*शामली जनपद के झिंझाना कस्बे में अंग्रेजी हुकूमत की सुगबुगाहट सी आने लगी है एक के बाद एक अधिकारी यहाँ छोटे दुकानदारों पर अपना रोब ग़ालिब करना*
चाहते है या सरकार के दिखावटी आदेशो का हवाला देकर उनको परेशान करना चाहते है । लेकिन कुछ भी हो आज यहां का व्यापारी वर्ग त्राहि त्राहि कर रहा है न तो वह अपना सम्मान बचा पा रहा है और न ही अपना सुकून ।
अब इस माहौल में क्या करे क्या न करे कुछ समझ नही आता । पुलिस की शिकायत करे, प्रशासन की करे ,नगर पंचायत की करे, और किसको करे क्योकि कोई सुनने वाला भी दिखाई नही देता ।
आखिर में ये ही बात समझ आती है कि अपनी अपनी दुकानें बन्द कर चाबी ही प्रशासन को दे दी जाए । और जब तक सभी मसलो का हल न हो तब तक बिना रोजगार ही रहा जाए ।
क्योकि हमारे पास न तो कोई नेता है न कोई सरकार का प्रतिनिधि जिससे अपनी आप बीती सुना सके और वह हम लोगो के बीच आकर हमारे मसले हल करा सके । इस संदेश के माध्यम से में निवेदन करना चाहता हूं कि सरकार का कोई जनप्रतिनिधि हो और उसको जनता की फिक्र हो तो वो हमारी समस्याओ को सुनकर उनका समाधान कराने की कृपा करें नही तो मजबूर होकर हम लोगो को अपने प्रतिष्ठान बंद कर सड़क पर बैठने को मजबूर होना पड़ेगा
सहयोग की आशा में
आपका
आशीष मित्तल
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