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ललितपुर न्यूज़ : महर्षि दयानंद सरस्वती के 196 वें जन्मोत्सव व अदिति आर्या के 12 वें जन्म दिवस को कैसे मनाया गया महरौनी में

महर्षि दयानन्द सरस्वती सनातन धर्म संस्कृति के रक्षक-- रूप सिंह 


महर्षि दयानन्द जन्मोत्सव पर वैदिक रीति से अदिति आर्या का 12 वाँ जन्मदिन मनाया गया

ललितपुर (उ०प्र०) 14 फरवरी 2020


 महर्षि दयानन्द सरस्वती योग संस्थान आर्य समाज महरौनी जिला ललितपुर  के तत्वधान में युग प्रवर्तक,आर्य समाज के संस्थापक,क्रांतिकारी सन्यासी योद्धा महर्षि दयानन्द सरस्वती के 196 जन्मोत्सव व अदिति आर्या का 12 वां जन्मदिन वैदिक रीति से आर्य सदनम महरौनी में मनाया गया।

जिसमें पूर्व माध्यमिक विद्यालय मड़ावरा रोड महरौनी की मानिया,हिमांशी,रूपा, राधिका,संजना, सना,वंदना,रिमझिम खटीक द्वारा "फौज आयी है स्वामी दयानन्द की धूम छायी है स्वामी दयानंद की" मनमोहक प्रस्तुति की सभी ने सराहना की।
मुख्य अतिथि शिक्षाविद ठाकुर रूप सिंह ने कहा कि महर्षि दयानन्द सरस्वती ने एकओर जहाँ सोये हुये भारतीयों को  जगाया वही सत्य सनातन वैदिक धर्म की रक्षा  अपने प्राणों की आहुति देकर की।

विशिष्ट अतिथि आध्यात्मिक गुरु अनिल प्रकाश गोस्वामी ने कहा कि युवा पीढ़ी को सुशिक्षित सुसंस्कारित करने के लिए माता पिता व समाज को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी तभी हम एक अच्छे समाज व राष्ट्र की कल्पना कर  सकते हैं।

विशिष्ट अतिथि ठाकुर गजेंद्र सिंह सेंगर   प्रधानाचार्य सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज महरौनी ने कहा कि हम सभी को अपने बच्चों के जन्मदिन व अन्य उत्सवों पर यज्ञ को प्राथमिकता देना होगा जैसा आज आर्य समाज के  द्वारा अदिति आर्या के जन्मदिन पर किया गया तभी हम अपनी संस्कृत,संस्कृति और संस्करों को आने वाली युवा पीढ़ी को दे सकते हैं।

आर्य समाज के प्रधान  मुनि पंडित  पुरुषोत्तम वानप्रस्थ ने कहा कि  12 फरवरी  1824 को गुजरात के टंकारा ग्राम में  अमृतवाई -कर्षण जी तिवारी के घर जन्मे महर्षि दयानन्द सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना करके देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले 85 प्रतिशत क्रांतिकारी देकर,समाज मे फैली हुई कुरीतियों पर तर्क,प्रमाण और युक्ति के साथ मुक्ति का मार्ग देकर भटके हुए समाज को पुनः विश्व गुरु के मार्ग बढ़ाने बाले,वेदों को पुनः आमजन तक पहुंचाने वाले,बालिका शिक्षा व कन्या भ्रूण हत्या पर समाज को जाग्रत करके सत्य सनातन धर्म की रक्षा के लिए 30 अक्टूबर 1883 दीपावली के दिन अपने जीवन को राष्ट्र के लिए बलिदान कर दिया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक प्रचारक शुभम जी,पूर्व बार संघ अध्यक्ष हर प्रसाद प्रजापति एडवोकेट,दूध लाल यादव शिक्षक,राजेन्द्र प्रजापति शिक्षक,हरिओम निरंजन शिक्षक,जितेंद्र नांगल शिक्षक, देवेंद्र राजपूत शिक्षक,रामकुमार त्रिपाठी शिक्षक,रोहित सेन ठेकेदार, सरोज सेन शिक्षिका,सीता यादव शिक्षिका,रामकुमार सेन अजान,बृजेश सेन शिक्षक,जय देवी शुक्ला,रिंकी सेन,गुड्डी देवी सेन,सुमन लाता सेन शिक्षिका,सुनीता सेन,रश्मि सेन शिक्षिका,हरि सेन,रजनी सेन,ललित सेन,देवेंद्र सेन,आदि उपस्थित रहीं।
संचालन आर्य रत्न शिक्षक लखन लाल आर्य व आभार पूर्व पार्षद हीरालाल लाल सेन जताया।



सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से पत्रकार इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

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