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ललितपुर न्यूज : प्रागैतिहासिक क्षेत्र नवागढ से शुरू हुआ पंचकल्याणक महोत्सव

मंत्रात्मक पंचकल्याणक महोत्सव का नवागढ़ में शुभारंभ



जैसे भाव होते हैं वैसे ही कर्म बंधन होते हैं : आचार्य श्री विनिश्चयसागर

 ललितपुर उत्तर प्रदेश 21 फरवरी 2020

 प्रागैतिहासिक क्षेत्र नवागढ़ में जैनाचार्य श्री विनिश्चय सागर जी महाराज ससंघ के सान्निध्य में ब्र. जय निशांत भैया के निर्देशन में शुक्रवार को  मुख्य पात्रों द्वारा  मंत्रात्मक पंचकल्याणक महोत्सव का शुभारंभ विधि- विधान के साथ किया गया।

कमेटी के प्रचारमंत्री डॉ सुनील संचय ने बताया कि प्रातः  मूलनायक भगवान अरनाथ स्वामी के अभिषेक के पश्चात मंगल ध्वज स्थापना विधि सुश्री विनीता जैन डिप्टी कलेक्टर शाहगढ़ एवं सुश्री सोनम जैन ड्रग इंस्पेक्टर के कर कमलों से से हुआ जिसमें प्रारंभिक क्रियाएं सौभाग्यवती महिलाओं के द्वारा की गई ।

दोपहर की बेला में सौभाग्यवती महिलाओं द्वारा मिट्टी के कलशों की शुद्धि एवं संस्कार विधि की गई तत्पश्चात तीर्थ मंडल पूजा द्वारा  पवित्र सरोवरों एवं गंगा - सिंधु  आदि  14 महानदियों के  जल संस्कार करके तीर्थ जल के मंगलघट लेकर शोभायात्रा द्वारा यागमंडल वेदी तथा पंचकल्याणक स्थल त्रिमूर्ति जिनालय की शुद्धि एवं संस्कार विधि मंत्रोच्चार के साथ संपन्न की गई तत्पश्चात सभी मुख्य पात्रों का विधिवत सकलीकरण अंग शुद्धि की गई,  नांदी विधान करके प्रतिक्रमण एवं षड्दिवसीय  कार्यक्रम के दौरान रात्रि भोजन , अभक्ष्य भक्षण ,नशीले पदार्थ ,चाय ,पानमसाला आदि हिंसक पदार्थों के त्याग का नियम दिया गया । इसके बाद पंचकल्याणक विधि संपादित करने के पूर्व यागमंडल विधान किया गया। पूर्ण मनोयोग से पंचकल्याणक संस्कार विधि करने का संकल्प लिया गया।

इस अवसर पर परम पूज्य आचार्य श्री विनिश्चय सागरजी महाराज ने अपने मंगल प्रवचन में कहा कि जीव के जैसे भाव होते हैं वैसे ही कर्म वर्गणाओं को ग्रहण करके वैसा ही बंधन करता है । तीर्थंकर भगवंत का शरीर भी शांत परिणाम रूप  वर्गणाओं से हुआ है। हमें उनकी आराधना करके उनके मार्ग पर चलने का संकल्प करके जीवन को मंगलमय बनाने का और सार्थक बनाने का पुरुषार्थ करना है।

जीवन की आधारशिला व्यसन मुक्त जीवन : डॉ - श्रेयांस बड़ौत

इस अवसर पर अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन शास्त्री परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.  श्रेयांश कुमार जैन बड़ौत  द्वारा व्यसन मुक्त जीवन की मंगल प्रेरणा दी गयी। उन्होंने कहा कि व्यसन मुक्त जीवन की  आधारशिला है। उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए उन्होंने युवाओं में बढ़ते व्यसनों और नशे पर चिंता व्यक्त की। कहा कि नशे के प्रति आज जागरूकता की जरूरत पड़ चुकी है। इसलिए समाज के  ऐसे वर्ग को नशे से छुड़ाने के लिए हर प्रकार की मुहिम अपनानी जरूरी है।
गर्भ संस्कार के अंतर्गत शनिवार को प्रातः पूजा के पश्चात दोपहर में गर्भ संस्कार सीमांतनी क्रिया संपन्न की जाएगी।  तीर्थंकर माता के सोलह सिंगार के साथ गर्भवती महिलाओं के गर्भ संरक्षण संस्कार प्रतिष्ठाचार्य विनोद जैन  द्वारा संपन्न किया जाएगा।

इस दौरान क्षेत्र के  निर्देशक ब्र. जय निशांत भैया, अध्यक्ष सनत जैन,  एडवोकेट,महामंत्री योगेंद्र जैन, राजकुमार चूना, वीरचंद नेकोरा,सुरेन्द्र सोजना,कपूर चन्द्र डूडा , डॉ. सुनील संचय, नरेंद्र मैनवार, अशोक मैनवार, इंजी शिखर चंद्र जैन, रामप्रकाश जैन, ललितपुर, पंडित मनीष जैन, पुनीत जैन  , आशीष, शरदचन्द्र, जानकीप्रसाद, पंडित सुरेन्द्र जैन , जैन युवा जागृति मंडल, त्रिशला महिला मंडल, प्रियदर्शनी महिला मंडल आदि का योगदान रहा।

सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से पत्रकार इन्द्रपाल सिंह की 


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