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उपायुक्त : बागवानी को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें बागवानी विभाग : डीसी -उपायुक्त ने किया भूना अमरूद प्रदर्शन केंद्र का निरीक्षण

 

उपायुक्त  : बागवानी को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें बागवानी विभाग : डीसी

-उपायुक्त ने किया भूना अमरूद प्रदर्शन केंद्र का निरीक्षण

फतेहाबाद/भूना, 20 अगस्त।

किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने और उनकी आमदनी में और ज्यादा ईजाफा हो, इसके लिए उन्हें बागवानी खेती करने के लिए प्रोत्साहित करें। इसके साथ-साथ किसानों को बागवानी विभाग की योजनाओं पर मिलने वाले अनुदान राशि लाभ भी उन्हें निर्धारित समयावधि में दें। ये निर्देश उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने अमरूद प्रदर्शन केन्द्र भूना का निरीक्षण करने उपरांत बागवानी विभाग के अधिकारियों को दिए। इस मौके पर उपनिदेशक उद्यान डॉ. सुभाष तायल, डीएचओ डॉ. कुलदीप श्योराण सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


गौरतलब है कि भूना का अमरूद प्रदर्शन केंद्र/नर्सरी हरियाणा राज्य में ही नहीं बल्कि देश का एकमात्र केंद्र है, जहां अमरूद की 20 प्रकार की अच्छी किस्में तैयार की जाती है और यहां से विभिन्न राज्यों के किसान केंद्र/नर्सरी में तैयार पौध को लेकर जाते हैं। जिला में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए उपायुक्त ने बागवानी विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश एवं मार्गदर्शन किया।

उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने निरीक्षण के दौरान केन्द्र में लगी हुई अमरूद की 20 किस्मों के बारे में उद्यान अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली। इस मौके पर उपायुक्त ने टपका सिंचाई प्रणाली, पानी भंडारण टैंक का भी निरीक्षण किया और विस्तार से इस बारे में जानकारी ली की पौधों को किस समय पर कितनी मात्रा में पानी व खाद-दवाई दी जाती हैै। उपायुक्त ने कहा कि किसानों के लिए इस प्रदर्शन केन्द्र पर कुछ अमरूद के अलावा दूसरे बाग भी लगायें जो इस वातावरण व मिट्टी के अनुकूल हो। इस प्रदर्शन केन्द्र पर ज्यादा से ज्यादा किसानों का भ्रमण करवायें और किसानों को अलग-अलग किस्मों के बारे में जानकरी दें।


उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने खजूर के पौधों पर लगे फलों का भी निरीक्षण किया और कहा कि कम पानी व रेतीले इलाके वाले क्षेत्रों में खजूर के बाग लगाए जाएं। उपायुक्त ने बागवानी विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेते हुए पूछा कि इस क्षेत्र में खजूर की कौन सी किस्म कामयाब है। मौके पर अधिकारियों ने बताया कि खजूर की ब्रही नामक किस्म इस क्षेत्र के लिये उपयुक्त है। यह किस्म कद में छोटी है और अच्छी पैदावार देने वाली है। टिशु कल्चर के लिए दोबारा इस किस्म के पौधे राजस्थान के काजरी केन्द्र में तैयार किए जाते हैं। अधिकारियों ने बताया कि टिशु कल्चर तकनीक द्वारा तैयार किए गए पौधे ही लगाएं, क्योंकि इस तकनीक द्वारा तैयार किए गए पौधे अच्छी गुणवता व बीमारी रहित होते हैं और ज्यादा पैदावार देने की क्षमता होती है।


उपनिदेशक उद्यान डॉ. सुभाष तायल ने उपायुक्त को बताया कि हरियाणा के अलग-अलग जिलों में बागवानी विभाग द्वारा प्रदर्शन केन्द्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि भूना का यह प्रदर्शन केन्द्र 22 एकड़ में फैला हुआ है और इस प्रदर्शन केन्द्र मेंं अमरूद की विभिन्न किस्में प्रदर्शन के तौर पर व किस्मों के अवलोकन करने हेतू अलग-अलग दूरी पर लगाई गई है। इस प्रदर्शन केन्द्र का उद्देश्य फतेहाबाद, हिसार, सिरसा, भिवानी व जीन्द आदि जिलों के किसानों को अमरूद के अच्छी किस्मे के पौधे बाग लगाने हेतू उपलब्ध करवाए जाते हैं, क्योंकि ये जिले अमरूद की खेती के लिए उपयुक्त है और आस-पास के किसानों को एक ही जगह पर अमरूद की विभिन्न किस्मों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि भूना का यह केंद्र/नर्सरी देश का सबसे बड़ा एकमात्र केंद्र है, जहां अमरूद की विभिन्न प्रकार की किस्में तैयार की जाती है। यहां पर तैयार पौध को प्रदेश के अन्य जिलों के अलावा राजस्थान, पंजाब आदि राज्यों के किसान लेकर जाते हैं।


किसानों को प्रदर्शन के माध्यम से अलग-अलग दूरी पर लगे हुए बागों में किस दूरी पर लग हुए बाग की पैदावार ज्यादा है, उसी के अनुसार किसानों को अच्छी पैदावार लेने बारे बताया जाता है। इस मौके पर वस्तु विशेषज्ञ डॉ. देवी लाल ने बताया कि 20 एकड़ अमरूद के बाग में टपका सिंचाई प्रणाली द्वारा पानी दिया जाता है। डॉ. देवी लाल ने उपायुक्त को केचुआ यूनिट, नैट हाऊस व अमरूद के कलमी व देशी पौधों के बारे में जानकारी दी और बताया कि इस वर्ष नैट हाऊस में बीजु पौधे तैयार किए जाएंगे जो कि अच्छी गुणवता व सूत्रकर्मी रहित तैयार होंगे। इस केन्द्र का उद्देश्य किसानों को अच्छी गुणवता के अमरूद के पौधे उपलब्ध करवाना है। किसानों की बढ़ती हुई मांग के कारण अगले वर्ष ज्यादा से ज्यादा पौधे तैयार किए जाएंगे।



इस अवसर पर जिला उद्यान अधिकारी डॉ. कुलदीप श्योराण ने उपायुक्त डॉ. बांगड़ को बताया कि भूना में स्थित अमरूद प्रदर्शन केन्द्र के कारण फतेहाबाद व आस-पास के जिलों में अमरूद के अंतर्गत क्षेत्र बढ़ता जा रहा है। किसानों की अमरूद की किस्म हिसार सफेदा की मांग ज्यादा है, क्योंकि इस किस्म का फल स्वादिष्ट व अच्छी गुणवता का है, जिसके कारण किसानों को बाजार भाव भी अच्छा मिलता है। इस वर्ष फतेहाबाद जिला में 200 हैक्टेयर में अमरूद व 150 हैक्टेयर में किन्नु के बाग लगाए जाएंगे और विभाग का उद्देश्य है कि किसानों की आमदनी को बढ़ाया जाये। इस मौके पर उद्यान विकास अधिकारी अमरजीत कुंड़, घनश्याम सिहाग व वस्तु विशेषज्ञ रमेश कुमार आदि मौजूद रहे।


सलाम खाकी न्यूज फ़तेहाबाद से

 ब्युरो चीफ़ 

उजागर सिंह की रिपोर्ट 

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