कांधला। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही बारिश का असर अब यमुना नदी पर साफ दिखाई देने लगा है। नदी का जलस्तर तेज़ी से बढ़ने लगा है, जिसके चलते कांधला क्षेत्र के कई गांव प्रभावित होने लगे हैं। इनमें प्रमुख रूप से इस्लामपुर टील और दुंडूखेड़ा गांव शामिल हैं, जहां पानी बढ़ने की आशंका ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
खतरे की आहट को देखते हुए कांधला थानाध्यक्ष सतीश कुमार मंगलवार को अपनी पुलिस टीम के साथ प्रभावित गांवों में पहुँचे। उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर हालात का जायज़ा लिया और लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को सतर्क रहने की अपील की। पुलिस टीम ने गांव-गांव जाकर लोगों से कहा कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत पुलिस या प्रशासन को सूचना दें।
प्रशासन सतर्क, निगरानी तेज
जानकारी के अनुसार, प्रशासन और पुलिस ने प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी तेज कर दी है। यमुना का जलस्तर यदि और बढ़ा तो राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया जाएगा। नावों और अन्य संसाधनों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। वहीं, ग्रामीणों को ऊँचे स्थानों पर जाने और सुरक्षित जगहों पर ठहरने की सलाह दी गई है।
ग्रामीणों में चिंता
इस्लामपुर टील और दुंडूखेड़ा के ग्रामीणों का कहना है कि यमुना का पानी यदि और बढ़ता है तो खेत और घरों में पानी भर सकता है। किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान की चिंता है क्योंकि कई बीघा खेत नदी के किनारे पर हैं। गांव की महिलाएं और बुजुर्ग बच्चों को लेकर खासे परेशान हैं।
हर पल की रिपोर्टिंग
थानाध्यक्ष सतीश कुमार ने अपनी टीम के साथ गांवों में लगातार गश्त शुरू कर दी है। नदी की धाराओं और पानी के स्तर की पल-पल की जानकारी संबंधित विभागों तक भेजी जा रही है। वहीं, जिला प्रशासन ने भी अलर्ट जारी करते हुए खतरे की आशंका वाले गांवों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि अगले 24 घंटे में बारिश जारी रही तो यमुना का जलस्तर और बढ़ सकता है। ऐसे में नदी किनारे बसे गांवों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होगी।
रिपोर्ट गुलवेज़ आलम कैराना
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