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सलाम ख़ाकी रजिस्टर्ड समाचार-पत्र एवं ऑनलाईन न्यूज़ चैंनल के मिलते जुलते नाम रखकर विभाग के सीधे साधे अधिकारियों को किया जा रहा भ्रमित

 


देश की राजधानी दिल्ली से प्रकाशित एवं सम्पूर्ण भारतवर्ष में प्रसारित राष्ट्रीय मासिक पत्रिका " सलाम ख़ाकी " व ऑनलाईन न्यूज़ की लोकप्रियता के चलते "सलाम ख़ाकी " नाम से मिलते जुलते नाम रखकर यूट्यूबर  पत्रकारिता का रौब ग़ालिब कर अधिकारियों को बेवकूफ बनाने की फिराक़ में लगे रहते है।


नक्कालों से सावधान पुलिस विभाग को ही नकली लोग बना रहे है बेवकूफ़ कुछ बेहद शरीफ़ अधिकारी आ जाते है ऐसे चापलूसो के बहकावे में और बन जाते है ठगी के शिकार लेकिन "सलाम ख़ाकी " की पैनी नज़र से बचकर ऐसे लोग कहाँ जायेगे दरअसल पूरे मामले से अवगत कराते है । भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एसोसिएशन ( रजि0 ) संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज़मीर आलम ने देश में ख़ाकी वर्दीधारियों की विभागीय समस्याओं और उनके द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्य जो आम तौर पर जनता तक नही पहुँच पाते जनता को पुलिस विभाग की पूरी जानकारी जो आमतौर पर हम तक नही पहुँच पाती इसके लिये एक समाचार -पत्रिका/ ऑनलाईन न्यूज़ का पंजीकरण कराया और यह पत्रिका और चैंनल पुलिस विभाग को समर्पित करते हुए पुलिस विभाग की उपलब्धियां प्रकाशित करनी प्रारंभ कर दी धीरे धीरे डिजिटल युग की शुरूआत हुआ समय के साथ और समय की माँग को देखते हुए सलाम ख़ाकी ने भी अपने आप को डिजिटल किया और भारत में चलने वाली सभी सोशल साइट्स व यूट्यूब पर धूम मचायी सलाम ख़ाकी की बढ़ती लोकप्रियता कुछ पत्रकारोँ को रास नही आयी देश के क़ई राज्यो में सलाम ख़ाकी के नाम से मिलते जुलते डुप्लीकेट लोगों, नाम, पोस्टर, बनाये जाने लगें जिनको पुलिस विभाग के सहयोग और कानून की भाषा में मुँहतोड़ जवाब दिये गए । अभी चंद रोज पहले हरियाणा के सिरसा ज़िले में भी एक व्यक्ति द्वारा सलाम ख़ाकी के मिलते जुलते नाम और कार्यो की राह पर चलने का प्रयास किया और कुछ पुलिस के आला अधिकारियों को अपने झूठे प्रभाव में लेकर उनके नाम से एक चैंनल की लॉन्चिंग कर दी ।  इस व्यक्ति को जब हमारे जिला प्रभारी ने बताया कि आप हमारे चैंनल के नाम से मिलता जुलता नाम रखकर हमारे ही संस्थान की थीम पर कार्य कर रहे हो जो कानूनी अपराध है। तो उस व्यक्ति ने हमारे जिला प्रभारी को प्रधान संपादक सहित आग बबूला होकर ना जानें क्या क्या कह डाला जिसकी रेकॉर्डिंग भी हमने सुरक्षित कर ली है। चोरी और ऊपर से सीना जोरी सलाम ख़ाकी को कमजोर समझने वालों के लिये नसीहत है कि वो किसी भी प्रकार के गैरकानूनी कार्य ना करें सलाम ख़ाकी कानून के दायरे में जवाब देना अच्छी तरह जानता है। सलाम ख़ाकी संस्थान उक्त प्रकरण में सिरसा ज़िले के सभी आला अधिकारियों से वार्तालाप करके उपरोक्त व्यक्ति के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही अमल में ला रही है। यदि आपके आसपास भी कोई व्यक्ति सलाम ख़ाकी के मिलते जुलते नाम से कोई गलत प्रचार-प्रसार कर रहा है तो उसकी सूचना आप हमारे कानूनी सलाहकार एवं वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट तफील अहमद के मोबाइल 98991-21432 पर पूरी जानकारी दे सकते है।

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