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शामली : चोर उचक्का कहलाये जाने वाली बावरिया जाति के व्यक्ति ने ऐसा क्या किया कि लोगो ने जमकर तारीफ की बिरादरी की........और कहा सभी चोर नही होते..

बावरिया जाति के व्यक्ति ने 45 हजार लौटा कर दिखाई दरियादिली और इमानदारी





पीएनबी की झिंझाना शाखा‌ के बैंक कैशियर ने दे दिये थे 5 हजार के स्थान पर पचास हजार रुपये



झिंझाना 18 नवंबर 2019

           पंजाब नेशनल बैंक की स्थानीय शाखा ने आज बावरिया जाति के एक व्यक्ति को 5 हजार के स्थान पर 50 हजार रुपये दे दिए । रुपए लेकर यह अनपढ़ व्यक्ति अपने गांव खानपुर कलां में पहुंचा। जहां पर  ग्राम प्रधान पति  होशियार सिंह  तथा जगदीश के बेटे  हुकम्ज हुकम्ज सिंह आदि की सलाह पर  यह रुपए  वापिस देने के बाद से हुई । इस पर जगदीश के बेटे ने झिंझाना आकर और खिड़की पर पहुंचकर 45 हजार रूपये लौटा कर अपनी और बावरिया जाति का ईमानदारी का जीता जागता सबूत दिया ।

                 कहते हैं कि बावरिया जाति में सब लोग चोर उचक्के होते हैं और वह भी खासतौर पर पुलिस की निगाह में , मगर ऐसा नहीं है । 
मिली जानकारी के अनुसार

गांव खानपुर कला निवासी जगदीश पुत्र रामलाल , आज झिंझाना कस्बे के पंजाब नेशनल बैंक में 5 हजार रुपये  निकलवाने के लिए गया था । लाइन में लगने के बाद जैसे ही खिड़की पर जगदीश का नंबर आया तो बैंक कैशियर ने उसे 5 हजार के स्थान पर 50 हजार रुपये दे दिए ।


 रुपए लेकर  जगदीश  अपने गांव में घर पर पहुँच  गया , अनपढ़ होने की वजह से जगदीश ने ग्राम प्रधान पति होशियार सिंह को बैंक की पासबुक चेक कराई तो पाया गया कि बैंक ने पांच हजार रूपये के स्थान पर पचास हजार रुपये दे दिये है ‌‌।

 प्रधान पति होशियार सिंह की सलाह पर जगदीश ने अपने बेटे महक सिंह को झिंझाना पीएनबी भेजकर  45  हजार रुपये खिड़की पर जाकर बैंक केशियर को लौटा दिये । इस पर बैंक कैशियर ने जगदीश को दिल से धन्यवाद दिया ।‌ आम लोगों में जगदीश की इमानदारी चर्चा का विषय बनी रही ।




सलाम खाकी न्यूज झिंझाना से अफजाल की रिपोर्ट 

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