रनगॉव में धड़ल्ले से धधक रही कच्ची शराब की भट्ठियां
ललितपुर ( उ०प्र०) 18 अक्टूबर 2019
जनपद ललितपुर के थाना मड़ावरा क्षेत्र में कच्ची शराब उत्पादन के अवैध कारोबार क्षेत्र में अपनी जड़ जमाते जा रहे है। जगह-जगह कुटीर उद्योग की तरह कच्ची शराब बनाने और बेचने का धंधा खूब फलफूल रहा है। इसकी रोकथाम के लिए आबकारी विभाग और पुलिस की कार्रवाई केवल कागजों तक ही सीमित रह जाती है। यही कारण है कि क्षेत्र के कई स्थानों पर कच्ची दारू का उत्पादन रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
मुझे आज ही जानकारी मिली , जल्द ही अवैध शराब कारोबारियों पर छापामारी कर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी
गौरव मिश्रा
आबकारी इंस्पेक्टर महरौनी
थाना मड़ावरा के ग्राम रनगॉव के आगे तिसगना मंडी के सामने एक जुग्गी डाली है जहां पर कच्ची शराब की फैक्ट्रियां धधक रही हैं। कच्ची शराब के उत्पादन करने वाले धंधेबाजों ने अपना मुख्य ठिकाना तिसगना मंडी के सामने बाला नहर का क्षेत्र चुन रखा है। पूरी रात कच्ची दारू उगलने वाली भट्ठियां धधकती नजर आती हैं।
रात भर का समय गुजरने के बाद एक-दो लीटर नहीं, बल्कि सैकड़ों लीटर कच्ची शराब तैयार हो जाती है। तैयार हो चुकी कच्ची दारू की बिक्री अपने तय स्थान और समय पर होती है। उत्पादन के बाद झुग्गी-झोपड़ियों पर कच्ची शराब की बिक्री आम बात हो चुकी है। कारोबारियों ने आबकारी विभाग को चकमा देने के लिए अपनी कच्ची दारू का दाम आधा कर दिया है। इससे जहां ठेके की दुकानों पर 45 से 60 रुपये शीशी शराब मिलती है। वहीं कच्ची दारू मात्र 40 रुपये में खुलेआम बेची जा रही है।
भारी मात्रा में बन रही कच्ची शराब की लत में इन दिनों युवा वर्ग आता जा रहा है। विभाग द्वारा कच्ची शराब के कारोबार को अगर नही रोका गया तो पूरा क्षेत्र इसकी जकड़ में आ जायेगा और क्षेत्र में अपराधो की संख्या में इजाफा होगा। जब भी जिला आबकारी अधिकारी से इस विषय पर वार्ता की जाती तो वह कहते हैं की धंधे में शामिल लोगों पर अभियान चला कर कार्रवाई की जाती है। पूर्व में अभियान चला गया है कार्यवाही भी गई है। एक बार फिर इसमें शामिल लोगों की धरपकड़ की जाएगी। अब देखना होगा की विभाग इन अवैध कच्ची शराब कारोबारियों पर कार्यवाही अमल लाता की नही
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