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समाज में वर्ग भेद मिटाकर सामाजिक समरसता बनाने को विश्व हिंदू महासंघ की स्थापना की गई है।किसी भी महान व्यक्तित्व या महऋषि ने केवल अपनी जाति के उत्थान का काम नहीं किया। उन्होंने हमेशा सर्व समाज के उत्थान के लिए कार्य किया। व्यक्ति का धनवान बलवान एवं ज्ञानवान के साथ चरित्रवान बनना भी जरूरी है

मुजफ्फरनगर से प्रेमचंद वर्मा की रिपोर्ट














सामाजिक समरसता हिंदुत्व  का प्राण  -  भिखारी प्रजापति
मुजफ्फरनगर। समाज में वर्ग भेद मिटाकर सामाजिक समरसता बनाने को विश्व हिंदू महासंघ की स्थापना की गई है।किसी भी महान व्यक्तित्व या महऋषि ने केवल अपनी जाति के उत्थान का काम नहीं किया। उन्होंने हमेशा सर्व समाज के उत्थान के लिए कार्य किया। व्यक्ति का धनवान बलवान एवं ज्ञानवान के साथ चरित्रवान बनना भी जरूरी है ।
      मुजफ्फरनगर जानसठ रोड स्थित दर्पण बैंकट हॉल में विश्व हिंदू महासंघ द्वारा संघ के संस्थापक ब्रह्मलीन   महंत अवैद्यनाथ जी  की पांचवी पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री भिखारी प्रजापति ने अपने ओजस्वी पूर्ण संबोधन में यह उद्गार व्यक्त किए।  सामाजिक समरसता कार्यक्रम की अध्यक्षता वैज्ञानिक एस के शर्मा एवं संचालन जिला संयोजक बृजमोहन शर्मा व जिला उपाध्यक्ष अंकुर गौतम ने संयुक्त रूप से किया ।
     कार्यक्रम को  प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति , पूर्व प्रदेश महामंत्री श्याम बिहारी अवस्थी , संभाग प्रभारी संजय ,  मंडल प्रभारी सुभाष गौड़ , सह मंडल प्रभारी श्रीकांत शर्मा , जिला प्रभारी नरेंद्र पुंडीर , जिला संयोजक  बृजमोहन शर्मा  अरविंद राज शर्मा , विजय अनेजा , अर्जुन सिंह आदि मंचासीन हुए । कार्यक्रम में सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर पटका पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम में अपनी टीम के साथ पधारे जनपद शामली के जिलाध्यक्ष पंडित महेश कुमार शर्मा व प्रभारी विपिन शास्त्री ने प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति को स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया ।
     कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने सामाजिक समरसता को हिंदुत्व का प्राण बताया । प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति ने महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में हिंदू समाज में वर्ग भेद को मिटाकर हिंदू समाज के सर्वांगीण विकास की बात  कही।प्रजापति ने आव्हान किया कि देश के युवा वर्ग को भीमसेना ,  क्षत्रिय सेना जैसी सेनाओं के बजाए अपना पराक्रम दिखाने के लिए दिखाने के लिए भारत की  वायु सेना , थल सेना या जल सेना में भर्ती होना चाहिए । अपने एक दृष्टांत में उन्होंने समझाया कि व्यक्तित्व का ज्ञानवान , धनवान एवं बलवान होने के साथ चरित्रवान होना भी जरूरी है । राम रावण के दृष्टांत में  उन्होंने समझाया कि लंकापति रावण भगवान राम से युद्ध हार गए थे ।क्योंकि भगवान राम चरित्रवान भी थे । प्रजापति ने महान ऋषियो का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी केवल अपनी जाति विशेष के लिए काम नहीं किया । बल्कि हिंदुत्व की सुरक्षा एवं उत्थान के लिए ही हमेशा संदेश दिया है। उन्होंने इस अवसर पर संघ के सभी सदस्यों पदाधिकारियों  से आव्हान किया कि वो अपने बीच मे अवांछित तत्वों को न आने दें । उन्होंने कहा कि जो संघ का पदाधिकारी नही है वो सोशल मीडिया  या कहीं भी इसका इस्तेमाल ना करे। उन्होंने कहा कि विश्व हिन्दू महासंघ के पदाधिकारी की समाज हित में आवाज को महंत आदित्य नाथ महाराज की आवाज समझा जाय। उनकी अवहेलना कतई बर्दाश्त नही की  जायेगी कार्यक्रम मैं अरविंद राज शर्मा , विजय अनेजा , बृजमोहन शर्मा , श्याम बिहारी अवस्थी , आदि ने अपने विचार रखें। इसअवसर पर शामली जिलाध्यक्ष पण्डित महेश कुमार शर्मा व प्रभारी विपिन शास्त्री अपनी पूरी टीम के साथ उपस्तिथ थे।
प्रेम चन्द वर्मा      पत्रकार  झिंझाना

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