नई दिल्ली। हरियाणा पुलिस की एसटीएफ को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब मोस्ट वांटेड गैंगस्टर और सात लाख का इनामी मैनपाल बादली पुलिस के शिकंजे में आ गया। उसे कंबोडिया से डिपोर्ट कराकर दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। लंबे समय से फरार मैनपाल विदेश में रहकर रंगदारी, हत्या और फिरौती जैसे संगीन अपराधों को अंजाम दे रहा था।
कंबोडिया में दबोचा गया, भारत लाकर की गई गिरफ्तारी
करीब दस दिन पहले कंबोडियन एजेंसियों ने मैनपाल को हिरासत में लिया था। भारत सरकार और हरियाणा पुलिस के प्रयासों से उसे डिपोर्ट किया गया। दिल्ली पहुंचते ही एसटीएफ की टीम ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया।
चाचा की हत्या से रखा अपराध की दुनिया में कदम
साल 2000 में मैनपाल ने अपने ही चाचा की हत्या की और इसी के साथ उसने अपराध की राह पकड़ ली। कभी ट्रैक्टर रिपेयरिंग का काम सीखने वाला यह युवक धीरे-धीरे हरियाणा का सबसे बड़ा गैंगस्टर बन गया।
परोल पर छूटा, फिर विदेश भाग गया
29 अगस्त 2018 को जेल से परोल पर छूटने के बाद मैनपाल सीधे विदेश चला गया। दुबई, नेपाल और कंबोडिया जैसे देशों से वह अपने गिरोह को संचालित करता रहा और पुलिस की पकड़ से बचता रहा।
कई मामलों में वांछित, बना मोस्ट वांटेड
हत्या, हत्या की कोशिश, फिरौती और आपराधिक साजिश जैसे मामलों में दर्जनों मुकदमों में वांछित मैनपाल हरियाणा पुलिस की मोस्ट वांटेड सूची में नंबर-1 पर था। उसके सिर पर सात लाख का इनाम घोषित था।
नेटवर्क ध्वस्त करने की तैयारी
एसटीएफ आईजी सतीश बालन ने बताया कि मैनपाल से पूछताछ कर उसके गिरोह के बाकी सदस्यों की जानकारी जुटाई जाएगी। पुलिस का दावा है कि उसकी गिरफ्तारी से हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय संगठित अपराधी गैंग को बड़ा झटका लगेगा।
यह गिरफ्तारी हरियाणा पुलिस के लिए अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। रिपोर्ट - गुलवेज़ आलम
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