हाल ही में देश की राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी सहित प्रदेश के कई स्थानों पर शोभायात्रा के दौरान असामाजिक तत्वों ने साजिश के तहत माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया था। जिसके बाद उत्तर प्रदेश शासन ने पुलिस प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश जारी कर दिए थे। परंपरागत रूप से मनाएं जाने वाले कार्यक्रमों को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के निर्देश दे रखें हैं।
आगामी ईद उल फितर व अन्य धार्मिक कार्यक्रमों के मद्देनजर मंगलवार को एसएसपी सुकीर्ति माधव ने कैराना कोतवाली में शांति समिति की बैठक आयोजित की। बैठक में दोनों समुदाय के धार्मिक गुरुओं के साथ ही गणमान्य लोग मौजूद रहें। इस दौरान एसएसपी ने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम मनाते समय एक दूसरे की भावना का ख्याल रखें। किसी को भी गैर परंपरागत कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी जाएगी।
ना ही किसी को ट्रैफिक बाधित करने और अस्त्र-शस्त्र का प्रयोग करने की अनुमति हैं। लाउडस्पीकर की आवाज कार्यक्रम परिसर से बाहर न आएं। इसके अलावा एसएसपी ने कोरोना नियमों का पालन करने की भी अपील की हैं। उन्होंने कहा कि ईदगाह में नमाज के लिए परमिशन की जरूरत नहीं हैं।
एसएसपी ने दो दिन पहले बालाजी शोभायात्रा के दौरान जामा मस्जिद पर मस्जिद कमेटी व मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा शोभायात्रा पर की गई पुष्प वर्षा की प्रशंसा करते हुए सभी को बधाई दी। एडिशनल एसपी ओपी सिंह ने कहा कि एक दूसरे के धार्मिक कार्यक्रमों का सम्मान किया जाएं। एक दूसरे के धार्मिक स्थल के बाहर नारेबाजी न की जाएं। 3 मई को ईद उल फितर का त्यौहार मनाया जाना हैं।
हर त्यौहार भाईचारे व प्रेम का संदेश देता हैं। कोई भी गैर परंपरागत काम न किया जाएं। इस दौरान सीओ बिजेंद्र सिंह भड़ाना, एसडीएम संदीप कुमार, कोतवाली प्रभारी अनिल कपरवान,
जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना ताहिर, स्वामी जय स्वरूप, अखलाक प्रधान, शगुन मित्तल, अभिषेक गोयल, संजू वर्मा, असलम प्रधान, सभासद शाहिद हसन, राशिद उर्फ पोती व दानिश आदि मौजूद रहें।
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