भिवानी, जेएनएन। अलग-अलग वजहाें से अक्सर खाकी पर लापरवाही बरतने के कई बार सवाल उठते हैं, लेकिन रविवार सुबह भिवानी में लोगों की सोच के बिल्कुल उलट एक वाकया देखने को मिला। दिनोद गेट पुलिस चौकी इंचार्ज एक एएसआई ने अपनी जान जोखिम में डाल गहरे कुएं में कूदी बुजुर्ग महिला की जान बचा ली।
महिला की जान बचाकर एएसआई ने सेवा, सुरक्षा व सहयोग के नारे को बुलंद किया है। महिला घरेलू कलह को लेकर कूंए में कूद गई थी। जैसे ही इस बात की सूचना मिली तो महज पांच मिनट में मौके पर पहुंचे एएसआई देवेंद्र ने रस्सी के सहारे कुएं में कूदकर महिला की जान बचाई।
काफी देर तक चले इस ऑपरेशन में एएसआई रस्सी के सहारे लटका रहा। कुएं में एक स्ट्रेचर नुमा रस्सियों के सहारे सीढ़ी डाली गई और महिला को इस पर लिटा दिया गया। इसके बाद धीरे धीरे करके महिला को उपर खींचा गया। इस दौरान किसी ने इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो भी बना ली। मौके पर मौजूद लाेगों ने एएसआई की पीठ थपथपाई तो साथ ही पुलिस के कार्य की भी सराहना की।
बता दें कि हालुवास गेट निवासी 55 वर्षीय महिला परिवार में ही कहा सुनी का लेकर पिछले कई दिनों से परेशान थी। उनके बेटे रामगोपाल ने बताया कि मानसिक रूप से परेशान होने पर रविवार को हालुवास गेट चौ.बंसीलाल पार्क के पास लगती डालमियों की बगीची के पुराने कुंए में कूद गई। घटना सूचना दिनोद गेट चौकी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही चौकी इंचार्ज एएसआई देवेन्द्र कुमार तुरंत मौके पर पहुंचे। महिला कूएं में डूब रही थी, लेकिन कूंए के अंदर उतरने से हर व्यक्ति घबरा रहा था। एएसआई देवेंद्र ने साहस दिखाकर कूंए के अंदर रस्सी व सीढ़ी के सहारे उतरकर महिला को सुरक्षित बाहर निकाला। उसे सामान्य अस्पताल लाया गया। वहां से उसे पीजीआइ रेफर कर दिया। जहां पर उसकी हालत सामान्य बनी हुई है। उनके बेटे रामगोपाल ने बताया कि पीजीआइ से भी प्राथमिक उपचार के बार छुट्टी दे दी गई है।
*पहले भी कई व्यक्तियों की बचा चुके एएसआई देवेंद्र जान*
इससे पहले भी एएसआई देवेंद्र अपनी पुलिस सेवा में कई बार नहरों व तालाबों से कई लोगों को जिंदा और कई के शव जान पर खेल कर निकाल चुके हैं। ऐसे जाबांज जवान ही आज खाकी के सेवा सुरक्षा व सहयोग के नारे को बुलंद कर रहे हैं। जरूरत पढ़ने पर वह अपनी जान की परवाह किए बिना दूसरों की जान बचाने से पीछे नहीं हटते है।
--बुजुर्ग महिला की जान बचाना कर्तव्य था। पुलिसकर्मी अक्सर अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की जान बचाते है। मैंने अपना फर्ज निभाया है। इस बात की खुशी है कि महिला की जान बच गई और वह अब स्वस्थ है।
-- *देवेंद्र कुमार, इंचार्ज चौकी, दिनोद गेट भिवानी*
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