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उत्तराखंड कैडेट्स का दल ऑल इंडिया थलसेना शिविर के लिए रवाना

रुड़की की धरती से इस बार एक और गर्व का अवसर सामने आया है। 84 उत्तराखंड वाहिनी एनसीसी, रुड़की के तत्वावधान में आयोजित प्री थल सेना शिविर द्वितीय के समापन के साथ ही उत्तराखंड राज्य से चयनित 91 कैडेट्स का दल नई दिल्ली कैंट में होने वाले ऑल इंडिया थलसेना शिविर के लिए रवाना हुआ। यह शिविर 1 सितंबर 2025 से आरंभ होगा और 11 सितंबर तक चलेगा।

इस शिविर का आयोजन भारतीय थलसेना द्वारा किया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य देशभर के चुने गए कैडेट्स को सैन्य जीवन का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करना है। इसमें कैडेट्स को न केवल अनुशासन और समर्पण की शिक्षा दी जाती है, बल्कि उन्हें हथियार संचालन, फील्ड क्राफ्ट, मैप रीडिंग, फायरिंग, सामरिक अभ्यास तथा अन्य सैन्य गतिविधियों का भी व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलता है।

नेतृत्व और उत्साह

उत्तराखंड राज्य का दल कंटिजेंट कमांडर कैप्टन सुशील कुमार आर्य और डिप्टी कंटिजेंट कमांडर थर्ड ऑफिसर सुनीता नौटियाल के नेतृत्व में दिल्ली पहुंचा। रवाना होने से पहले कैंप कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल अमन कुमार ने कैडेट्स को शुभकामनाएँ देते हुए कहा:

“यह अवसर न केवल आपके आत्मविकास का माध्यम है, बल्कि देशभक्ति की भावना को भी सशक्त करता है।”

इस अवसर पर कैडेट्स के अभिभावकों, सहयोगी एनसीसी अधिकारियों और स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों ने भी दल का उत्साहवर्धन किया और उन्हें सलाह दी कि वे शिविर में पूरे अनुशासन और समर्पण के साथ भाग लें।

प्रतिस्पर्धा और परिणाम

एनसीसी के 17 निदेशालयों से चयनित कैडेट्स इस शिविर में प्रतिस्पर्धा करेंगे। परिणाम 11 सितंबर को घोषित किए जाएंगे और इसके बाद 12 सितंबर को सभी कैडेट्स अपने-अपने गंतव्यों के लिए प्रस्थान करेंगे।

विशेष धन्यवाद

अंत में कैंप कमांडेंट ने फोनिक्स विश्वविद्यालय के चेयरमैन इंजीनियर चैरब जैन, डायरेक्टर जनरल संजय जैन, प्रो वाईस चांसलर डॉ. मनीष पांडेय, कुल सचिव डॉ. अमित गौतम व समस्त स्टाफ का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इन एनसीसी शिविरों के सफल आयोजन में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग दिया।

इस अवसर पर एकाउंट ऑफिसर संतोष कुमार भट्ट, सूबेदार मेजर अमर सिंह, सूबेदार सुनील सिंह, हवलदार अजयबीर सिंह, हवलदार संदीप प्रजापति, प्रशिक्षण अधीक्षक रवि कपूर, वरिष्ठ सहायक सुरेश अवस्थी, जीसीआई किरण बिहनिया, डीईओ धर्म सिंह सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे।

निष्कर्ष

यह थलसेना शिविर न केवल कैडेट्स के लिए एक अनमोल अनुभव है, बल्कि भविष्य में उन्हें भारतीय सेना और अन्य सुरक्षा बलों में सेवा करने की प्रेरणा भी प्रदान करेगा। इस तरह के शिविर युवाओं के जीवन में अनुशासन, साहस और देशभक्ति की मजबूत नींव रखते हैं।

✍️ खास रिपोर्ट – तसलीम अहमद, पिरान कलियर, हरिद्वार
📌 राष्ट्रीय समाचार पत्रिका – “सलाम खाकी”
📧 salamkhaki@gmail.com


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