*साइबर अपराधों की रोकथाम हेतू “साइबर अपराध जागरूकता अभियान” के तहत नव चयनित 24 सब इंस्पेक्टरों को किया गया जागरूक,*
*साइबर अपराध होने पर प्रत्येक थानों में स्थापित साइबर डैस्क, करनाल रेंज के साइबर थाने व राष्ट्रीय हैल्पलाईन नम्बर 1930 के बारे में भी कराया अवगत,*
सलाम खाकी न्यूज़
दिनांक 06 अप्रैल 2022 करनाल, जिला पुलिस करनाल की साइबर टीम द्वारा साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करने व इनकी रोकथाम हेतू “साइबर अपराध जागरूकता अभियान” के तहत आज दिनांक 06 अप्रैल को कैथल रोड पर स्थित नई पुलिस लाइन के कांफ्रेंस हॉल में एक सेमिनार आयोजित कर जिला करनाल में नव चयनित 24 सब इंस्पेक्टरों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया गया।
इस अभियान के तहत करनाल पुलिस पिछले काफी समय से दर्जनों स्कूलों के विधार्थियों और सार्वजनिक स्थानों पर कैम्प व सभा आयोजित करके सैंकडों लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया जा चुका है। इसी क्रम में आज नवनियुक्त सब इंस्पेक्टरों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करते हुये जिला पुलिस की साइबर सैल टीम से प्रदीप कुमार जानकारी देते हुए बताया कि तकनीकि के इस दौर में साइबर अपराध ज्यादा बढ रहा है। आए दिन लोगों को नये-नये तरीके से ठगा जा रहा है। इस साइबर अपराध व ठगी को रोकने के लिये सभी को जागरूक होना होगा। ऐसे अपराध से बचने के लिये हमें सोशल मीडिया
प्लेटफार्म को बडी सावधानी व सूझबूझ के साथ प्रयोग करना चाहिए। आज जिस तरह से अपराधियों द्वारा साइबर अपराध को अपराध करने का सशक्त माध्यम बनाया जा रहा है, उससे बचने के लिये हमें स्वंय जागरूक होकर दूसरों को भी जागरूक करना होगा। इस जागरूकता अभियान को हमें अपने आस-पड़ोस व परिचितों तक पहुंचाना होगा ताकि हर कोई व्यक्ति अपने साथ होने वाले संभावित साइबर अपराध से बचा रहे।
उन्होने इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन फ्रॉड, वॉलेट व यूपीआई संबंधित धोखाधडी से बचने की सलाह दी। फैसबुक हैकिंग, बारकोड के माध्यम से होने वाले फ्रॉड, व्हाट्सअप हैकिंग से बचाव, फर्जी वैबसाईट से होने वाले फ्रॉड के संबंध में सावधानियां बरतने की भी सलाह दी। व्हाट्सअप, फैसबुक, इंस्टाग्राम आदि सोशल साईट्स से होने वाले हनी ट्रैप से बचने हेतू जागरूक रहने के लिये कहा गया। इसके अलावा सिम कार्ड के माध्यम से, एटीएम कार्ड बदलकर, डैबिट/क्रेडिट कार्ड के माध्यम से व बायोमैट्रिक से संबंधित होने वाले फ्रॉड से बचे रहने के लिये जागरूक किया गया। आज कल चर्चा में चल रही फिल्म “द कश्मीर फाईल्स” के लिंक भेज कर भी ठगी करने के मामले चर्चा में आ रहे हैं। करनाल पुलिस द्वारा इस संबंध में बताया किया कि किसी भी अनजान लिंक को ओपन ना करें। ऐसा करके हम अपने साथ होने वाली सम्भावित साइबर ठगी से आप को साइबर ठगों से बचा सकते हैं।
साइबर अपराधों की रोकथाम व साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिये जिला पुलिस के सभी पुलिस थानों में अलग से एक-एक साइबर डैस्क स्थापित की गई हैं। इन साइबर डैस्कों पर जाकर कोई भी व्यक्ति साइबर अपराध से संबंधित मदद ले सकता है और साइबर अपराध होने पर अपनी शिकायत कर सकता है। साइबर डैस्क के अलावा प्रत्येक पुलिस रेंज में एक-एक साइबर अपराध थाना खोला गया है। यंहा से भी साइबर अपराध से संबंधित किसी भी प्रकार की मदद ले सकते हैं और इससे संबंधित अपनी शिकायत दे सकते हैं। वंही गृह मंत्रालय, भारत सरकार भी लोगों को साइबर अपराधों से बचाने व जागरूक करने के लिये सकारात्मक कदम उठा रहा है। इसके लिये “राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल” बनाया गया है। जंहा से भी कोई भी व्यक्ति साइबर अपराधों के बारे में जानकारी हासिल कर सकता है और साइबर अपराध होने पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है और हाल ही में जारी किये गये हैल्पलाईन नम्बर 1930 पर कॉल करके खाते से निकाली गई रकम को फ्रीज करा सकते हैं। 1930 पर कॉल करने के 24 घण्टे के भीतर धोखाधडी से संबंधित कुछ जानकारी देकर व कुछ अन्य औपचारिकताऐं करते हुये “राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल” पर शिकायत दर्ज करनी अति आवश्यक है।
सलाम खाकी न्यूज़ फतेहाबाद से
ब्यूरो चीफ़ उजागर सिंह
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