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कैराना में कोतवाल बिजेंद्र सिंह रावत का पूरा खौफ, गैंगस्टर और हथियारों के खिलाफ उठाया ऐतिहासिक कदम, गौकश गैंग की चूले हिलाई

कैराना । गौकशी की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने के लिए पुलिस ने एक मजबूत कदम उठाया है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बिजेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में, गौकशी में लिप्त दो सगे भाइयों सहित पाँच आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई उन अपराधियों के खिलाफ एक गंभीर चेतावनी है, जो समाज में आतंक फैलाने का प्रयास कर रहे थे।

पुलिस द्वारा दर्ज मुकदमे के अनुसार, आरोपियों में जुल्फान पुत्र इकराम, मोमीन पुत्र आलमदीन, इकबाल, गुलजार पुत्रगण रूकमृदीन और तासीम पुत्र रहमु उर्फ कालू उर्फ नसीबू शामिल हैं। इन सभी आरोपियों को खुरगान गांव का निवासी बताया गया है। गैंग लीडर के रूप में जुल्फान को चिन्हित किया गया है, जो हरियाणा से गोवंश लाकर अवैध मांस की बिक्री कर रहे थे और समाज में कानून व्यवस्था को बाधित कर रहे थे।

कोतवाली प्रभारी बिजेंद्र सिंह रावत ने इस कार्रवाई के पीछे के कारणों पर प्रकाश डालते हुए कहा, "हम अपराधियों को कोई भी मौका नहीं देंगे। हमारी प्राथमिकता है कि हम गौवंश संरक्षण के साथ-साथ समाज की शांति को भी सुनिश्चित करें।" उन्होंने उम्मीद जताई कि इस कदम से अन्य अपराधियों को भी सही संदेश जाएगा।

पुलिस ने समाज में व्याप्त आतंक के खिलाफ एक ठोस मुहिम छेड़ दी है, और गैंगस्टर एक्ट के जरिए इस प्रकार के अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने का संकल्प लिया है। पुलिस अब इन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जुट गई है, ताकि उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जा सके।

यह तमाम प्रयास न केवल कानून-व्यवस्था की बहाली के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि समाज में पुलिस के प्रति विश्वास और सुरक्षा की भावना को भी बढ़ाते हैं। अब यह देखने वाली बात होगी कि इस कार्रवाई के परिणाम स्वरूप समाज में अपराधियों के खिलाफ क्या और कदम उठाए जाते हैं। कोतवाली प्रभारी बिजेंद्र सिंह रावत की नेतृत्व क्षमता और उनकी टीम का यह प्रयास सच में सराहनीय है। सलाम खाकी न्यूज से पत्रकार गुलवेज आलम की रिपोर्ट 
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