"सलाम खाकी" राष्ट्रीय समाचार पत्रिका
📍 स्थान: फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश | विशेष रिपोर्ट
✍️ रिपोर्ट: हर्षित वर्मा, जिला प्रभारी फिरोजाबाद
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले से एक हैरान कर देने वाला हत्या का मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे मोहल्ले को स्तब्ध कर दिया है। यह कहानी सिर्फ हत्या की नहीं, बल्कि प्रेम-प्रसंग, धोखे और डिजिटल तकनीक के इस्तेमाल से की गई साजिश की भी है।
🧪 ₹150 में ऑनलाइन ज़हर मंगाया, पहले दही में मिलाया, फिर खिचड़ी में दी मौत
घटना के अनुसार, शशि नामक महिला ने अपने पति सुनील की हत्या के लिए ऑनलाइन वेबसाइट से मात्र ₹150 में ज़हर मंगवाया। पहले उसने इस ज़हर को दही में मिलाकर पति को खिला दिया। सुनील की तबीयत बिगड़ी तो उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने इलाज कर ठीक कर घर भेज दिया।लेकिन साजिश का अंत यहीं नहीं था।
अगले ही दिन शशि ने खिचड़ी में ज़हर मिलाकर फिर से पति को परोसा, जिससे उसकी मौत हो गई। यह घटना इतनी सामान्य प्रतीत हुई कि परिवार और पड़ोसियों ने इसे स्वाभाविक मौत समझ कर अंतिम संस्कार भी कर दिया।
👵 मां ने तोड़ी चुप्पी, डेढ़ महीने बाद बताई सच्चाई
मौत के करीब डेढ़ महीने बाद, मृतक सुनील की मां ने पुलिस से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि:- बहू शशि के चेहरे पर पति की मौत का कोई दुःख नहीं दिखता।
- एक पड़ोसी यादवेंद्र अक्सर घर आता है और घंटों बैठा रहता है।
- घर का माहौल शंका पैदा कर रहा है।
इस बयान के बाद पुलिस हरकत में आई।
🔍 पुलिस जांच में खुलासा: कमरे से ज़हर की पुड़िया मिली, वॉट्सएप चैट ने खोला राज
जांच के दौरान जब पुलिस ने घर की तलाशी ली, तो शशि के कमरे से ज़हर की बची हुई पुड़िया बरामद हुई। यही नहीं, जब शशि का मोबाइल डेटा और वॉट्सएप चैट खंगाली गई, तो उसका प्रेम-प्रसंग पड़ोसी यादवेंद्र से होना उजागर हुआ।
चैट में ये बातें स्पष्ट थीं कि दोनों मिलकर सुनील को रास्ते से हटाना चाहते थे।
🚔 गिरफ्तारी और सजा
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शशि और यादवेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने पूछताछ में अपना जुर्म भी स्वीकार कर लिया। अब दोनों को जेल भेज दिया गया है, और केस की विवेचना जारी है।
🧩 यह मामला क्यों है महत्वपूर्ण?
- यह केस इस बात की चेतावनी है कि डिजिटल तकनीक और सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल से किस तरह घर उजड़ सकते हैं।
- यह घटना समाज में बढ़ते नैतिक पतन और पारिवारिक विश्वासघात का भी भयावह उदाहरण है।
- साथ ही यह एक उदाहरण है कि पुलिस को सतर्क नागरिकों से मिलने वाले सुराग कितनी बड़ी साजिश का पर्दाफाश कर सकते हैं।
✍️ निष्कर्ष
फिरोजाबाद की यह घटना न केवल क्रूरता की पराकाष्ठा है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि किस तरह एक मां की सच्ची निगाह और संदेह ने अपने बेटे के लिए न्याय की राह खोली।"सलाम खाकी" की टीम पुलिस की तत्परता की सराहना करती है और मृतक के परिजनों के साथ संवेदना प्रकट करती है।
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