ज़ाहिर सी बात है कि बारिश का मौसम और बिजली का नंगा तार ऐसे में टूट जाए तो दुर्घटना की सम्भावना अत्यधिक हो जाती है।
तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हो गए।कुछ ही समय में मौक़े पर पहुँचकर देखा कि नंगे तार और वो भी हाईवे पर।आनन-फ़ानन में वाहनों को रोकना शुरू किया।लेकिन तभी हरिद्वार की तरफ़ से आ रही एक बस को रोकने का इशारा किया लेकिन बस ड्राइवर ने स्पीड कम नहीं की।यह देख एसओ साहब परेशान हुए...क्यूँ कि 50-60 जिंदगियों का सवाल था।
समय था नहीं तो बिना सोचे समझे वे सीधे बीच सड़क पर आ गए और बस के सामने खड़े हो गए।तब जाकर बस रोकी।
पहले तो ड्राइवर को डाँटा,जब माजरा बताया तो हर यात्री उनकी प्रशंसा करने से स्वयं को रोक न पाया।
पुलिस यदि आपको कहीं भी रोकती है,आप रुकिए।गाड़ी मत भगाइए।
यदि वह गाड़ी के सामने न आते तो शायद बस ड्राइवर बस को रोकता भी नहीं और सीधे भगा ले जाता.....और कुछ भी हो सकता था।ख़ैर विद्युत विभाग को सूचना दी गयी, तब जाकर लाइट बंद कट हुयी।
ऐसे दिलेर सब इन्स्पेक्टर राजीव त्यागी जी को हमारा नमन जिन्होंने अपनी सूझबूझ से कई जिंदगियों को बचा लिया। साजिद अली, सलाम खाकी, मंडल (ब्यूरो) आगरा.
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