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टुट रहे रिश्तों को जोड़ने में सार्थक सिद्ध हो रही है पुलिस की महिला सेल एक साल में 688 परिवार बसाए

 


टुट रहे रिश्तों को जोड़ने में सार्थक सिद्ध हो रही है पुलिस की महिला सेल

एक साल में 688 परिवार बसाए

दोनों पक्षों को बुलाकर की जाती है काउंसलिंग, किसी भी समय पुलिस सुरक्षा ले सकती पीड़ित महिला : इंस्पेक्टर  सविता 



सिरसा-06 फरवरी..........बिखरे परिवारों को पुन:बसाकर उनके घरों में खुशियां लौटाना ही पहली प्राथमिकता है । जो भी महिला घरेलू हिंसा, देहज प्रथा व अन्य किसी फरियाद को लेकर महिला थाने में आती है तो उनकी बात को पूरी गंभीरता से सुनकर दोनों परिवारों को बुलाकर परिवार बिखराब से होने वाले दुष्परिणामों से अवगत करवाकर उनका सफलता पूर्वक घर बसाने का हरगिज प्रयास किया जाता है । ये कहना है सिरसा महिला थाना में स्थापित महिला सेल की नव नयुक्त प्रभारी इंस्पेक्टर सविता का ।



 उन्होने बताया कि अक्सर देखा गया है कि पती पत्नी या सास बहु की आपसी मतभेद से मामला इतना गंभीर हो जाता है कि परिवार टुटने की नौबत आ जाती है । महिला इंस्पेक्टर सविता ने बताया कि जो भी महिला उनके पास फरियाद लेकर आती है तो दोनों पक्षो को बार बार काउंसलिंग करवाकर उनका घर बसा कर पुन खुशियां लौटाने का भरसक प्रयत्न किया जाता है ताकि किसी का परिवार ना टुटे । उन्होने बताया कि मां बाप की आपसी कलह से बच्चो  पर बहुत बुरा असर पड़ता है और वे परिवार टुटने के सदमें को जिन्दगी भर भूल नही पाते है । इंस्पेक्टर सविता ने बताया कि महिला पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से कटिबद्ध है । उन्होने बताया कि जिला की कोई भी महिला पुलिस सुरक्षा के लिए महिला हेल्प लाईन 1091 पर किसी भी समय सम्पर्क कर सकती है ।

                   


          महिला सेल प्रभारी इंस्पेक्टर सविता ने बताया कि वर्ष 2020 की अवधि के दौरान कुल 918 मामलें आए । सेल प्रभारी ने बताया कि 688 मामलों को महिला सेल ने सफलता पूर्वक निपटाकर उनके घर बसाकर उनके परिवारों में खुशियां लौटाई  । उन्होने बताया कि 115 मामलों में बार बार काउंसलिंग करने के उपरांत समझौता ना होने पर विभिन्न थानों में अभियोग अंकित किए गए है । सेल प्रभारी ने बताया कि घरेलू हिंसा से संबंधित 60 मामलें पीपीओ सेल को भी रैफर किए गए है । जिनको सुलझाने के लिए दोनों पक्षों को बुलाकर निपटाने का प्रयास किया जा रहा है । उन्होने बताया कि 60 मामलें अब भी महिला सेल में विचाराधीन है । उन्होने बताया कि विचाराधीन मामलों में दोनों पक्षों को बुलाकर काउंसलिंग की जा रही है ताकि उनके परिवारों को सफलतापूर्वक बसाया जा सकें ।



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