युवा एनसीसी कैडेट्स को स्वर्णिम विजय ज्योति देखने के साथ-साथ उसके गौरवशाली इतिहास को जानने का मौका भी मिला। इस दौरान कैंप का प्रांगण भारत माता की जय, वीर तुम बढ़े चलो और जय हिंद के
नारों से गूंज उठा। कैंप कमांडेंट कर्नल पंकज साहनी ने युवा एनसीसी कैडेट्स को संबोधित करते हुए बताया कि स्वर्णिम विजय ज्योति हमारे विजय और बलिदान का प्रतीक है। वर्ष 1971 का विजय हमारा गौरव है और स्वर्ण जयंती हमें उसी गौरव का एहसास दिलाती है। 16 दिसंबर
2020 को शाम 4:00 बजे निकली स्वर्णिम विजय ज्योति उत्तर भारत में परमवीर चक्र और महावीर चक्र से सम्मानित शहीदों व सैनिकों के गांव-गांव घूमते हुए वापस मेरठ छावनी पहुंची है। कैप्टन अक्षय पांडे व उनकी टीम ने कर्नल साहनी को स्वर्णिम विजय ज्योति सौंपी। एनसीसी कैडेट्स ने गार्ड ऑफ ऑनर देते हुए स्वर्णिम विजय ज्योति का भव्य स्वागत
किया। ऐसे में पूरा वातावरण देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आया। कार्यक्रम का संचालन कैंप एजूडेट कैप्टन डॉ अंजुला राजवंशी ने किया। इस मौके पर आईआईएमटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉक्टर हृदय शंकर व अध्यक्ष योगेंद्र मोहन गुप्ता जी ने एनसीसी कैडेट्स का
उत्साहवर्धन करते हुए उनके कार्य, लगन व प्रयास की सराहना की। कार्यक्रम के बाद विजय ज्योति वापिस कैप्टन अक्षय पांडेय को सोंप दी गयी, जिसे दिल्ली रवाना किया जायेगा।
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