डीसी पहुंचे किसान के खेत में, खुद ट्रैक्टर चलाकर
दिया पराली प्रबंधन का संदेश
टोहाना, 4 अक्टूबर।
उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने टोहाना में किसान मोनू मडिया के खेतों में जाकर सुपर सीडर इन सीटू कृषि यंत्र का निरीक्षण किया। उपायुक्त ने स्वयं सुपर सीडर इन सीटू कृषि यंत्र से गेहूं की बिजाई करते हुए पराली प्रबंधन का संदेश दिया, ताकि किसानों के मन में किसी प्रकार की शंका न रहे। उन्होंने कहा कि किसान सुपर सीडर के माध्यम से गेंहू की सीधी बिजाई कर सकते हैं, जिससे खेत में धान की पराली को आग नही लगाई जाएगी और प्रदूषण भी नही होगा।
उपायुक्त डॉ. बंागड़ ने कहा कि धान की पराली को आग न लगाई जाये उसके लिए सरकार और प्रशासन बेहतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सीआरएम स्कीम के अंतर्गत किसानों को विभिन्न प्रकार के अनुदान पर कृषि यंत्र उपलब्ध करवाए जा रहे हैं ताकि वे पराली और फसल प्रबंधन की ओर कदम बढ़ा सके। उपायुक्त ने बताया कि सीआरएम स्कीम के तहत जीरो ड्रिल इन सीटू कृषि यंत्र जीरो ड्रिल मशीन का कार्य धान के हाथ से कटे हुए खेतों में तपड़ में गेहूं की सीधी बिजाई करना है। इसी प्रकार से हैप्पी सीडर इन सीटू कृषि यंत्र हैप्पी सीडर जीरो ड्रिल मशीन का सुधरा हुआ रूप है और इसका कार्य धान के कम्बाइन से कटे खेतों से पराली के बीच गेहूं की सीधी बिजाई करने का है। उन्होंने बताया कि सुपर सीडर मशीन हैप्पी सीडर का एक नया व सुधरा हुआ रूप है और इसका कार्य धान के कम्बाइन से कटे खेतों में पराली को मिट्टी में मिलाते हुए गेहूं की बिजाई करने का है। इसमें रोटावेटर व जीरो ड्रील का मिक्स रूप साथ-साथ जुड़ा होता है। रोटावेटर धान की पुरालियों के कुतरे/टुकड़े करते हुए मिट्टी में मिलाता है और जीरों ड्रील पीछे से गेहूं की बिजाई करती है।
उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने बताया कि सुपर एसएमएस इन सीटू कृषि यंत्र जोकि कम्बाइन के पीछे लगता है और इसका कार्य पराली को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर सारे खेत में फैला देता है। स्ट्रॉ चोपर/मल्चर इन सीटू कृषि यंत्र एक इन सीटू पराली प्रबंधन कृषि यंत्र है और इसका मुख्य कार्य कम्बाइन से निकले हुए व खेत में खड़े धान के फानों का कुत्रा करके खेत में बिखेरने का है। रिवरर्सिब्ल पलो इन सीटू कृषि यंत्र इसका कार्य मिट्टी को 6 से 12 इंच तक किसान की आवश्यकता अनुसार पलटना है। यह मिट्टी को पलटते हुए पराली को जमीन के नीचे मिला देती है। उन्होंने बताया कि शर्ब मास्टर/रोटरी स्लेसर इन सीटू कृषि यंत्र का कार्य पराली के खड़े फानों को काटना व पड़े हुए फानों को खेत में बिखेरने का है। इस कृषि यंत्र को स्ट्रा बेलेर के चलाने से 3 से 4 दिन पहले खेत में चलाया जाता है ताकि पराली आसानी से सूख जाएं। स्ट्रॉ रेक एक्स सीटू कृषि यंत्र का कार्य पराली को एक लाइन में इक्_ा करने का है। यह स्ट्रा बेलर से पहले और रोटरी स्लेशेर के बाद में कार्य करता है तथा स्ट्रॉ बेलर सीटू कृषि यंत्र स्ट्रा रेक के बाद बालेर चलाया जाता है और स्ट्रा रेक द्वारा पराली की बनाई गई लाइन के ऊपर चलकर उस पराली की गांठे बना देता है तथा यह दो प्रकार का होता है।
डीसी ने जिला के सभी किसानों से आह्वान किया है कि वे सरकार द्वारा पराली प्रबंधन के लिए उपलब्ध करवाए जा रहे कृषि यंत्रों का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं और पराली को आग न लगाएं। जिला में फसल अवशेषों को जलाने पर पूर्णतया: प्रतिबंध है तथा धारा 144 लागू की गई है। नियमों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इस मौके पर एसडीएम नवीन कुमार, तहसीलदार प्रकाश चंद, डीडीए डॉ. राजेश सिहाग, संजय सेलवाल, अजय ढिल्लो, एसडीओ मुकेश मेहला, एडीओ परमिंद्र आदि मौजूद रहे।
सलाम खाकी न्यूज फ़तेहाबाद से
जिला प्रभारी
उजागर सिंह की रिपोर्ट




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