बनाकर करोड़ों की प्रॉपर्टी हड़पने का बड़ा खेल सामने आया।
पूछताछ में गैंग की परतें खुलीं और पता चला कि:
- गैंग के सदस्य गरीब और असहाय परिवारों को धमकाकर उनकी जमीनों पर कब्जा करते थे।
- फर्जी रेखा और फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार कर करोड़ों की संपत्तियाँ आगे बेच दी जाती थीं।
- कई सालों से पीड़ित परिवार डरा हुआ था और अपनी जान के भय के कारण कहीं छिपकर रह रहा था।
श्याम बिहारी हत्याकांड से शुरू हुई पूरी कहानी
ब्लॉग पढ़ने वाले पाठकों को समझना होगा कि यह सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि एक लंबी दर्दनाक कहानी का खुलासा है।
- वर्ष 2014 में सुनेहरा निवासी श्याम बिहारी की मौत के बाद उनकी करोड़ों की संपत्ति उनके भाई कृष्ण गोपाल देख रहे थे।
- गैंग ने संपत्ति हथियाने की नीयत से 2018 में कृष्ण गोपाल की हत्या करवा दी।
- फिर श्याम बिहारी की पत्नी रेखा पर लगातार दबाव बनाया गया कि संपत्ति गैंग को सौंप दे।
- रेखा के परिवार ने विरोध किया तो 2019 में उसके भाई सुभाष पर जानलेवा हमला करवाया गया।
- जान के डर से पूरा परिवार रुड़की छोड़कर अज्ञात स्थान पर चला गया।
इसी का फायदा उठाकर गैंग ने:
- फर्जी रेखा तैयार की,
- फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनवाई,
- और करोड़ों की जमीनें बेच दीं।
STF को कैसे लगा आकाश सक्सेना का सुराग?
एसटीएफ की जाँच में यह साफ हो गया कि आकाश सक्सेना लंबे समय से गैंग का सक्रिय सदस्य है।
उसके ऊपर 5000 रुपये का इनाम घोषित था और वह काफी समय से पुलिस को चकमा देकर छिपा हुआ था।
STF ने तकनीकी व इनपुट आधारित ऑपरेशन चलाया और रुड़की क्षेत्र से उसे धर दबोचा।
गिरफ्तार आरोपी का विवरण
नाम: आकाश सक्सेना
पिता: विनय सक्सेना
निवासी: श्यामनगर, रुड़की, हरिद्वार
ऑपरेशन में शामिल STF टीम
- निरीक्षक अबुल कलाम (टीम प्रभारी)
- उ0नि0 दीपक मैठाणी
- हे0का0 संजय कुमार
- हे0का0 बृजेन्द्र चौहान
- हे0का0 महेन्द्र नेगी
- का0 अनिल पंवार
इन सभी अधिकारियों ने मिलकर गैंग के नेटवर्क को ध्वस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एसटीएफ एसएसपी नवनीत सिंह का संदेश—“गैंग को जड़ से मिटा देंगे”
एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने स्पष्ट कहा है कि:
“वाल्मीकि गैंग से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। अपराधियों से सांठगांठ रखने वालों पर भी सख्त कार्रवाई होगी।”
उन्होंने संकेत दिया है कि इस गैंग के खिलाफ और भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
समापन – STF की कार्रवाई ने पीड़ित परिवार में जगाई उम्मीद
यह ऑपरेशन सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं बल्कि न्याय की ओर बढ़ाया गया बड़ा कदम है।
सालों से डरे हुए रेखा और कृष्ण गोपाल के परिवार के लिए यह कार्रवाई उम्मीद की नई किरण है।
उत्तराखंड STF लगातार इस गैंग की जड़ें खोज रही है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।
✍️ ख़ास रिपोर्ट:
तसलीम अहमद, हरिद्वार – उत्तराखंड
पुलिस विभाग को समर्पित राष्ट्रीय समाचार पत्रिका "सलाम खाकी" के लिए विशेष रिपोर्ट
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