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छत पर योग, और फिर रहस्यमयी मौत — सब इंस्पेक्टर सुंदर सिंह की संदिग्ध मृत्यु पर सवाल

ब्लॉग रिपोर्ट (सलाम खाकी राष्ट्रीय समाचार):

रिपोर्टर: ज़मीर आलम, सहारनपुर ब्यूरो | स्रोत: गंगोह थाना, उत्तर प्रदेश


उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग से एक और दुखद व चिंताजनक खबर सामने आई है। सहारनपुर जनपद के गंगोह थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर सुंदर सिंह की मृत्यु ने न केवल विभागीय हलकों में सनसनी फैला दी है, बल्कि पूरे प्रदेश में सवालों का एक नया चक्र शुरू कर दिया है।

घटना का विवरण:

प्राप्त जानकारी के अनुसार, दरोगा सुंदर सिंह थाने में बने क्वार्टर की छत पर योग करने के लिए गए थे। यह उनका नियमित अभ्यास था, लेकिन 31 जुलाई 2025 की सुबह, जब वे छत पर गए, तो कुछ ही समय बाद उनका शव संदिग्ध हालात में वहां पाया गया।

थाने के अन्य कर्मियों ने जब उन्हें छत पर अचेत अवस्था में देखा, तो तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई। लेकिन जब तक सहायता पहुंचती, तब तक सुंदर सिंह जीवन की अंतिम सांसें छोड़ चुके थे।

कौन थे दरोगा सुंदर सिंह?

सुंदर सिंह मूल रूप से मेरठ जनपद के मवाना क्षेत्र के निवासी थे। अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित, अनुशासित और शांत स्वभाव के लिए वे जाने जाते थे। गंगोह थाने में उनकी तैनाती को अभी कुछ ही समय हुआ था, लेकिन इतने कम समय में भी उन्होंने न केवल जनता में बल्कि सहयोगियों के बीच भी अपनी ईमानदार छवि बनाई थी।

मौत या कोई गहरी साजिश?

घटना के तुरंत बाद पुलिस प्रशासन ने इसे संदिग्ध मौत मानते हुए आवश्यक औपचारिकताएं प्रारंभ की हैं। लेकिन कुछ सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं:

  • क्या यह वास्तव में कोई प्राकृतिक कारणों से हुई मौत है या फिर किसी साजिश की ओर इशारा कर रही है?
  • योग जैसी शांत प्रक्रिया के दौरान अचानक मौत, क्या स्वास्थ्यगत कारण हो सकते हैं या किसी अन्य बाहरी हस्तक्षेप की संभावना है?
  • यदि स्वास्थ्य समस्या थी, तो क्या पूर्व में कोई मेडिकल रिकॉर्ड या लक्षण दिखे थे?

पुलिस विभाग की प्रतिक्रिया:

थाना गंगोह व सहारनपुर पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रारंभिक तौर पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। वहीं, विभाग ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है।

सलाम खाकी की अपील:

"सलाम खाकी" उन वर्दीधारियों की आवाज़ है जो अपने जीवन की परवाह किए बिना जनता की सेवा में जुटे रहते हैं। सब इंस्पेक्टर सुंदर सिंह का इस तरह अचानक जाना, न केवल विभाग के लिए एक क्षति है, बल्कि एक बार फिर यह प्रश्न खड़ा करता है — क्या वर्दीधारियों को मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति पर्याप्त संस्थागत सहयोग मिल पा रहा है?

निष्कर्ष:

इस दुखद घटना के पीछे की सच्चाई क्या है, यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा, लेकिन एक और वर्दीधारी की अनुत्तरित मौत ने हमें झकझोर कर रख दिया है। यह सिर्फ एक खबर नहीं, एक चेतावनी है कि हमें अपने सुरक्षा प्रहरी के स्वास्थ्य और हालातों पर भी गंभीरता से ध्यान देना होगा।


संवेदना सहित,
ज़मीर आलम

सलाम खाकी राष्ट्रीय समाचार
📍सहारनपुर, उत्तर प्रदेश
📞 8010884848
🌐 www.salamkhaki.com
📩 salamkhaki@gmail.com


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