प्रैस नोट-
*जिला पुलिस की बड़ी सफलता ।*
*बैंकों में चोरी करने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफाश, तीन काबू ।*
*गांव दड़बा कलां व ओटू के बैंक में हुई चोरी की गुत्थी सुलझी*
*5/6 अन्य सदस्यों की हुई पहचान जिन्हें काबू करने के लिए पुलिस की टीमें दे रही है दबिश ।*
सिरसा – 02 अक्टुबर- जिला की सीआईए सिरसा व सीआईए कालांवाली पुलिस ने महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए बीती 17/18 सितम्बर की रात्रि को चौपटा थाना क्षेत्र के गांव दड़बा कलां में स्थित पी.एन.बी बैंक व 25 सितम्बर की रात्रि को रानिया थाना क्षेत्र के गांव ओटू में स्थित सैंट्रल बैंक आफ इंडिया की शाखा से हुई लाखों रुपये की चोरी की दोनों घटनाओं को महत्वपूर्ण सुराग जुटाकर बैंको में चोरी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश करने में बड़ी सफलता हासिल की है । इस सम्बंध में विस्तृत जानकारी देते हुए जिला के पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान राकेश उर्फ रक्कू पुत्र भोला सिहं निवासी घोरघट जिला भागलपुर बिहार हाल कोटकपुरा (पंजाब), रामरत्न उर्फ जटाधारी पुत्र ब्रहमदेव निवासी कोटकपुरा, पंजाब व शेरु पुत्र कटिमन निवासी बिलसिरा जिला मुंगेर, बिहार के रुप में हुई है । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बैंक चोरी की दोनो वारदातों को अति शीघ्र सुलझाने के लिए उप-पुलिस अधीक्षक कपिल अहलावत के नेतृत्व में सीआईए सिरसा प्रभारी इंसपेक्टर प्रदीप कुमार, सीआईए कालांवाली प्रभारी सब इंसपेक्टर राजपाल , साइबर सैल तथा सम्बंधित थानों की पुलिस टीमों का गठन किया गया था । उन्होंने बैंक चोरी की घटनाओं को सुलझाने वाली पुलिस टीमों की प्रशंसा करते हुए उन्हें सम्मानित करने की भी घोषणा की । पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर उनके 5/6 अन्य साथियों की पहचान कर ली गई है जिन्हें शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा । पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और पूछताछ के दौरान अन्य अपराधिक वारादातों के बारे में खुलासा होने की सम्भावना से भी इन्कार नहीं किया जा सकता । उन्होंने बताया कि पकड़े गए तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांण्ड हासिल किया जाएगा और रिमांण्ड अवधि के दौरान चोरीशुदा सम्पति बरामद की जाएगी तथा वारदात में प्रयुक्त औजार भी बरामद किए जाएंगे ।
*ऐसे देते थे वारदात को अंजाम-*
पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने बताया कि गिरोह का सदस्य सोनू उर्फ लंगड़ा वारदात से पूर्व ऐरिया की रैकी करता था तथा ऐसे बैंकों का चयन करता था जो सुनसान जगह पर स्थित हो और आसपास कोई रिहायश न हो । उन्होंने बताया कि गिरोह के कुछ सदस्य वारदात के दौरान अन्दर चले जाते और कुछ बैंक के आसपास खड़े होकर निगरानी करते थे । गिरोह के सभी सदस्य वारदात के समय अपने-अपने हाथों में रस्सी बांधकर उसे “काल साइन “के तौर पर प्रयोग करते और किसी वाहन व व्यक्ति की हलचल होने पर रस्सी हिलाकर इशारा करते थे । पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरोह के सदस्य वारदात में लोहे की सबल तथा पत्थर काटने वाले इलैक्ट्रिक कटर का प्रयोग करते थे ।
गौरतलब है कि बीती 17/18 सितम्बर की रात्रि को चौपटा थाना क्षेत्र के गांव दड़बा कलां में स्थित पी.एन.बी बैंक शाखा से करीब 2 लाख 3 हजार रुपये तथा 25 सितम्बर की रात्रि को रानिया थाना क्षेत्र के गांव ओटू में स्थित सैंट्रल बैंक आफ इंडिया की शाखा से करीब 2 लाख 10 हजार रुपये की चोरी हुई थी । इस सम्बंध में सम्बंधित थानों में अभियोग दर्ज कर दोनों घटनाओं को सुलझाने के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया गया था ।
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