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ललितपुर : बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की 96 वीं जयंती पर "भारतीय राजनीति में कर्पूरी ठाकुर का योगदान विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

कर्पूरी ठाकुर शोषितों,पीड़ितों,पिछड़ों,दलितों के पक्षधर थे-- रघुठाकुर 


कर्पूरी ठाकुर बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे-- जय किशन ठाकुर


ललितपुर (उ०प्र०) 19-1-2020
नंद युवा वाहिनी एवं ऑल इंडिया महापदम नंद कम्युनिटी एजुकेटेड एसोशिएशन के तत्वाधान में दलितों,पिछड़ों के मसीहा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर की 96 वीं जयंती पर "भारतीय राजनीति में कर्पूरी ठाकुर का योगदान विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी स्थानीय पहलवान गुरुदीन महाविद्यालय पनारी ललितपुर में समाजवादी चिंतक विचारक रघुठाकुर राष्ट्रीय अध्यक्ष लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के मुख्य आतिथ्य व अध्यक्षता जयकिशन ठाकुर संपादक चार कदम/ राष्ट्रीय अध्यक्ष अति पिछड़ा वर्ग दिल्ली व विशिष्ट आतिथ्य भूपेंद्र जैन प्रधान संपादक दैनिक जनप्रिय,पारस नाथ यादव संस्थापक पहलवान गुरुदीन महाविद्यालय पनारी,भारतीय सेन समाज के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र सेन टीटीआई झाँसी,सरिता आर्य अध्यक्ष जन भागीदारी समिति गंज बासौदा,राघवेंद्र सिंह सिमिरिया राष्ट्रीय
 सचिव,दिनेश श्रीवास्तव प्रधानाचार्य,हरिशंकर नापित शिक्षक,पत्रकार रवि सेन रहें।

साहित्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय कवि पंकज जैन अंगार को अमर ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।


मुख्य अतिथि रघुठाकुर ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर का पूरा जीवन शोषितों,पीड़ितों,पिछड़ों, दलितों और सदियों की मार से त्रस्त मनुष्यता को जगाने के लिए समर्पित था। 1967 में बिहार में पहली बार गैर-कांग्रेसी सरकार बनी,कर्पूरी उप मुख्य मंत्री-वित्त-शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी मिली तो सबसे पहले मैट्रिक के पाठ्यक्रम से अंग्रेजी की अनिवार्यता को समाप्त किया जिससे गरीब,मजदूरों के बच्चे भी आगे की कक्षाओं में पढ़ने लगें। आरक्षण  योग्यता के सम्वर्धन के लिए अवसर देता।जाति प्रथा देश के लिये हानिकारक हैं,जातिवाद की कट्टरता के कारण ही देश गुलाम हुआ, जातिवाद खत्म होगा तभी वर्गवाद जिंदा होगा।
अध्यक्षता करते हुए जय किशन ठाकुर दिल्ली ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के पास करुणा,स्नेह और प्रेम की पूजीं थी वह बहुआयामी व्यक्तिव के धनी थे।

भूपेंद्र जैन प्रधान संपादक दैनिक जनप्रिय ने कहा कि आधुनिक विहार के लोकप्रिय नेता कर्पूरी ठाकुर की लोकप्रियता का रहस्य उनका महान व्यक्तित्व था कर्पूरी जी आजीवन बिहार विधान सभा के सदस्य रहें ।प्रथम आम चुनाव 1952 से लेकर 1988 तक जीवनपर्यन्त  कभी भी विधायक का चुनाव नही हारें।
पारस नाथ यादव संस्थापक पहलवान गुरुदीन महाविद्यालय ललितपुर,राघवेंद्र सिंह सिमिरिया, हरप्रसाद प्रजापति एडवोकेट,हरिशंकर नापित शिक्षक ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने ही सबसे पहले पिछड़ों को 26% आरक्षण देकर उनकी राजनैतिक,सामजिक,व आर्थिक उन्नति के लिए  अतुलनीय कार्य किया था जिसकी बजह से उन्हें कई बार अपमानित भी होना पड़ा।

भारतीय सेन समाज के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र सेन टीटीआई झाँसी,सविता आर्य अध्यक्ष  जन भागीदारी समिति गंज बासौदा व पत्रकार रवि सेन ,कीरत सेन सिमिरिया,आलोक आर्य शिक्षक ने कहा कि बिहार के समस्तीपुर जिला के पितोझियां ग्राम में 24 जनवरी 1924 को गोकुल ठाकुर के घर जन्म लेकर जीवन भर उपेक्षितों के पक्षधर रहते हुए मुख्यमंत्री बनने के बाद भी झोपड़ी में ही जन्म लेकर झोपड़ी में ही मरें,जो आज के राजनेताओं के लिए आईना हैं।
पंकज जैन अंगार कवि व दूधलाल यादव शिक्षक कवि व अदिति सेन आर्या ने कविता के माध्यम से कर्पूरी ठाकुर के जीवन चरित्र को रखा।

