गौतम सुमन गर्जना
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शनिवार को आईआईटी कानपुर के द्वारा भागलपुर के डीआईजी विकास वैभव को 2019 का “सतेन्द्र कुमार दूबे अवार्ड ” से सम्मानित किया गया। आईआईटी कानपुर के सभागार में भारत सरकार के शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल के हाथों उन्हें अवार्ड से नवाजा गया।
स्वर्गीय सतेन्द्र कुमार दूबे भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक थे, उक्त परियोजना में ब्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करने के कारण भूमाफियाओं द्वारा ईमानदार इंजीनियर सतेंद्र कुमार दूबे की हत्या 2003 में कर दी गई थी। सतेन्द्र कुमार दूबे आईआईटी कानपुर के ही छात्र रहे थे। उनकी भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष और बलिदान के याद में वर्ष 2005 से यह आवार्ड दिया जा रहा है।आईआईटी कानपुर द्वारा हर वर्ष एक ईमानदार पुलिस अधिकारी को इस अवार्ड से सम्मानित किया जाता है।आईआईटी कानपुर के छात्र रह चुके विकास वैभव बिहार कैडर के 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी हैैं। विकास वैभव अपनी पुलिसिंग की खास शैली के लिये जाने जाते हैं। गौरतलब हो कि विकास वैभव बिहार के कई जिलों में एसपी एवं एसएसपी रह चुके हैं। तेज तर्रार व ईमानदार छवि के अधिकारी के रूप में विकास वैभव बिहार में बहुत लोकप्रिय पुलिस अधिकारी माने जाते हैंं।भागलपुर के उनके कार्यालय में हर रोज जिले भर से सैकड़ों लोग न्याय की गुहार लगाने आते हैं, उनमें से कई पुलिस के खिलाफ भी शिकायत लेकर आते रहे हैं। भागलपुर में पुलिस-पब्लिक के बीच बेहतर संबंध इनकी ही देन है।
फोटो : सम्मानित होते डीआईजी विकास वैभव
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