शाम के 5 बजते ही अपने-अपने घरों से कुछ मकानों के छत पर तो कुछ सड़को पर आ गए
किसी ने ताली तो किसी ने थाली किसी ने शंखनाद किया , तो कही स्कूल मे घंटी की आवाज , तो कही ढोल - ढपडो की आवाज से कोरोना का विरोध किया जनमानस ने
झिंझाना ( शामली ) उ०प्र० 22 मार्च 2020
झिंझाना ( शामली ) उ०प्र० 22 मार्च 2020
कोरोना वायरस की लड़ाई में आज जनता कर्फ्यू के दौरान शामिल आज शाम 5 बजे शुरू हुई ताली थाली , घंटी और घंटों की आवाज से कोरोना वायरस की लड़ाई में शामिल आज शाम पांच मिनट के लिए 5 बजे शुरु हुई ताली थाली घंटी और घंटो की आवाज से पूरा झिंझाना गूंज उठा । आज का कर्फ्यू झिंझाना मे 98 प्रतिशत से ऊपर सफल माना गया है ।
कोरोना वायरस को हराने व भगाने हेतु प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज 22 मार्च के जनता कर्फ्यू का आह्वान किया गया था । जो आज सुबह 7 बजे से रात के 9 बजे तक के लिए आहूत था । आज लोगों ने अपने तमाम प्रतिष्ठान सेवाएं पूर्णतया बंद रखी । यहां का बंद 98% से ऊपर माना जा रहा है ।
हालांकि एक समुदाय के मोहल्लों में वहां के लड़के बराबर घूमते नजर आए । करनाल हाईवे पर कार और ट्रक भी दौड़ते नजर आए । पुलिस और मीडिया जनता कर्फ्यू के दौरान सड़कों पर नजर आए । मैडिकल स्टोर भी पूरे दिन खुले रहे । सफाई कर्मचारियों ने आज सुबह से ही अपने पूरी यूनिफॉर्म पहनकर सफाई अभियान चलाया । नगर पंचायत के अधिकारी योगेंद्र कुमार सिंह ने कस्बे में दौरा कर बाहर खड़े लोगों को अंदर जाने के लिए प्रेरित किया । पुलिस की गाडियां बराबर घूमती नजर आयी । और जगह - जगह पुलिस पीकेट मिली ।
हालांकि एक समुदाय के मोहल्लों में वहां के लड़के बराबर घूमते नजर आए । करनाल हाईवे पर कार और ट्रक भी दौड़ते नजर आए । पुलिस और मीडिया जनता कर्फ्यू के दौरान सड़कों पर नजर आए । मैडिकल स्टोर भी पूरे दिन खुले रहे । सफाई कर्मचारियों ने आज सुबह से ही अपने पूरी यूनिफॉर्म पहनकर सफाई अभियान चलाया । नगर पंचायत के अधिकारी योगेंद्र कुमार सिंह ने कस्बे में दौरा कर बाहर खड़े लोगों को अंदर जाने के लिए प्रेरित किया । पुलिस की गाडियां बराबर घूमती नजर आयी । और जगह - जगह पुलिस पीकेट मिली ।
जनता कर्फ्यू के दौरान आज शाम 5 बजे से 5 मिनट के लिए ताली , थाली और घंटों को बजाने के लिए प्रधानमंत्री जी द्वारा आह्वान किया गया था । आज 5 बजते ही कस्बे में तालियों , थालियों और घंटों की आवाज से झिंझाना गूंज उठा ।
जहां देखो वहीं ऊंचे स्वर से आवाज आ रही थी । मोहल्ला माजरा में ढोल बजने की आवाज आ रही थी , राष्ट्रीय शिक्षा सदन इंटर कॉलेज से घंटी बजाने की आवाज आ रही थी , इसके अलावा लोग अपनी छतों पर और सड़क के बाहर निकलकर तालियां बजाते देखे गए ।
जहां देखो वहीं ऊंचे स्वर से आवाज आ रही थी । मोहल्ला माजरा में ढोल बजने की आवाज आ रही थी , राष्ट्रीय शिक्षा सदन इंटर कॉलेज से घंटी बजाने की आवाज आ रही थी , इसके अलावा लोग अपनी छतों पर और सड़क के बाहर निकलकर तालियां बजाते देखे गए ।
5 बजे लोग घरों से निकलकर सड़कों पर आ गये
आज पूरे दिन घरों में कैद रहे लोग घंटी - घडनावल और तालियां बजाने के लिए घरों से निकलकर अपने मोहल्ले में सड़कों पर आ गए ।
उन्हें लग रहा था न जाने कितने समय से वें अपने घरों में कैद थे बाहर घूम कर एक दूसरे का हालचाल पूछ रहे थे , उन्हें लग रहा था कि शायद अब कर्फ्यू बंद हो गया है । मगर कुछ लोगों की जुबान पर यह भी था कि कर्फ्यू आज रात 9 बजे से बढ़कर सुबह 6:00 बजे तक के लिए शासन द्वारा कर दिया गया है । पांच बजे बाद भी अधिकांश रूप से एक ही समुदाय के लोग बाहर घूमते नजर आये ।
सलाम खाकी न्यूज झिंझाना/ ऊन से विक्रान्त वर्मा की रिपोर्ट
No comments:
Post a Comment