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"प्यार में पागलपन… और फिर मौत का खेल!"जब बेवफाई, लालच और नफ़रत ने मिलकर छीनी एक मासूम जान

कैराना, शामली — कभी-कभी प्यार की राह इतनी खतरनाक मोड़ ले लेती है कि उसमें रिश्तों का खून भी शामिल हो जाता है। कैराना में घटी यह वारदात मानवीय रिश्तों की सबसे डरावनी तस्वीर पेश करती है। एक पत्नी, उसका प्रेमी और उसका भाई… और निशाना बना पति, असलम (32)।

रविवार की सुबह, कांधला मार्ग पर स्थित नसीम कुरैशी के आम के बाग के पास सड़क किनारे पड़ा असलम का शव इलाके में सनसनी फैलाने के लिए काफी था। गला रेतकर हत्या की गई थी — एक खौफनाक और योजनाबद्ध जुर्म का अंत परिणाम।

कैसे रची गई मौत की साजिश?

पुलिस की जांच में सामने आया कि असलम को अपनी पत्नी आसमीन और इंतजार (प्रेमी) के अवैध रिश्ते की भनक लग चुकी थी। असलम ने इसका विरोध किया, लेकिन यही उसकी जान का सबसे बड़ा गुनाह बन गया। आसमीन और इंतजार ने मिलकर असलम को रास्ते से हटाने की योजना बनाई, और इसमें आसमीन के भाई हारुन को भी शामिल कर लिया।

तीनों ने टैंपो का इंतजाम किया, असलम को बहाने से आम के बाग में ले गए और वहीं बेरहमी से उसका गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया। यह सिर्फ हत्या नहीं थी, यह रिश्तों में पनपी नफरत और विश्वासघात का सबसे काला चेहरा था।

पुलिस की तेज़ कार्रवाई

एसपी रामसेवक गौतम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसओजी, सर्विलांस और क्राइम ब्रांच की टीम को लगाकर महज़ 12 घंटे में राज़ से पर्दा हटा दिया। पत्नी आसमीन, प्रेमी इंतजार और भाई हारुन को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल किया गया छूरा और टैंपो बरामद कर लिया।

एसपी ने इस मामले को सुलझाने वाली टीम को 25,000 रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की है।

एक सवाल बाकी…

यह घटना सिर्फ पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज एक और हत्या नहीं है। यह सोचने पर मजबूर करती है — जब भरोसा और प्यार की नींव हिल जाती है, तो इंसान किस हद तक गिर सकता है? और क्या वाकई प्यार का नाम लेकर किए गए ऐसे जुर्म को कोई भी दिल कभी माफ कर सकता है?


रिपोर्ट:
जिला ब्यूरो-चीफ शौकीन सिद्दीकी
कैमरामैन: रामकुमार चौहान
सलाम खाकी राष्ट्रीय समाचार पत्रिका, शामली, उत्तर प्रदेश

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