अघोषित बिजली कटौती और लो वोल्टेज से फसलों की सिंचाई में हो रही बाधा उत्पन्न, डीजल पम्प बने सहारा
हजारों खर्च कर लिए अस्थाई बिजली कनेक्शन साबित हुए छलावा
ललितपुर 10 दिसम्बर 2019
बीते कई वर्षो से जब एक ही समस्या अन्नदाता को लगातार परेशान कर रही हो, तब स्थानीय प्रशासन व सम्बंधित विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न उठना शुरू हो जाते हैं। एक लंबे अरसे से तहसील क्षेत्र के किसान अघोषित बिजली कटौती और लो वोल्टेज की समस्या से परेशान है। जिसके समाधान के लिए क्षेत्र बासियों द्वारा कई बार मांग भी की गई इसके बावजूद स्थिति में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा।
तहसील क्षेत्र मड़ावरा के विद्युत उपखण्ड से मदनपुर और गिरार फीडर पर इन दिनों पर्याप्त बिजली आपूर्ति नहीं मिल पा रही जिससे किसानों को फसल सिंचाई करने में खासी बाधा उत्पन्न हो रही, और जिन किसानों ने अपनी फसल सिंचाई के लिए अस्थाई बिजली संयोजन हजारों खर्च करके लिए है। बो महज छलावा सिद्ध हुए। मजबूरन किसान पम्पसेट में डीजल फूंककर सिंचाई कर रहे। एक तो बिजली का बिल ऊपर से डीजल खर्च हो रहा जिससे दोगुना खर्चा सिर्फ सिंचाई में हो रहा। कुल मिलाकर किसानी करना घाटे का सौदा साबित होता दिख रहा है।
खरीफ की फसल उपजाने में जहां अन्ना मवेशियों के झुंड आई फसल उजाड़ देते हैं, तो वहीं रवि की फसल उपजाने में बिजली का आभाव बड़ी मुसीबत बना हुआ है। बताया गया कि बिद्युत सप्लाई अधिकांश समय बाधित रहती है, रात्रिकालीन कटौती में तो किसानों को रतजगा भी करना पड़ता है। वहीं ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि घरेलू उपयोग के लिए रखे तमाम बिजली उपकरण धूल फांक रहे हैं। बिजली आपूर्ति न मिलने से विजली मैकेनिकों को अपने परिवार का भरण पोषण करने का संकट उत्पन्न हो गया।
गौरतलब हो कि क्षेत्रीय किसानों को अघोषित बिजली कटौती कोई नई समस्या के रूप में आड़े नहीं आ रही बल्कि एक लंबे समय से क्षेत्र बासी इस समस्या जूझ रहे हैं। जिसके समाधान के सम्बंधित अधिकारियों व कर्मचारियों से मांग भी की गई लेकिन आश्वाशन के अलावा कुछ भी न मिला। ऐसे में एक बार पुनः बिजली कटौती, लो वोल्टेज समस्या के समाधान की मांग की गई है।
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