बलबंत सिंह राजपूत जिलाध्यक्ष कांग्रेस,दयाराम राजपूत प्रधान गोगला,मनोज कुशवाहा नाराहट,दुष्यंत लोधी सिमरधा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के मुख्यमंत्री बनने के बाद पूरे देश मे अति पिछड़ी जातियों के लिए सामजिक व राजनैतिक व आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त किया जिसकी परिणीति बिहार,उत्तर प्रदेश,हरियाणा आदि प्रान्तों में पिछड़ी जातियों की सरकारें बनने लगी।
संचालन करते हुए आर्य रत्न शिक्षक लखन लाल आर्य,प्राचार्य डॉ महेश झा,पत्रकार रवि सेन, सेन,दिनेश श्रीवास्तव प्रधानाचार्य ने कहा कि कर्पूरी जी एक कुशल संगठनकर्ता,कर्मठ समाजवादी नेता, लाभालाभ,जया-जय की सीमाओं से बहुत ऊपर एक अद्वितीय लोक साधक थे।
नंद युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष रामकुमार सेन अजान,जिलामहामंत्री डॉ चक्रेश सेन हीरापुर,जिला कोषाध्यक्ष दीपक सेन जाखौरा,बलराम सेन एडवोकेट,ब्लाक अध्यक्ष शत्रुघ्न सेन गुढा,प्रेम नारायण सेन कोटेदार तारावली,उमेश सेन पड़ना,खूब चन्द्र सेन धवा, प्रभु सेन बंट,आकाश सेन जरया ने कहा कि दलितों,किसानों,मजदूरों के रहनुमा और अप्रितम जनसेवक के रूप में कर्पूरी ठाकुर का उदात्त व्यक्तित्व,उनकी कर्मठता,उनका अनुकरणीय त्याग और बलिदान हमारे लिए एक अमूल्य धरोहर के समान हैं।
17 फरवरी 1988 को अचानक दिल का दौरा पड़ जाने के कारण क्रूर काल ने उन्हें हमसे छीन लिया था।कर्पूरी ठाकुर आज हमारे बीच नही हैं किंतु उनका सन्देश,उनकी विचार धारायें, उनके उच्च आदर्श हमारा मार्ग दर्शन करते रहेंगे।

इस अवसर पर नवोदित सेन समाज समिति टीकमगढ जिलाध्यक्ष सीताराम सेन दारोगा, ललितपुर सेन समाज जिलाध्यक्ष   अजुद्दी लाल सेन,हरगोविंद्र सविता,जयपाल सेन,संजय वर्मा,मुकेश लोधी एडवोकेट करमरा, पत्रकार धनीराम राजपूत,राम उजागर लोधी,कन्हैया लाल यादव,जेपी यादव,बिहारी लाल सविता शिक्षक,कुंदन सेन,खुशीलाल सेन मसौरा,श्रीपाल सेन,अकलेश सेन, शंकर लाल सेन गोगला,शिवेंद्र सेन,देवेंद्र सेन आर्य,कपिल सेन रोड़ा,जमुना प्रसाद सेन शिक्षक,सुरेश सेन,कृष्णकान्त सेन शिक्षक,प्रदीप सेन,सुमन लता सेन,बृजकिशोर एडवोकेट,मथुरा प्रसाद सेन,मोहन लाल सेन गुढा, फेरन लाल सेन रमेशरा,मयंक सेन,राजेश तिवारी,रामरक्षपाल राजपूत शिक्षक,रामलाल रैकवार शिक्षक,प्रोफेसर हेमंत कुमार,सौरव यादव,राजन कुमार यजनिक,धर्मराज यादव,नीरज यादव,कपिल देव,सुरेश सेन तारावली,श्रीपाल सेन मसौरा,सोन सिंह,सकिराम श्रीवास,प्रतीक लोहिया,पीके यादव,गोपाल प्रजापति आदि उपस्थित रहें।
संचालन संयोजक आर्य रत्न शिक्षक लखन लाल आर्य जिलाध्यक्ष एमसीईए व आभार नंद युवा वाहिनी के जिला कोषाध्यक्ष दीपक सेन जाखौरा ने किया।

सलाम का की न्यूज़ ललितपुर से पत्रकार इन्द्रपाल सिंह रिपोर्ट

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