धोखेबाज हमेशा मानव निर्मित या प्राकृतिक आपदाओं का लाभ उठाने को अग्रसर रहते है। कोरोनावायरस महामारी के कारण लंबे समय तक लॉकडाउन रहने पर लोग छुट्टी पर जाने, परिवार और दोस्तों के साथ आराम करने के लिए अधिक उत्सुक हैं नागरिकों को ठगने के लिए ट्रैवल एजेंसी के कर्मियों का प्रतिरूपण कर और यात्रा विज्ञापनों का उपयोग कर धोखाधड़ी करने का नया चलन सामने आया है। यात्रा से संबंधित धोखाधड़ी करने के लिए धोखेबाज पहले से सोचे कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं।
पुलिस उप महानिरीक्षक सह पुलिस अधीक्षक हिसार श्री बलवान सिंह राणा,आईपीएस ने नागरिकों को इस प्रकार को होने वाली धोखाधड़ी से आगाह किया है। धोखेबाज विज्ञापन, फर्जी ट्रैवल वेबसाइट या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए नागरिकों से संपर्क करते है। इस तरह के विज्ञापनों, वेबसाइटों और सोशल मीडिया पेज में Make my trip, Airbnb आदि जैसे ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म के नाम का भी दुर्पयोग किया जाता है।
पुलिस उप महानिरीक्षक सह पुलिस अधीक्षक महोदय ने कहा है कि साइबर अपराधी सोशल मीडिया पर फर्जी ट्रैवल वेबसाइट व हॉलीडे पैकेज वेबसाइट बना नकली विज्ञापन प्रसारित करते है, यात्रा पैकेज पर अविश्वसनीय छूट प्रदान करने या किसी ट्रैवल कंपनी/एयरलाइन के कर्मचारी बन नागरिकों से संपर्क करते है और अगर कोई नागरिक उस नकली विज्ञापन का जवाब देता है तो वे उसे अपना शिकार बना लेते है फिर नकली यात्रा पैकेज खरीदने के लिए पैसे ऑनलाइन बैंकिंग विधियों के माध्यम से भुगतान करने को प्रेरित करते है।सामान्य नागरिक साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले इन तरीकों के शिकार हो जाते हैं और इस तरह की यात्रा पैकेज, फ्लाइट टिकट, हॉलीडे पैकेज आदि बुक करके अपनी मेहनत की कमाई खो देते हैं। पीड़ित नागरिक को धोखेबाज द्वारा संपर्क बंद करने पर उनके साथ की गई धोखाधड़ी का पता चलता है।
आमजन किसी भी अंजान व्यक्ति द्वारा फोन, सोशल मीडिया या ईमेल के माध्यम से एक अच्छे ट्रैवल पैकेज की पेशकश करने पर, ट्रैवल पैकेज लेने से पहले उसकी अच्छी तरह से जांच परख कर ले। एसी वेबसाइटों के Url को परखे। कंपनी की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए ट्रैवल कंपनी और दिए गए पैकेज को पूरी तरह से ऑनलाइन खोजे।
*इसके साथ ही जालसाज* आमजन से धोखाधड़ी करने के लिए फर्जी सस्ते उपहारों और मुफ्त सेवाओं जैसे मोबाइल फोन, बिटकॉइन निवेश आदि के लिए विज्ञापन और एसएमएस प्रसारित करते हैं तथा नागरिकों को एक फर्जी वेबसाइट लिंक भेज स्थानांतरण शुल्क या प्रशासनिक शुल्क आदि की मांग करते है। सस्ता या फ्री पाने की चाहत में नागरिक कभी कभी शुल्क का भुगतान भी कर देते है। नागरिकों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन नकली पेजों की रिपोर्ट करनी चाहिए, जहा पर सस्ता विज्ञापन प्रचारित किया जा रहा है और इस तरह के सस्ते ऑफर के लिए कभी भी अपने बैंक के विवरण का खुलासा न करे तथा किसी भी तरह की फीस का भुगतान कतई न करे।
*पुलिस उप महानिरीक्षक सह पुलिस अधीक्षक महोदय* ने यह भी कहा है कि आज कल डेटिंग ऐप्स के माध्यम से हो रही धोखाधड़ी में वृद्धि हुई है। महामारी के प्रतिबंधों के दौरान अधिक लोगो नेऑनलाइन डेटिंग की ओर रुख किया है। जालसाज नागरिकों को लुभाने के लिए नकली ऑनलाइन प्रोफाइल बनाते है जहा वे पीड़ित से संपर्क कर उनके लिए अपनी भावनाएं व्यक्त करते है और आमजन भी बदले में भावनाओ को विकसित करना शुरू कर देते है। धोखेबाज अपेक्षाकृत कम समय में आमजन के लिए मजबूत भावनाएं व्यक्त कर फोन, ईमेल, सोशल नेटवर्किंग से इंस्टेंट मैसेज आदि पर तस्वीरे, वीडियो आदि मांगते है। जिससे उनके साथ धोखाधड़ी होने की अधिक संभावना होती है।
नागरिकों से अपील की जाती है कि व्यक्तिगत जानकारी को सोशल मीडिया पर काम से काम सांझा करे। अनजान लोगों को पैसे, अकाउंट डिटेल या किसी भी प्रकार के निजी दस्तावेज, तस्वीरें या वीडियो न भेजे। अगर किसी भी नागरिक के साथ साइबर क्राइम संबंधित या ऑनलाइन धोखाधडी हो जाती है तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दे। अधिक जानकारी के लिए ट्विटर पर @cyberDost को फॉलो और www.cybercrime.gov.in पर जाए। सलाम खाकी न्यूज़ से जिला प्रभारी सेवनाथ की रिपोर्ट।
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