Pages

मिशन शक्ति की मिसाल: महिला थाना प्रभारी मोनिका चौहान बनीं महिलाओं के लिए भरोसे की पहचान

शामली।महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा को ज़मीनी स्तर पर मजबूती देने में शामली महिला थाना आज एक मजबूत स्तंभ के रूप में उभर चुका है। इसकी प्रमुख वजह हैं महिला थाना प्रभारी मोनिका चौहान, जिनके नेतृत्व में मिशन शक्ति अभियान महिलाओं और बेटियों के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रहा है।

पुलिस अधीक्षक शामली नरेंद्र प्रताप सिंह के कुशल मार्गदर्शन में मोनिका चौहान न केवल महिला संबंधी मामलों का संवेदनशीलता और निष्पक्षता से निस्तारण कर रही हैं, बल्कि समाज में विश्वास और सुरक्षा का वातावरण भी तैयार कर रही हैं। उनका स्पष्ट मानना है कि पुलिस की भूमिका सिर्फ मुकदमे दर्ज करना नहीं, बल्कि टूटते रिश्तों को संभालना, पीड़ित को सहारा देना और समाज को जागरूक करना भी है।

घर बचाना पहली प्राथमिकता

महिला थाना शामली का प्रमुख उद्देश्य पति-पत्नी के बीच चल रहे छोटे-छोटे विवादों को संवाद और समझदारी से सुलझाना है। कई ऐसे मामले, जो मामूली गलतफहमियों की वजह से थाने तक पहुंचते हैं, उन्हें आपसी सहमति और सुलहनामे के जरिए निपटाकर परिवारों को फिर से बसाया जा रहा है।
हालांकि, जहां कानून की सख्ती जरूरी होती है, वहां बिना किसी दबाव के मुकदमे भी दर्ज किए जाते हैं। यही संतुलन महिला थाना शामली को अन्य थानों से अलग पहचान देता है।

संवेदना के साथ सख्ती

मोनिका चौहान की कार्यशैली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे राजनीतिक, सामाजिक या विभागीय दबाव से ऊपर उठकर केवल कानून और न्याय के आधार पर फैसले लेती हैं। अनुशासन के साथ संवेदना और कानून के साथ मानवीय दृष्टिकोण—यही उन्हें एक विशिष्ट और लोकप्रिय पुलिस अधिकारी बनाता है।
आज महिला थाना शामली न्याय की उम्मीद लेकर आने वाली महिलाओं और बेटियों के लिए भरोसे का केंद्र बन चुका है।

जागरूकता ही असली सुरक्षा

मिशन शक्ति अभियान के तहत महिला थाना प्रभारी मोनिका चौहान व उनकी टीम लगातार महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक कर रही है। थाना स्तर पर महिला संबंधी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई के साथ-साथ महिलाओं को सरकारी योजनाओं, हेल्पलाइन नंबरों और सुरक्षा उपायों की जानकारी पंपलेट के माध्यम से दी जा रही है।
दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और मानसिक प्रताड़ना जैसे मामलों में कई परिवारों को न्याय मिला है, तो कई घर टूटने से भी बचे हैं।

इंसाफ का मंदिर बनता महिला थाना

मोनिका चौहान ने अपनी जिम्मेदारी को सिर्फ पद तक सीमित नहीं रखा, बल्कि महिला थाना को इंसाफ का मंदिर बना दिया है। प्रतिदिन आने वाली शिकायतों में कहीं समझौते कराए जाते हैं, तो कहीं पीड़िता की इच्छा के अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाती है। यही वजह है कि महिला थाना शामली आज महिला सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक बन चुका है।

सैंकड़ों अक्लमंद मिलते हैं,
काम के लोग चंद मिलते हैं,
जब मुसीबत आती है,
तब पुलिस के अलावा,
सबके दरवाजे बंद मिलते हैं…!!


पुलिस विभाग को समर्पित देश की एकमात्र पत्रिका “सलाम खाकी” के लिए
शामली, उत्तर प्रदेश से पत्रकार ज़मीर आलम की खास रिपोर्ट

#salamkhaki
📞 8010884848
🌐 www.salamkhaki.com
✉️ salamkhaki@gmail.com


No comments:

Post a Comment