कैराना। रविवार दोपहर जैसे ही सहारनपुर रेंज के डीआईजी अभिषेक सिंह कोतवाली कैराना पहुंचे, पूरे थाना परिसर में हलचल मच गई। अफसरों की कतारें सज गईं, गुलदस्ते थामे स्वागत की तैयारी हो गई, लेकिन डीआईजी का चेहरा साफ कह रहा था — वो आज सिर्फ दिखावे के लिए नहीं, असलियत परखने आए हैं। जैसे ही उन्होंने कोतवाली की चौखट पार की, पूरा स्टाफ एक नई सतर्कता में खड़ा हो गया। पुलिस अधीक्षक राम सेवक गौतम, अपर पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी श्याम सिंह और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। स्वागत हुआ, मुस्कानें दिखीं, लेकिन डीआईजी की आंखें हर कोने में कमियों की तलाश कर रही थीं।
निरीक्षण की शुरुआत कंप्यूटर कक्ष से हुई, जहां उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। फिर सीधे मेस में पहुंचे, जहां सफाई और अनुशासन को लेकर उन्होंने सख्त हिदायतें दीं। इसके बाद महिला हेल्प डेस्क पर पहुंचकर जैसे ही उन्हें थोड़ी सी लापरवाही नजर आई, डीआईजी सिंह ने मौके पर ही महिला पुलिसकर्मियों को फटकार लगाते हुए कहा — “ये डेस्क सिर्फ नाम की नहीं होनी चाहिए, यहां से हर महिला को राहत मिलनी चाहिए।” उनकी यह तीखी चेतावनी पूरे स्टाफ के लिए बड़ा संदेश बन गई।
डीआईजी ने इसके बाद थाने के शौचालयों तक का निरीक्षण किया और वहां की स्थिति पर नाराजगी जताते हुए तुरंत सुधार के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने न केवल व्यवस्था को परखा, बल्कि मानवता और अनुशासन की मिसाल भी पेश की — अपने फालोवर का मेडिकल कराने का निर्देश देकर उन्होंने यह जता दिया कि कानून सब पर एक समान है, चाहे वह मातहत हो या उनके साथ चलने वाला स्टाफ।
और फिर आई वो घड़ी जब डीआईजी ने अपने मजबूत नेतृत्व का दूसरा चेहरा भी दिखाया — सम्मान और प्रेरणा का चेहरा। उन्होंने अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान चौकीदारों को मंच पर बुलाकर पूरे सम्मान के साथ सम्मानित किया और पांच गार्डों को 500-500 रुपये का नकद पुरस्कार भी प्रदान किया। उनके इस कदम से न केवल ईमानदार पुलिसकर्मियों का हौसला बढ़ा, बल्कि यह संदेश भी गया कि मेहनत करने वालों को डीआईजी सिंह कभी नजरअंदाज नहीं करते।
इस पूरे दौरे में डीआईजी अभिषेक सिंह ने जो स्पष्ट कर दिया, वो ये था — “थाने अब सिर्फ नाम के नहीं होंगे, हर कोना जवाबदेह होगा, हर कर्मी जिम्मेदार।” उनका यह औचक निरीक्षण न केवल लापरवाहों के लिए चेतावनी बनकर आया, बल्कि मेहनती पुलिसकर्मियों के लिए सम्मान की सौगात भी लेकर आया।
कुल मिलाकर, डीआईजी का यह दौरा कैराना कोतवाली के लिए एक नई दिशा, नया जोश और नई ऊर्जा का संचार बन गया — अब जिलेभर के थानों में गूंज रहा है एक ही नाम: “डीआईजी अभिषेक सिंह – अनुशासन का पर्याय, प्रेरणा का प्रतीक।” सलाम काकी न्यूज कैराना,शामली से पत्रकार गुलवेज आलम की रिपोर्ट
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