लेखक:
शौकीन सिद्दीकी, जिला ब्यूरो-चीफ, सलाम खाकी
कैमरे की नज़र से: रामकुमार चौहान
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शामली, उत्तर प्रदेश।
एक 65 वर्षीय बुजुर्ग की मौत की गुत्थी, जिसने पूरे जिले को झकझोर दिया था, अब सुलझ चुकी है। पुलिस की चौकस निगाहों और सूझबूझ से एक सुनियोजित हत्या का खुलासा हुआ है। यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि हमारे समाज की एक खौफनाक हकीकत है — जहाँ रंजिशें धीरे-धीरे साजिशों में बदलती हैं, और इंसानी रिश्ते मौत की वजह बन जाते हैं।
क्या है पूरा मामला?
दिनांक 22 जून 2025 को थाना आदर्शमंडी क्षेत्र के जय जवान जय किसान इंटर कॉलेज मुण्डेट के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद हुआ। शव ज्वार के खेत की दीवार के पास पड़ा मिला। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और पहचान के लिए मोर्चरी में रखवाया।
दो दिन बाद, यानी 24 जून को राजकिरण व रविकान्त ने शव की पहचान अपने पिता राजेन्द्र पुत्र रहतुराम (निवासी मौहल्ला रामसागर, शामली) के रूप में की। पिता की मौत की खबर ने परिजनों को झकझोर दिया। शव का अंतिम संस्कार किया गया।परंतु कहानी यहीं खत्म नहीं हुई — बेटे रविकान्त ने 27 जून को थाना आदर्शमंडी में तहरीर देकर अपने पिता की हत्या का आरोप अजीत उर्फ जीतू पर लगाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
खुलासा: दोस्ती नहीं, दुश्मनी थी
हत्या के पीछे की वजह?
पुलिस पूछताछ में अभियुक्त अजीत ने जो बताया, वह दिल दहला देने वाला था।
राजेन्द्र का अजीत के गाँव मुण्डेट कला में एक व्यक्ति श्रवण के घर आना-जाना था। वहीं अजीत का भी आना-जाना था। लेकिन, राजेन्द्र श्रवण की पत्नी से बातचीत करता था, जिससे अजीत को आपत्ति थी। इसी बात को लेकर दोनों में पहले भी कहासुनी हो चुकी थी, और रंजिश गहराती गई।
20 जून की रात को अजीत ने राजेन्द्र को फोन कर 'दावत' का झांसा दिया। चूंकि राजेन्द्र शराब पीने का शौक़ीन था, वह तैयार हो गया। अजीत ई-रिक्शा लेकर पहुँचा और राजेन्द्र को लेकर बाहर निकल गया।
दोनों ने रास्ते में शराब पी। राजेन्द्र पहले से शराब के नशे में था, और ऊपर से दो पव्वे और पिला दिए गए। अत्यधिक नशे में जब राजेन्द्र बेहोशी की हालत में आ गया, तो अजीत ने ई-रिक्शा से उसे नीचे गिरा दिया और उसके ऊपर रिक्शा चढ़ा दिया। कुछ ही देर में राजेन्द्र की मृत्यु हो गई।इसके बाद शव को घास में छिपाया गया और ऊपर घास डालकर छुपा दिया गया। हत्या के बाद अजीत ने मृतक का मोबाइल भी अपने पास रख लिया और सिम को तोड़ दिया।
पुलिस की सक्रियता और सफलता
SP शामली के आदेश पर चलाए गए अभियान के तहत थाना आदर्शमंडी पुलिस ने न केवल अजीत उर्फ जीतू को गिरफ्तार किया, बल्कि घटना में प्रयुक्त ई-रिक्शा (UP19AT 4362) और मृतक का नीले रंग का की-पैड मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया।
गिरफ्तार करने वाली टीम:
- प्र.नि. श्री राजेन्द्र गिरि
- निरी. श्री राजकुमार
- उ.नि. श्री अनुज कुमार
- उ.नि. श्री मुदस्सर खान
- कां. आकाश कुमार
इन अफसरों की मेहनत और सजगता से एक बेहद पेचीदा हत्या का खुलासा संभव हो सका।
सामाजिक संदेश
इस घटना से एक बात साफ हो जाती है — समाज में रंजिश, जलन और निजी दुश्मनी किस कदर भयावह शक्ल ले सकती है। एक बुजुर्ग, जो सांस की बीमारी और नशे की लत से जूझ रहा था, उसे एक फरेब भरी 'दावत' में बुलाकर मौत के घाट उतार दिया गया।
यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि भरोसे, दोस्ती और सामाजिक जिम्मेदारी की हत्या भी है।
क्या हम सबको नहीं चाहिए एक ज़िम्मेदार समाज?
इस केस ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है:
- क्या निजी द्वेष की आग में इंसानियत जलती रहेगी?
- क्या रिश्ते अब केवल स्वार्थ और संदेह के इर्द-गिर्द ही सिमट जाएंगे?
- क्या हम अपने आस-पास हो रही आपत्तिजनक गतिविधियों पर समय रहते ध्यान नहीं देंगे?
समाप्ति में:
सलाम खाकी की ओर से पुलिस विभाग को सलाम, जिनकी सक्रियता से पीड़ित परिवार को न्याय की एक किरण दिखाई दी है। अब ज़रूरत है कि अदालत में इस मामले की सुनवाई तेज़ी से हो और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।
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🖋 शौकीन सिद्दीकी, जिला ब्यूरो-चीफ, सलाम खाकी
📸 कैमरा: रामकुमार चौहान
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