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*घातक योजना.... विभाग की चिराग योजना, दूसरी से 12वीं कक्षा के बच्चों को मिलेगा दाखिला, सरकार देगी फीस*

 *घातक योजना*
 विभाग की चिराग योजना, दूसरी से 12वीं कक्षा के बच्चों को मिलेगा दाखिला, सरकार देगी फीस*

*हरियाणा शिक्षा विभाग के अनुसार पहले यह 134-ए एक्ट था। इस सत्र से सरकार ने आरटीई को लागू किया है। ऐसे में सरकार ने 134-ए को योजना बना दिया। अब इसे चिराग योजना का नाम दिया है। इसके तहत दाखिला देने वाले स्कूलों को सरकार फीस देगी।*

*हिसार में 134-ए चिराग योजना के रूप में सिरे चढ़ गई है। इसको लेकर पंचकूला हेडक्वार्टर से शिक्षा निदेशालय ने प्रदेशभर में निजी स्कूलों से योजाना में शामिल होने के लिए लिंक जारी किया हुआ था। उसमें कई निजी स्कूलों का पाजिटिव जवाब आया है। इसमें प्रदेश के 381 और हिसार जिले के भी 20 मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों ने सहमति जताई है। इन स्कूलों में एक जुलाई से दाखिले के लिए आवेदन शुरू होंगे। आठ जुलाई अंतिम तिथि रखी गई है। योजना का लाभ पाकर विद्यार्थी अपना भविष्य संवार सकते है।

*विभाग के अनुसार*

शिक्षा विभाग के अनुसार पहले यह 134-ए एक्ट था। इस सत्र से सरकार ने आरटीई को लागू किया है। ऐसे में सरकार ने 134-ए को योजना बना दिया। अब इसे चिराग योजना का नाम दिया है। इसके तहत दाखिला देने वाले स्कूलों को सरकार फीस देगी। इस योजना में बच्चों को दूसरी से 12वीं कक्षा में दाखिला मिलेगा। यह निजी स्कूलों के लिए स्वैच्छिक होगी। कोई भी विद्यार्थी चिराग योजना में दाखिले पाने के लिए संबंधित खंड वाइज निजी स्कूलों में आवेदन कर सकता है।

यहीं नहीं 12 से 22 जुलाई तक दाखिला प्रक्रिया पूरी कर स्कूलों में नोटिस बोर्ड पर दर्शानी होगी। इस योजना का लाभ पाने के लिए बच्चों के अभिभावकों की आय एक लाख 80 हजार रुपये से कम होना जरूरी है। यह आय परिवार पहचार पत्र (पीपीपी) की वार्षिक सत्यापित आय से मान्य होगी।

*यह फीस निर्धारित की है*

सरकार ने चिराग योजना के तहत दाखिला देने पर कक्षा वाइज फीस निर्धारित की है।
कक्षा - फीस
दूसरी से पांचवीं - 700
छठी से आठवीं - 900
नौ से 12वीं - 1100

*यह आदेश किए जारी*

इस योजना के तहत सिर्फ वहीं छात्र पात्र होंगे, जो गत शैक्षणिक स्तर में अपनी शिक्षा सरकारी स्कूलों से पास की है।
जिस खंड या ब्लाक में छात्र पढ़ता है, उसी खंड के स्कूलों में सीटों पर दाखिला पाने का पात्र होगा।
सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों की कक्षा अनुसार सीटों का आंकड़ा वेबसाइट पर दर्शाना होगा।
स्कूलों में सीटों की जानकारी नोटिस बोर्ड पर दर्शानी होगी।
जिन स्कूलों में तय सीटों से ज्यादा आवेदन आते है। उनके लाटरी ड्रा 11 जुलाई को अभिभावकों के सामने निकाले जाएं।
इस दाखिला अवधि में डीईओ, डीईईओ संबंधित स्कूलों में विभागीय मनोनित सदस्य नियुक्त होंगे। इसके लिए बीईओ या नजदीकी स्कूल के प्रधानाचार्य को नियुक्त किया जा सकता है।
निजी स्कूलों द्वारा आवेदन पत्र दिया जाएगा। वह स्कूल छात्र काे रसीद देगा।
दाखिले के लिए बच्चे के पास पीपीपी या स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट होना जरूरी है।
फीस प्रतिपूर्ति राशि के लिए वहीं मान्यता प्राप्त स्कूल मान्य होंगे, जिनके द्वारा फार्म छह में स्कूल की फीस राशि पोर्टल पर दर्शाई होगी।
स्कूलों में दाखिला करने वाले छात्रों की सूचना निदेशक सेकेंडरी निदेशक और निदेशक मौलिक शिक्षा विभाग को एक सप्ताह के  अंदर भेजनी अनिवार्य है।

*बच्चो को मिलेगा फायदा*

कुछ स्कूल ऐसे है,जिनमें नाममात्र बच्चों के दाखिले है। एक तरह से बंद होने के कगार है। ऐसे हालात में बच्चों के दाखिले जरूरी है। ऐसे ही कुछ स्कूलों ने सहमति जताई है, जिससे बच्चों के दाखिले बढ़ सके। इससे अन्य बच्चे भी दाखिले लेंगे। इनकी फीस सरकार ने तय कर दी है। इससे स्कूल व्यवस्था सुधारने में सहयोग मिलेगा। मगर इसका लाभ जरूरतमंद बच्चों को मिल सकेगा

*डीईईओ के अनुसार*

चिराग योजना के तहत बच्चों को दाखिले देने के लिए 20 निजी स्कूलों ने सहमति जताई है। इसमें दूसरी से 12वीं कक्षा में दाखिला मिलेगा। स्कूलों को सरकार से निर्धारित फीस मिलेगी।----धनपत राम, डीईईओ हिसार

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