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कानून और गुंडई की इस जंग में कैराना विधायक नाहिद का राजनैतिक भविष्य दांव पर ?

कानून की जंग नाहिद से नही , गुंडागर्दी से है - प्रशासन





कानून से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नही जायेगा , चाहे वह किसी भी पद पर क्यों न हो ।



विधायक जी पर कसे गये कानून के शिकंजे ने बता दिया कि कानून से ऊपर कोई नही है । विधायक समर्थको मे भी प्रशासन की कार्यवाही से बैचेनी का माहौल  




कैराना विधायक नाहिद हसन की थोडी सी नासमझी ने लाद दिये 11 मुकदमें 


         बीती 9 सितम्बर को जब कैराना विधायक नाहिद हसन की गाडी चालक से कैराना के एसडीएम अमित पाल शर्मा व कैराना के तत्कालीन पुलिस क्षेत्राधिकारी राजेश तिवारी ने गाडी संख्या पीजेपी - 32 के कागजात दिखाने को कहा तो उस समय माननीय विधायक जी अपना अपमान न समझ कर और एक सुन्दर लहजे मे अपना पक्ष रखते , तो शायद आज प्रशासन व विधायक जी के बीच इतना बडा बवाल न होता ।


              मगर अव्यवहारिक इस लहजे ने पुलिस प्रशासन द्वारा कैराना के माननीय विधायक नाहिद हसन पर सरकारी अधिकारियों से भी गुंडई तथा सांप्रदायिक सौहार्द लड़ने का प्रयास चोरी की गाड़ी और करीब 2 माह पहले झिंझाना के विद्युत एसडीओ पर हत्या का प्रयास आदि के मुकदमें शायद दर्ज न होते। एसपी शामली अजय कुमार पांडे ने बताया कि कैराना के माननीय विधायक नाहिद हसन पर कुल 11. मुकदमें आज तक दर्ज हो चुके है ।‌



        बार बार कागजात दिखाने को देये गये समय के बाद 21 सितम्बर को अर्द्ध सैनिक बलों व आसपास के थानों की पुलिस ने कोर्ट द्वारा 4 अलग अलग मामलों मे सर्च वारंट जारी कराकर जो कार्यवाही की उससे मानवीय विधायक जी पर गिरफ्तारी की तलवार अभी लटकी दिखाई दे रही है‌ । इस कार्रवाई का विधायक जी की राजनीति पर किस तरह का असर पड़ सकता है वह भी आने वाला समय बताएगा । पुलिस की इस तरह की सख्त कार्यवाही से विधायक जी के समर्थकों मे भी बैचेनी है। प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि यह पुलिस और विधायक का टकराव नही है बल्कि गुंडई व कानून के बीच की जंग है । यह जंग किस‌ अंजाम तक पहुंचेगी यह तो भविष्य के गर्भ में है ।



नोट :- इस खबर के सभी फोटो व वीडियो इसी प्रकरण की पहले ही है जिनको‌ स्मृति के लिए दिये गये है ।



सलाम खाकी से समाचार संपादक सलेक चंद वर्मा की रिपोर्ट
              

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