रबी व खरीफ की फसल से छह माह में दें एक-एक कुन्तल भूसा : डीएम
ललितपुर ( उ०प्र०)
जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में विकास खण्ड बिरधा अंतर्गत ग्राम कल्यानपुरा स्थित गौवंश आश्रय स्थल में संरक्षित गौवंश के भरण-पोषण हेतु भूसे की व्यवस्था एवं उसके समुचित संचालन के संबध में आवश्यक बैठक कलैक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा कल्यानपुरा गौवंश आश्रय स्थल में आसपास के गांवों से संरक्षित गौवंश एवं भूसे का ग्रामवार विवरण प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि कल्यानपुरा गौवंश आश्रय स्थल में आसपास के 14 ग्रामों से कुल 2531 गौवंश आये हैं, जिनके लिए 18 कुन्तल प्रति गौवंश के हिसाब से कुल 45558 कुन्तल भूसे की आवश्यकता है, जिसके सापेक्ष अभी तक मात्र 2057 कुन्तल भूसा ही प्राप्त हो सका है। शेष 43501 कुन्तल भूसा प्राप्त करना शेष है।
उन्होंने बताया कि ग्राम रघुनाथपुरा, ग्राम भौंरदा, ग्राम मैलवाराखुर्द, अनोरा, चडरऊ, कचनौदाकलां एवं जिजयावन से अभी तक भूसा उपलब्ध नहीं कराया गया है। बैठक में सम्बंधित ग्रामों से आये ग्राम प्रधानों ने जिलाधिकारी से भूसे के प्रबंधन में आ रही समस्याओं से अवगत कराया एवं उन्हें शीघ्र ही भूसा उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद का प्रत्येक किसान गौवंश आश्रय स्थल कल्यानपुरा में गौवंश के भरण-पोषण के लिए 01 कुन्तल भूसा अनिवार्य रुप से दे, जिससे गौवंश का भरण पोषण सहजता से हो सके।
कल्यानपुरा गौवंश आश्रय स्थल के आसपास के ग्रामों के ग्राम प्रधान कृषकों भूसा दान देने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि ललितपुर जनपद में निर्मित गौवंश आश्रय स्थलों में 26000 गौवंश को संरक्षित करने की व्यवस्था की गई है। यह व्यवस्था किसानों को उनके खेतों में उगाई गई फसलों की अन्ना जानवरों से सुरक्षा प्रदान करने के लिए की गई है। इसलिए किसानों का यह दायित्व होना चाहिए कि वह रबी एवं खरीफ की फसलों से प्रत्येक 6 माह में 1-1 कुन्तल भूसा प्रदान करे। लेखपाल भूसा दान करने वाले किसानों की सूची तैयार कर भूसे के प्रबंध हेतु उनका सहयोग करें साथ ही उन्हें अधिक से अधिक भूसा दान करने हेतु प्रेरित करें।
ललितपुर (उ०प्र०) से सलाम खाकी न्यूज
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