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ललितपुर : सौरई के अधूरे पड़े शौचालय और लगे गंदगी के ढेर , प्रशासन पर उठा रहे सवाल

सौंरई में आज भी स्वच्छता और विकास पर उठाए सवाल




ललितपुर (उ०प्र०) 4 नवम्बर 2019

सरकार गॉवो के सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए सफाई अभियान के अलावा शौचालय निर्माण पर भी जोर दे रही है। वही सरकारी नुमाइंदे सरकार की इन योजनाओ को पलीता लगाने से बाज नही आ रहे है।
जनपद के विकास खंड मड़ावरा की ग्राम पंचायत सौंरई में आज भी पिछले वर्ष के निर्माण अधूरे पड़े है।
लगभग 7 हजार की आबादी बाले ग्राम में 3300 मतदाता है
ग्राम पंचायत में 3 सरकारी स्कूल एक इण्टर कालेज एवं एक शिशु मंदिर है
जिनकी सफाई के लिए शासन द्वारा कुछ समय पूर्व ही एक सफाई कर्मचारी की तैनाती की गई थी।
इसके बावजूद भी ग्राम पंचायत में जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हुए है नालिया कीचड़ से बजबजा रही है।


गंदगी के ढ़ेर की बदबू से लोगो को काफी परेशानियो उठानी पड रही है।
वही गंदगी में पनप रहे मच्छरो के प्रकोप से ग्राम वासियो को बीमारियो का सामना करना पड रहा है।

ग्रामीणों को खुले में शौच से मुक्त कराने के लिए सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत लगभग 500 शौचालय आये थे।
जिनको सरकारी कागजो में पूर्ण दर्शाकर ग्राम पंचायत को खुले में शौच मुक्त ग्राम का दर्जा प्राप्त करने का प्रयास जारी है।
परन्तु आज भी गॉव में कुछ शौचालय अधूरे पड़े है।
कई तो ऐसे शौचलयो का निर्माण पूर्ण दर्शाया गया है जिनके गड्ढे भी नही खोदे गए।
सवाल तो यह है की क्या ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव इनके गड्ढे नही खुदवा सके।
बिना गड्ढे के लाभार्थी इन शौचालयो का उपयोग कैसे करेगे यही विचरणीय है।


वही कुछ लाभार्थियों के शौचालय बने होने के कारण पात्रता की सूची में नही आते है उन्हें नया दर्शाकर उनके किसी परिजन नाम सूची में दर्ज कर शासकीय धन का दुरूपयोग किया गया।
वही कुछ गरीब आज भी शौचालय से वंचित है।
ग्राम पंचायत में रमेश सुरेश गणेश  आदि के शौचलय अधूरे पड़े है।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर गहराई से गॉव में बनाये जा रहे आवास और शौचलायो की जाँच कराई जाये तो काफी अनिमिताये सामने आ सकती है।
इस सम्बन्ध में कई बार ग्राम प्रधान से उनका पक्ष लेने के लिए सम्पर्क करने प्रयास किया गया पर प्रधान जी ने सम्पर्क करना उचित नही समझा।
ग्राम पंचायत अधिकारी अलोक दुबे जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया की। शौचालय का पैसा दो किस्तो में दिया जाता है।
दूसरी क़िस्त पहली बार दी हुई धनराशि से हुए काम के बाद दी जाती है।
शौचालय में कुछ पैसा लाभार्थी का भी लग जाता है।




    सफाई कर्मचारी नही करता गॉव में सफाई


ग्रामीणों ने बताया की कई वर्षो बाद कुछ माह पूर्व ही ग्राम पंचायत में एक सफाई कर्मचारी की तैनाती की गई जो गॉव में कभी कभार आता है।

सिर्फ ग्राम प्रधान के घर के सामने झाड़ू लगाने के बाद उनकी ही जी हजूरी में लगा रहता है। और ग्राम पंचायत में कही भी झाड़ू लगाना उचित नही समझाता है


इनका कहना :-

अभी कुछ माह पूर्व ही सफाई कर्मी ग्राम पंचायत की सफाई के लिए तैनात किया गया अगर सिर्फ प्रधान के यहाँ सफाई करता है तो यह गलत है और दोषी पाया गया तो उक्त सफाई कर्मी के विरुद्ध क़ानूनी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी ।


अलोक दुबे

एडीओ पंचायत मड़ावरा





सलाम खाकी‌ न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

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