आज मंगलवार 3 मार्च को सुबह के समय होनी थी निर्भया प्रकरण के आरोपियों को फांसी
* आरोपी पवन गुप्ता के द्वारा राष्ट्रपति के पास भेजी गई दया याचिका से एक बार फिर लगा अडंगा
सलाम खाकी मुख्यालय नई दिल्ली 3 मार्च 2020
7 साल पहले दिल्ली की बस में हुए निर्भया गेंगरेप प्रकरण को लेकर निर्भया परिवार को न्याय नहीं मिल सका है । मगर निर्भया का परिवार वैसे तो आज भी न्याय के प्रति आश्वस्त है । तीसरी बार जारी हुए डेथ वारंट को फिर स्थगित कर दिया गया है । कल सोमवार 2 मार्च को पटियाला हाउस कोर्ट ने अग्रिम आदेशों तक के लिए आज 3 मार्च को होने वाली चारों आरोपियों की फांसी को अगले आदेश तक के लिए रद्द कर दिया है । इसका मुख्य कारण एक आरोपी पवन गुप्ता द्वारा राष्ट्रपति को भेजी गई लंबित दया याचिका है ।
जात रहे 16 दिसंबर 2012 में दिल्ली के अंदर बस में सवार युवती निर्भया को 6 लोगों द्वारा अपने हवस का शिकार बनाते हुए मौत के घाट उतार दिया था जिनमें सभी छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था । बताया गया कि एक आरोपी ने जेल के अंदर सुसाइड कर लिया था तो एक नाबालिक को कोर्ट ने राहत दे दी थी बाकी चार आरोपी पवन गुप्ता विनय अक्षय और मुकेश को 5 मई 2017 में निचली अदालत ने फांसी की सजा सुना दी गई थी ।
बचाव पक्ष के वकीलों की दलीलें और तरह-तरह के अपनाए गए हथकंडा के बाद चारों आरोपियों को फांसी की सजा देने के लिए पहली बार 1 फरवरी 2020 के लिए डेथ वारंट जारी हुए थे मगर वकीलों की तिकड़म बाजी ने अलग-अलग आरोपियों से राष्ट्रपति के पास भेजी गई दया याचिकाओं के अडंगे लगाकर 1 फरवरी और 17 फरवरी 2020 के लिये जारी डेथ वारंट को भी कैंसिल करा दिया था । इसके बाद आज 3 मार्च के लिए भी डेथ वारंट जारी हुए थे जिसमें आज 3 मार्च की सुबह चारों आरोपियों को फांसी की सजा होनी थी ।
बताया गया कि कल 2 मार्च में पटियाला कोर्ट द्वारा डेथ वारंट इसलिए कैंसिल कर दिया गया क्योंकि आरोपी पवन गुप्ता द्वारा राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी गई थी और उसका अभी तक कोई जवाब नहीं मिला था । निर्भया की मां ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सवाल खडे किये है ।
कुल मिलाकर पिछले 7 सालों निर्भया प्रकरण को लेकर काफी आंदोलन हो चुके हैं विभिन्न समाज के लोगों ने भी सडकों पर उतर कर काफी संघर्ष किए हैं और आज तक यह मामला अदालतों में लटका पड़ा है न्यायिक प्रक्रिया के ढीलेपन के कारण आम लोगों ने भी न्यायिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं ।
सलाम खाकी न्यूज़ मुख्यालय दिल्ली से समाचार संपादक सलेक चंद वर्मा की रिपोर्ट
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