Advertisement

ग्रामीण आंचल में भी दिखा लॅॉक डाउन का असर, सुनसान सड़क, मार्केट में बंद पड़ी दुकानें

 


बड़ागुढ़ा (गुरनैब दंदीवाल) क्षेत्र के गांवों में भी विकेट लॅॉक डाउन दौरान यहां गलियों चौराहे पर जगह-जगह रौनक लगी रहती थी 

वहां आज सन्नाटा पसरा हुआ है।यह इसलिए नहीं कि किसी ने जबरन दुकानों

को बन्द करवाया है बल्कि दिनों दिन फैल रहे कोरोना संक्रमण के कारण ही आमजन सहमे हुए हैं और दुकानदार भी सोचते हैं कि पता नहीं दुकान पर आने वाले ग्राहकों में कौन संक्रमित हो सकता है इसलिए ऐसे समय में महामारी से बचाव के लिए जागरुक लोग अब खुदवा खुद ही जिम्मेदारी समझने लगे हैं।



 यहां दुकान दार अपने बचाव के लिए दुकान कम खोलते हैं तो वहीं बिना किसी ज़रुरी काम से लोग भी अपने घरों से बाहर निकलने में भय महसूस करते हैं इसलिए अब तो चौंक,चौराहों पर इकट्ठा होने से बचने में भलाई समझते हैं। मौजूदा हालात ही कुछ ऐसे हो गये हैं कि महामारी फैलने से रोकने में घरों में ही रहने में भलाई है। 



तस्वीरों में रविवार को गांव अलीकां में बस स्टैंड पर बनी दुकानें और मुख्य चौक सहित गांव में अधिकतर दुकानें बंद पड़ी देखी गई। इसके अलावा गांव की रौनक भी गायब दिखी। गांव के सरपंच त्रिलोचन संधू व नंबरदार शाम लाल मैहता ने बताया कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए यही सबसे बड़ा उपराला है ।



 उन्होंने बताया कि हमें बिना मास्क लगाए, बिना बजह इधर उधर घूमने से बेहतर है कि जितना हो सके अपना और अपने परिवार का बचाव करेंं घर में रहे और जिला प्रशासन द्वारा जारी हिदायतों की स्वेच्छा से पालना कर एक जिम्मेदार नागरिक बनने में ही भलाई है ।क्योंकि कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है ऐसे में हमें सावधान रहने की जरूरत है। 



इसके अलावा रोड़ी थाना प्रभारी उप निरीक्षक गुरमीत सिंह ने बताया कि कोविड 19 काल दौरान हमें पूरी जिम्मेदारी के साथ कोरोना महामारी फैलने से रोकने में सहयोग करना चाहिए न कि दिखावे के लिए नहीं बल्कि अपने भले के लिए विकेट लॅॉक डाउन की पालना लाजमी करनी चाहिए ताकि संकट की घड़ी में कोरोना संक्रमण को रोकने में पुलिस पब्लिक का आपसी तालमेल ज़रूरी है क्योंकि पुलिस अकेले कुछ नहीं कर सकती इसमें सभी के सहयोग से ही कोरोना को हराया जा सकता है




No comments:

Post a Comment