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नववर्ष 2020 के आगमन के साथ ही मेरे दायित्वों में भी हुआ परिवर्तन : डीआईजी विकास वैभव



गौतम सुमन गर्जना/भागलपुर
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राज्य सरकार ने बुधवार को नववर्ष के मौके पर एडीजी से लेकर एसपी रैंक के 22 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया,इसमें एसपी और डीआईजी रैंक के कई अधिकारियों को प्रोन्नति देते हुए उन्हें नई जिम्मेदारी दी गई है। गृह विभाग ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी कर इसकी जानकारी दी है। जिन अधिकारियों का तबादला हुआ है, उनमें पटना के एसएसपी गरिमा मल्‍लिक को डीआईजी रैंक में प्रोन्नति देते हुए उन्हें सीआईडी (अपराध अनुसंधान विभाग) में बनाया गया है। जबकि पूर्वी चंपारण के एसपी उपेंद्र शर्मा को पटना का नया एसएसपी बनाया गया है। इसके अलावा बाढ़ के एसडीपीओ लिपि सिंह को मुंगेर एसपी,सीवान के एसपी नवीनचंद झा को पूर्वी चंपारण एसपी,पटना पश्‍चमी सिटी एसपी अभिनव कुमार को एसपी सीवान, सीवान के एसपी गौरव मंगला को एसपी वैशाली, वैशाली एसपी जगन्‍नाथ रेड्‍डी को रेल एसपी, रेल एसपी सुजीत कुमार को भागलपुर डीआईजी बनाते हुए भागलपुर के कर्मठ डीआईजी विकास वैभव को डीआईजी एटीएस बनाया गया है। हाल ही में अपर पुलिस महानिदेशक रैंक में प्रॊन्‍नत हुए दो आइजी को नया प्रभार सौंपा गया है,इनमें आईजी एसटीएफ सुशील मान सिंह खोपडे़ को मौजूदा पद पर रखते हुए उनके पद पर उत्क्रमित कर दिया गया है। उन्हें आतंकवाद निरोधक दस्ते का अतिरिक्त प्रभार एडीजी का पद सौंपा गया है,डीआईजी,बीएमपी(केन्द्रीय मंडल) को डीआईजी शाहाबाद,एसपी,कमजोर वर्रग सीआईडी को डीआईजी वायरलेस आदि बनाया गया है।
इस बीते वर्ष के नववर्ष में परिवर्तन के मौके पर पेश है भागलपुर के कर्मठ व चर्चित डीआईजी विकास वैभव की बातें- डीआईजी विकास वैभव ने नव वर्ष पर हुए इस तबादले और परिवर्तन को लेकर बताया कि जीवन की तरह परिवर्तन तो दुनिया और विभाग की ऋत है ! उन्‍होंने कहा कि नववर्ष 2020 के आगमन के साथ ही मेरे दायित्वों में भी परिवर्तन हो गया है तथा भागलपुर से प्रस्थान का समय भी निकट आ गया है !
डीआइजी श्री वैभव ने बताया कि लगभग 32 माह तक पुलिस उप-महानिरीक्षक, भागलपुर के दायित्व में सेवा समर्पित करने के पश्चात अब पुलिस उप-महानिरीक्षक, आतंकवाद निरोधक दस्ता के दायित्व में बिहार पुलिस की इस महत्वपूर्ण इकाई में योगदान समर्पित करने का अब उन्‍हें अवसर मिलेगा । इस परिवर्तन के निमित्त यात्री मन अत्यंत प्रसन्न एवं सकारात्मक है चूंकि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण में आतंकवाद के विरुद्ध कार्य करने का जो अनुभव अभी तक जो वे मन में समेटे हुए थे, उससे लाभान्वित होकर बिहार के आतंकवाद निरोधी इकाई के सुदृढ़ीकरण हेतु प्रयास करने का अब उन्‍हें अवसर मिलेगा ।
भागलपुर में बीते समय के बारे में उन्‍होंने कहा कि भागलपुर छोड़ने के विषय में चिंतन प्रारंभ करने पर ही उनका मन अत्यंत भावुक हो उठता है। चूंकि यहीं से वे सन्‌ 2005 में उन्‍होंने पुलिस सेवा में सहायक पुलिस अधीक्षक के दायित्व में कार्य प्रारंभ किया था और लगभग 12 वर्ष पश्चात पुनः 2 मई, 2017 से वे यहीं पुलिस उप-महानिरीक्षक के दायित्व में दीर्घ काल तक सेवा प्रदान करते रहे, जिसमें जीवन के कुछ अति व्यस्ततम क्षणों में क्षेत्रान्तर्गत यात्राओं का क्रम सतत् गतिमान रहा तथा निरंतर जन समस्याओं के निष्पादन के क्रम में समय के तीव्र प्रवाह का भी स्पष्ट अनुभव नहीं हो सका । उन्‍होंने बताया कि भागलपुर क्षेत्र में बीते पलों की मधुर स्मृतियां मन में सदैव अक्षुण्ण बनी रहेंगी, चूंकि इस अत्यंत व्यस्त कार्यकाल में उन्हें 50 सहस्त्र से अधिक क्षेत्रवासियों से कार्यालय में सीधे साक्षात्कार का अवसर मिला, जिससे संपूर्ण अंग क्षेत्र से एक प्रकार का प्रगाढ़ संबंध स्थापित हो गया है । उन्होंने बताया कि इन बीते पलों में अनेक सभाओं को भी संबोधित करने का उन्हें अवसर मिला, जिनकी स्मृतियां आज मानस पटल पर उभर रही हैं ।
