दिल्ली की घटनाओं पर अब राजनीतिक पार्टियों द्वारा शुरू हुई सियासत
दिल्ली की आप व भाजपा में आरोपों - प्रत्यारोपों का सिलसिला भी शुरू
दिल्ली : 16 दिसम्बर 2019
नागरिक संशोधन बिल को लेकर दिल्ली के जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा 14 दिसंबर को धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था । मगर कल 15 दिसंबर को अचानक भड़की हिंसा के कारण कई बसों व अन्य वाहनों में आग लगा दी गई थी । भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े मौके पर पहुंची दमकल गाड़ियों ने आग को बुझाया । इस दौरान पुलिस कार्रवाई में 50 से ज्यादा छात्र हिरासत में लिए गए , मगर उन्हें देर रात सशर्त रिहा कर दिया गया । इस पर आंदोलनकारियों ने मीडिया के सामने आपबीती सुनाई
इस घटना के लिए भाजपा ने दिल्ली की आप पार्टी सरकार को जिम्मेदार ठहराया तो आप पार्टी ने भी इस घटना के लिए दिल्ली व उत्तर प्रदेश की सरकारों को भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और कांग्रेस जैसी अन्य पार्टियों ने भी अपने राजनीति शुरू की हुई है ।
दिल्ली की इस घटना से आक्रोशित जामिया यूनिवर्सिटी के एक विद्यालय ने पुलिस पर कई तरह के आरोपों और घटना से दुखी हो निर्वस्त्र होकर प्रदर्शन किया । हालांकि इस दौरान इस युवक ने अपना चेहरा तक मीडिया को नहीं दिखाया । हालांकि दिल्ली में अभी पूरी तरह शांति है मगर एहतियात के रूप में दिल्ली के जामिया यूनिवर्सिटी और उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ यूनिवर्सिटी को आगामी 5 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया है ।
दिल्ली की इस घटना के ऊपर अब पूरी तरह शांति है मगर अफवाहों का सिलसिला चल चुका है।🙏सलाम खाकी न्यूज़ व मासिक पत्रिका 🙏दिल्ली ने सभी प्रदर्शनकारियों और विरोध करने वाले लोगों से अपील की है कि वे शांति और धैर्य के साथ अपना पक्ष रखें । और कोई भी किसी भी तरह से अफवाहों को हवा ना दे ।
विरोध करने से पहले जरूर जान ले सच्चाई
नागरिक संशोधन बिल के विरोधी गणों से सलाम खाकी न्यूज़ अपेक्षा करता है कि वह इस संशोधन को अच्छे से समझ ले और किसी के बहकावे में ना आवे क्योंकि किसी भी स्थिति में यह किसी के विरोध में नहीं है ।
किसी बात को समझ कर ही उसका सपोट - विरोध करना उचित होता है
किसी बात को समझ कर ही उसका सपोट - विरोध करना उचित होता है
No comments:
Post a Comment