Advertisement

परीक्षा पास करो, चौकी इंचार्ज बनों : बागपत पुलिस की अनोखी पहल

लेखक: ज़मीर आलम, बागपत (उत्तर प्रदेश)

राष्ट्रीय समाचार पत्रिका: सलाम खाकी


पुलिस महकमे में अक्सर सुनने को मिलता है कि थाने और चौकियों की कमान "अनुभव" या "वरिष्ठता" के आधार पर सौंपी जाती है। लेकिन बागपत पुलिस ने इस परंपरा को तोड़ते हुए एक अनूठा प्रयोग किया है।

जिले के दरोगा और इंस्पेक्टर इस बार कलम और कॉपी लेकर परीक्षा हॉल में बैठे। हाथों में कलम थामे, पसीना पोंछते हुए जब वर्दीधारी अफसर प्रश्न हल कर रहे थे तो नज़ारा किसी भर्ती बोर्ड की परीक्षा जैसा ही लग रहा था। लेकिन फर्क यह था कि यह परीक्षा भर्ती बोर्ड ने नहीं बल्कि बागपत के एसपी साहब ने खुद जिले स्तर पर आयोजित करवाई।

क्यों कराई गई यह परीक्षा?

मकसद बिल्कुल साफ है—
👉 थाने और चौकियों की कमान उन्हीं को मिले जो कानून की सही जानकारी रखते हों।
👉 केवल पद या अनुभव के आधार पर नहीं, बल्कि योग्यता और समझदारी के आधार पर जिम्मेदारी सौंपी जाए।

एसपी का यह कदम पुलिसिंग में पारदर्शिता और ईमानदारी की दिशा में बड़ा प्रयास माना जा रहा है।

रिजल्ट पर क्या होगा?

परीक्षा का परिणाम तय करेगा कि किस दरोगा या इंस्पेक्टर को कौन-सा थाना या चौकी संभालनी है।
इससे एक तरह से पुलिस महकमे में प्रतिस्पर्धा और ईमानदारी दोनों का संचार होगा।

एक सुझाव और…

लेखक का मानना है कि ऐसी ही परीक्षा केवल जिले स्तर पर ही नहीं, बल्कि राज्य स्तर पर भी होनी चाहिए। अगर डीजीपी साहब आईपीएस अधिकारियों के लिए भी ऐसी परीक्षा आयोजित कराएं और फिर जिले की कमान सौंपें, तो पुलिसिंग का स्तर और भी ऊँचा हो सकता है।

क्यों है यह पहल खास?

  • कानून की गहरी समझ: थाने का चार्ज केवल वही पाएगा जिसे कानून की बारीकियों की पूरी जानकारी हो।
  • पारदर्शिता: किसी तरह की सिफारिश या दबाव से ऊपर उठकर ज्ञान और योग्यता को महत्व।
  • प्रेरणा: जवान और अधिकारी अपने-आपको लगातार पढ़ाई और अपडेट रखने को मजबूर होंगे।

यह पहल बताती है कि अगर नीयत साफ हो तो किसी भी व्यवस्था को पारदर्शी और जनता-हितैषी बनाया जा सकता है। शायद आने वाले समय में यह प्रयोग दूसरे जिलों और राज्यों के लिए भी प्रेरणा बने।


✍️ लेखक: ज़मीर आलम
📍 बागपत, उत्तर प्रदेश
राष्ट्रीय समाचार पत्रिका – "सलाम खाकी"
🌐 www.salamkhaki.com
📧 salamkhaki@gmail.com
📞 8010884848

#salamkhaki #BaghpatPolice #LawAndOrder #PoliceReforms #ExamForPolice


No comments:

Post a Comment