आज के दौर में शासन की पारदर्शी कार्यशैली और जनता की अपेक्षाओं को संतुलित करने में जनसुनवाई की अहम भूमिका है। इसी कड़ी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुजफ्फरनगर श्री संजय कुमार वर्मा ने पुलिस कार्यालय में जनसुनवाई का आयोजन किया।
इस मौके पर उन्होंने न केवल लोगों की शिकायतें ध्यानपूर्वक सुनीं बल्कि अधिकारियों को यह भी सख़्त निर्देश दिए कि शिकायतों का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित हो। जनता की उम्मीदें तब ही पूरी होंगी जब कार्रवाई तेज़ और असरदार होगी।
महिला अपराधों पर कड़ा रुख
जनसुनवाई की सबसे बड़ी विशेषता रही—महिला अपराधों से जुड़ी शिकायतों पर पुलिस कप्तान का गंभीर रुख। शिकायतें दर्ज होते ही उन्होंने तत्काल ‘क्विक रिस्पॉन्स टीम (महिला विंग)’ को मौके पर रवाना किया। यह कदम साफ़ संकेत देता है कि महिला सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं होगा।जनसुनवाई क्यों है ज़रूरी?
मुजफ्फरनगर एक संवेदनशील ज़िला है जहाँ पुलिस और जनता के बीच संवाद की मज़बूत कड़ी बेहद आवश्यक है। जनसुनवाई केवल शिकायत दर्ज करने का मंच नहीं, बल्कि जनता के मन में पुलिस पर भरोसा जगाने का भी माध्यम है। जब लोग देखते हैं कि उनकी बात सुनी जा रही है और तत्काल कार्रवाई हो रही है, तभी पुलिस की छवि मज़बूत होती है।“सलाम खाकी” का दृष्टिकोण
पुलिस विभाग को समर्पित देश की एकमात्र पत्रिका “सलाम खाकी” हमेशा ऐसी पहल का स्वागत करती है। पुलिस की पारदर्शी कार्यप्रणाली, जनता की सुरक्षा और महिला अपराधों पर त्वरित एक्शन—ये सब समाज में विश्वास कायम करने के ठोस उदाहरण हैं।मुजफ्फरनगर से यह खास रिपोर्ट बता रही है कि जब सिस्टम सजग और संवेदनशील हो तो जनता की उम्मीदें केवल सपनों तक सीमित नहीं रहतीं, बल्कि हकीकत में बदलती हैं।
✍️ रिपोर्टर: ज़मीर आलम
📍 मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश
📧 salamkhaki@gmail.com
🌐 www.salamkhaki.com
#salamkhaki
No comments:
Post a Comment