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साईबर सैल इंचार्ज इंस्पेक्टर अवतार सिंह डबवाली जाकर बोले सोशल मीडिया के माध्यम से बच्चो को बनाया जा रहा हैं निशाना

 


जिला के साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अवतार सिंह के नेतृत्व में साइबर थाना की एक पुलिस टीम ने मंडी डबवाली के डीएवी पब्लिक स्कूल में स्कूल बच्चों तथा स्कूल स्टाफ को साइबर क्राइम के बारे में जागरुक किया । उन्होंने स्कूली बच्चों को  व्हाट्सएप व ई-मेल पर आने वाले फर्जी लिंक से सावधान रहने की सलाह दी है । इस अवसर पर साइबर थाना प्रभारी ने कहा कि व्हाट्सएप या ई-मेल पर आए किसी भी संदिग्ध लिंक को न खोलें और बैंक संबधी किसी भी प्रकार की जानकारी सांझा न करें, क्योंकि ऐसा करने से वे साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं । 



इस अवसर पर बताया गया  कि किसी भी प्रकार की साइबर ठगी होने पर टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल करें ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके । साइबर थाना के सहायक उप निरीक्षक सुरेंद्र कुमार ने स्कूल बच्चों तथा स्टाफ को साइबर क्राइम तथा उसके बचाव के बारे मे विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने कहा कि लोगों को अपने ई-मेल या वाट्सएप पर ऐसे लिंक पर क्लिक करते समय आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए ।

 थाना प्रभारी ने कहा है कि साइबर ठगों द्वारा आमजन को घर बैठे हजारों व लाखों रुपए कमाने का झांसा देकर  बैंक सम्बधित जानकारी हासिल कर ठगी का शिकार कर सकते है,इसलिए किसी लोभ या लालच में आकर व्हाट्सएप या ईमेल पर कोई भी जानकारी साझा ना करें । उन्होंने स्कूली बच्चों  से कहा कि हैकर्स द्वारा फर्जी मैसेज डालकर आपके बैंक से संबंधित अकाउंट को ब्लॉक करने के बहाने जानकारी उपलब्ध कर ठगी का शिकार कर सकते है । फ्रॉड कॉल करने वाले व्यक्ति अक्सर 24 घंटे के अंदर बैकं खाता ब्लॉक करने का दबाव बनाकर बैंक से संबंधित जानकारी हासिल कर आमजन से ठग्गी करते है । 

उन्होंने बताया कि जिला पुलिस की तरफ से आमजन को सलाह दी गई है की उनके बैंक खाते को ब्लॉक करने संबंधित किसी प्रकार की कॉल,मैसेज या एसएमएस आता है तो किसी भी प्रकार की जानकारी साझा न करें । इस अवसर पर साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अवतार सिंह ने बच्चों को मोबाइल फोन, सोशल मीडिया, फेसबुक आदि से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से आजकल बच्चों को निशान बनाया जाता है इसलिए पूरी सतर्कता बरतें। उन्होंने कहा कि नई तकनीक द्वारा हैकर आसानी से बच्चों को अपना शिकार बना लेते हैं, उन्हें ब्लैकमेल करते हैं । इंटरनेट पर अधिक समय बिताने के दौरान बच्चों को भी कई प्रकार के जोखिमों का सामना करना पडता है ।

 उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और सोशल मीडिया के जरिए होने वाले अपराध चिंताजनक है, इसलिए बच्चों को साइबर क्राइम के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक होकर सावधानी पूर्वक सोशल मीडिया फेसबुक,व्हाट्सएप, ट्विटर, इंस्टाग्राम का इस्तेमाल करना चाहिए । साइबर थाना प्रभारी ने सभी बच्चों से अपील की कि वे सोशल मीडिया और साइबर अपराधों से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतें । इस अवसर पर आमजन को साइबर क्राइम के प्रति जागरुक करते हुए बच्चों के साथ साइबर अपराध से संबंधित मह्तवपूर्ण जानकारी साझा की गई है ।



 उन्होंने आमजन से अपील कि गई है की वे अपने मोबाइल नंबर के द्वारा भेजे गए किसी भी प्रकार के संदेश में दर्शाए गए लिंक को क्लिक ना करें । अपने निजी जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए व्हाट्सएप की प्राईवेसी को सार्वजनिक ना करें और व्हाट्सएप पर कोई भी संदेश फार्वड करने से पहले संदेश की सत्यापना की जांच कर लें । किसी भी प्रकार के प्रलोभन मैसेज जैसे लाटरी,रिचार्ज कूपन व डिस्काउंट के झांसे में आकर अपनी बैंक डिटेल व पहचान साझा ना करें ।



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