बुंदेलखंड के जैन समाज के गढ़ माने वाले जिला ललितपुर से संचालित होने वाले अहिंसा सेवा संगठन
ललितपुर (उ०प्र०) 20 फरवरी 20 20
आज 1008 श्री मुनिसुव्रत नाथ भगवान के निर्वाण महोत्सव को बिल्कुल अलग ही ढंग से मनाया जिसमें अहिंसा सेवा संगठन के अध्यक्ष अंकित जैन (चौधरी) कोषाध्यक्ष श्रीमती सोनाली जैन महामंत्री अभिषेक जैन (मोना) आशा जैन, ज्योति जैन ,अभिषेक जैन पाह, आरजू जैन, राजेश जैन आदि के सहयोग से
आज प्राथमिक विद्यालय गुरियाना में बच्चों के लिए मिष्ठान भोजन वितरित करवाया व श्री मुनिसुव्रत नाथ भगवान के निर्वाण महोत्सव को अलग ही ढंग से मनाया निर्वाण महोत्सव मनाने के लिए आज समस्त जैन धर्म प्रेमी बंधु सुबह से ही मंदिर जी में तैयार होकर पहुंचे और श्रद्धा पूर्वक विधान पूजन किया वह निर्वाण लाडू चढ़ाया
जिसके उपरांत समस्त कमेटी ने विचार बनाया कि आज बच्चों का मुंह मीठा करवाया जाए जिसमें समस्त कमेटी ने निर्णय लिया कि आज गुरयाना विद्यालय में पहुंचकर सभी बच्चों के लिए मध्यान भोजन के समय मिष्ठान वितरण कराया जाए और कमेटी ने इसे कारगर रूप दिया। अहिंसा सेवा संगठन के संस्थापक विशाल जैन ने बताया मुनिसुव्रतनाथ जैन धर्म के २० वें तीर्थंकर हैं।
उनके पिता का नाम सुमित्र और माता का नाम पद्यावती था। ये भगवान राम के समकालीन माने गये हैं। उनका जन्म राजगृह और निर्वाण श्री सम्मेदशिखर पर हुआ था। शनिवार के दिन भगवान मुनिसुव्रतनाथ की पूजन विधान एवं व्रत उपवास का विशेष महत्व माना जाता है ।
इस मौके पर बच्चों ने शाकाहार बंदना के माध्यम से अहिंसा और जीव दया का सन्देश दिया। इस मौके पर इ. प्र. अ. श्री संतोष कुशवाहा,श्री नरेंद्र प्रताप सिंह, सहायक अ . संध्या,श्री हाकम सिंह, श्री मती विनीता पाठक, श्री मतीअनीता तिवारी आदि मौजूद रहे।
ललितपुर (उ०प्र०) 20 फरवरी 20 20
आज प्राथमिक विद्यालय गुरियाना में बच्चों के लिए मिष्ठान भोजन वितरित करवाया व श्री मुनिसुव्रत नाथ भगवान के निर्वाण महोत्सव को अलग ही ढंग से मनाया निर्वाण महोत्सव मनाने के लिए आज समस्त जैन धर्म प्रेमी बंधु सुबह से ही मंदिर जी में तैयार होकर पहुंचे और श्रद्धा पूर्वक विधान पूजन किया वह निर्वाण लाडू चढ़ाया
जिसके उपरांत समस्त कमेटी ने विचार बनाया कि आज बच्चों का मुंह मीठा करवाया जाए जिसमें समस्त कमेटी ने निर्णय लिया कि आज गुरयाना विद्यालय में पहुंचकर सभी बच्चों के लिए मध्यान भोजन के समय मिष्ठान वितरण कराया जाए और कमेटी ने इसे कारगर रूप दिया। अहिंसा सेवा संगठन के संस्थापक विशाल जैन ने बताया मुनिसुव्रतनाथ जैन धर्म के २० वें तीर्थंकर हैं।
उनके पिता का नाम सुमित्र और माता का नाम पद्यावती था। ये भगवान राम के समकालीन माने गये हैं। उनका जन्म राजगृह और निर्वाण श्री सम्मेदशिखर पर हुआ था। शनिवार के दिन भगवान मुनिसुव्रतनाथ की पूजन विधान एवं व्रत उपवास का विशेष महत्व माना जाता है ।
इस मौके पर बच्चों ने शाकाहार बंदना के माध्यम से अहिंसा और जीव दया का सन्देश दिया। इस मौके पर इ. प्र. अ. श्री संतोष कुशवाहा,श्री नरेंद्र प्रताप सिंह, सहायक अ . संध्या,श्री हाकम सिंह, श्री मती विनीता पाठक, श्री मतीअनीता तिवारी आदि मौजूद रहे।
सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से अनिल जैन के साथ इन्द्रपाल की रिपोर्ट