झिंझाना। रात के सन्नाटे में रजाकनगर गांव में हुई यह घटना से पूरे इलाके में सनसनी मच गई। उत्तर प्रदेश पुलिस के सिपाही नरेंद्र कुमार (32) का शव उनके कमरे में फंदे से लटका पाया गया। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
घटनास्थल का खौफनाक मंजर
पड़ोसी बताते हैं कि रात को घर के अंदर सब कुछ शांत था, लेकिन अचानक पुलिस की गाड़ियों की आवाज और रोशनी से पूरा माहौल बदल गया। लोग घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए, हर कोई यह समझने की कोशिश कर रहा था कि आखिर ऐसा क्या हुआ। घर के कमरे में लगी फांसी ने देख रहे सभी को हैरान कर दिया।
परिवार और निजी जिंदगी
नरेंद्र कुमार की शादी लगभग सात साल पहले मुजफ्फरनगर के बसी गांव निवासी कविता से हुई थी। उनके दो छोटे बच्चे हैं—चार वर्षीय बेटा क्रिश और दो वर्षीय बेटी दीपाली, जो फिलहाल मेरठ में रहते हैं। वर्तमान में उनकी तैनाती दादरी के 112 पुलिस चौकी में थी।
घटना का रहस्य और समयक्रम
पुलिस और परिवार के अनुसार, नरेंद्र कुमार पांच दिन पहले अपने ताऊ के निधन पर गांव आए थे और सोमवार को ड्यूटी पर लौटने वाले थे। अचानक हुई यह घटना पूरे परिवार और गांव वालों के लिए सदमा बन गई। हर कोई इस हादसे की असली वजह जानने के लिए बेचैन है।
पुलिस की जांच
पुलिस ने बताया कि मामले की संदिग्ध परिस्थितियों में गहन जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि किसी भी पहलू को अनदेखा नहीं किया जाएगा और हर तथ्य की जांच हो रही है।
गांव का माहौल और सामाजिक प्रतिक्रिया
घटना की खबर फैलते ही पूरे गांव में शोक और तनाव का माहौल बन गया। पड़ोसी और ग्रामीण परिवार के पास पहुंचकर उन्हें सांत्वना दे रहे हैं। प्रशासन और पुलिस अधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण कर रहे हैं और मृतक के परिवार को हर संभव मदद देने का भरोसा दे रहे हैं।
रिपोर्ट - गुलवेज़ आलम कैराना
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