लेखक: शौकीन सिद्दीकी, जिला ब्यूरो-चीफ
कैमरामैन: रामकुमार चौहान
*सलाम खाकी राष्ट्रीय समाचार पत्रिका
शामली। श्रावण मास की पावन कांवड़ यात्रा जहां श्रद्धा, आस्था और भक्ति से सराबोर होती है, वहीं कई बार भारी भीड़ और थकावट के कारण श्रद्धालु कठिन परिस्थितियों में भी पड़ जाते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया जब हरियाणा की एक महिला कांवड़िया का चार वर्षीय पुत्र यात्रा के दौरान बिछड़ गया।
हरिद्वार से गंगाजल लेकर कांवड़ यात्रा पर निकली नीतू पत्नी राजेंद्र शर्मा, निवासी चांदनी बाग, पानीपत (हरियाणा), अपने नन्हें बेटे अंकुश (उम्र 4 वर्ष) के साथ चल रही थीं। लेकिन भारी भीड़ के चलते खेड़ी बैरागी मंदिर के पास वह अपने बेटे से बिछड़ गईं।
बेटे के अचानक लापता हो जाने से मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उन्होंने हर दिशा में बेटे की तलाश की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। ऐसे संकट की घड़ी में उत्तर प्रदेश पुलिस ने इंसानियत और तत्परता का परिचय देते हुए मामला संज्ञान में लिया।
क्षेत्राधिकारी थानाभवन की सक्रियता से तुरंत महिला से जानकारी ली गई और जांच के बाद यह पता चला कि बच्चा हनुमान टीला हनुमान धाम, शामली क्षेत्र में देखा गया है। अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मां-बेटे का पुनर्मिलन कराया।
इस पुनर्मिलन के बाद महिला कांवड़िया की आंखों में खुशी के आंसू थे और दिल से उसने उत्तर प्रदेश पुलिस का तहेदिल से आभार जताया।
पुलिस प्रशासन ने महिला और उसके पुत्र को शिविर में ठहरने की सुरक्षित व्यवस्था भी उपलब्ध कराई ताकि वह थकावट और तनाव से उबर सकें।
इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया कि प्रशासन की सजगता और मानवता की भावना जब एक साथ मिलती है, तो चमत्कार होते हैं — और मां की ममता को उसका लाल वापस मिल जाता है।
📌 #SalaamKhaki
📞 संपर्क: 8010884848
🌐 वेबसाइट: www.salaamkhaki.com
📧 ईमेल: salaamkhaki@gmail.com
No comments:
Post a Comment