नव वर्ष पर परिवर्तन के इस अवसर पर सभी क्षेत्रवासियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए उन्‍होंने सर्वशक्तिमान से क्षेत्र के उज्जवल भविष्य की मंगलकामना की और कहा कि यहां के शांति प्रहरी यानि शांति समिति के लोग बहुत अच्छे हैं। उन्होंने बताया कि यहां के लोग हर उस बेहतरीन कार्य को करने में अग्रसर रहते हैं,जिससे क्षेत्र में शांति-सद्भाव कायम रहे।
भागलपुर के डीआईजी विकास वैभव के तबादले पर चिंतन करते हुए अंग महाजनपद के वरिष्ठ कलमकार राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि एक यादगार इतिहास रच कर ,अवामी दिलों में जगह बनाकर और तकरीबन तीन वर्षों तक पीड़ितों के आंसू पोंछने वाले भागलपुर के डीआईजी विकास वैभव के तबादले ने उन तमाम आंखों को फिर से अश्रुसिक्त कर दिया है ,जो आड़े वक्त बेधड़क उनके दर पर दस्तक दे दिया करते थे। उन्‍होंने कहा कि भागलपुर में उनके होने भर से लोगों के चेहरे पर जो खुशी और आंखों में जो चमक दिखाई देती थी ,एक बार फिर से मुरझा सी गई हैं । उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा है कि, वह तवारीखी शख्सीयत भागलपुर के वर्तमान को सदैव प्रेरित करती रहेगी । वीर रस के कवि महेन्द्र मयंक ने कहा कि भागलपुर क्षेत्र के पहले ऐसे डीआईजी विकास वैभव थे, जिनके तबादले से मन आहत ही नहीं बल्‍कि मर्माहत हो चुका है।
 जस्टिस फॉर विक्टिम्स फ्रंट के अध्‍यक्ष डाॅ.अजय कुमार सिंह ने कहा कि वैसे तो भागलपुर में दिया जी के पद पर कई लोग आए और चले गए, स्वभाविक है जिम्मेदारी व स्थान बदलते रहता है, लेकिन आपने-अपने कार्य पद्धति से जिस प्रकार से क्षेत्रवासियों का दिल जीतने का कार्य विकास वैभव ने किया वह अद्वितीय अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि उनकी कार्यप्रणाली काफी लोकप्रिय व जन कल्याणकारी रही,जिसके कारण उन्हें लोगों ने हृदय में स्थान दिया है।
वहीं हिन्‍दी-अंगिका के लब्‍ध प्रतिष्ठित साहित्‍यकार डाॅ.अमरेन्द्र ने कहा कि एटीएस में डीआईजी विकास वैभव का जाना हम अंगवासियों के लिए गर्व की बात है, क्योंकि इस माध्यम से वे देश में अपनी नई पहचान स्थापित कर पाएंगे और हम अंगवासियों  का सर गौरव से ऊंचा होगा। उन्होंने कहा कि लेकिन जिस सरल व सहजता से डीआईजी विकास वैभव से दबे-कुचले, गरीब तबके के लोग मिल लेते थे शायद अब वह संभव नहीं हो पाएगा,इस बात का मन में हर समय मलाल रहेगा। श्रद्‍धा भारती सामाजिक संगठन के संयोजक लालू शर्मा ने कहा कि भागलपुर में विकास वैभव का कार्यकाल स्वर्णिम रहा। उनकी न्यायप्रियता, उच्च दृष्टिकोण तथा बौद्धिक क्षमता सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने कहा कि उनका जो स्नेह-सान्निध्य मिला वह हमारी थाती रहेगी। उन्होंने आशा प्रकट करते हुए कहा कि उनकी स्नेह-दृष्टि भागलपुर पर सदैव बनी रहेगी। कल्‍पना आॅरो क्‍लीनीक के वरिष्ठ दन्‍त चिकित्सक डाॅ.साकेत बिहारी शरण ने कहा कि भागलपुर सदैव उन्हें मिस्‍स करता रहेगा।

फोटो : डीआईजी विकास वैभव तीन रूपों वाली तस्वीर

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